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हाई कोलेस्ट्रॉल स्तर डायबिटीज और किडनी रोगियों की सेहत को कैसे प्रभावित करता है? एक्सपर्ट से जानें

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से कई बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। आगे एक्सपर्ट से जानते हैं कि कोलेस्ट्रॉल किडनी और डायबिटीज पर क्या प्रभाव पड़ता है।   
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हाई कोलेस्ट्रॉल स्तर डायबिटीज और किडनी रोगियों की सेहत को कैसे प्रभावित करता है? एक्सपर्ट से जानें

लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव का असर लोगों की सेहत पर देखने को मिलता है। तैलीय आहार खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने की संभावना अधिक होती है। दरअसल, शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से डायबिटीज के साथ ही ही किडनी भी प्रभावित हो सकती है। सैचुरेटेड फैट युक्त आहार से कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो सकती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार शरीर में एचडीएल और एलडीएल दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं। इसमें एचडीएल को गुड़ कोलेस्ट्रॉल और एलडीएल को बैड कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है। एलडीएल का स्तर बढ़ने से ही शरीर में कई तरह की समस्याएं शुरु होती है। अहमदाबाद के जाइडस अस्पताल की मुख्य आहार विशेषज्ञ श्रुति के भारद्वाज के अनुसार कोलेस्ट्रॉल का बढ़ता स्तर डायबिटीज और किडनी के कार्य को प्रभावित कर सकता है। इसके लिए आपको अपना कोलेस्ट्रॉल लेवल को ठीक रखना होगा और आप अपने खान-पान पर ध्यान रखकर इसे मेंटेन कर सकते हैं। 

क्या कोलेस्ट्रॉल डायबिटीज और किडनी के कार्य को प्रभावित कर सकता है? - Can Cholesterol Affects Diabetes And Kidney Function In Hindi

एक्सपर्ट के अनुसार कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से नसों में प्लाक बनने की प्रक्रिया तेज  हो सकती है या प्लाक बनने की संभावना बढ़ जाती है। नसों में प्लाक बनने से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है, जिससे शरीर के कार्य प्रभावित होते हैं। ऐसे में डायबिटीज के लक्षण गंभीर रूप ले सकते हैं। इसके अलावा, कुछ लोगों को किडनी की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। फिलहाल इससे बचने के लिए आप आगे बताए उपायों को अपना सकते हैं। 

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कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए उपाय - How To Reduce Cholesterol Level In Hindi 

साबुत अनाज को डाइट में शामिल करें 

अपनी डाइट में साबुत अनाज के सेवन को प्राथमिकता दें। इनमें फाइबर और अन्य पोषक तत्व अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। इसके कारण आपको कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रित करने में मदद मिलताी है। साबुत अनाज में कई प्रकार के अनाज आते हैं जैसे- बाजरा, ब्राउन राइस, राई, चावल, जौ, ज्वार आदि। इनको डाइट में शामिल करआप कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम कर सकते हैं। 

फल और सब्जियां खाएं

अपनी डाइट में फलों और सब्जियों को शामिल करने से आप कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकते हैं। सब्जियों में मौजूद फाइबर और प्रोटीन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। हरी सब्जियों, गाजर, मूली, साग, दालें, मसूर, सेम, शकरकंद, भिंडी, ब्रोकली, सेब, स्ट्रॉबेरी आदि से आप कोलेस्ट्रॉल की समस्या को कम कर सकते हैं। 

हेल्दी ऑयल में पकाएं खाना 

  • खाना पकाने के लिए सरसों और जैतून के तेल में खाने को पकाना चाहिए। 
  • जितना आवश्यक हो उतना ही तेल का उपयोग करें।
  • एक ही तेल में बार-बार चीजों को फ्राई करने से खाने में सैचुरेटड फैट की मात्रा बढ़ सकती है। 
  • खाने में तेल और घी को कम से कम मात्रा में उपयोग करें। 

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कोलेस्ट्रॉल के बढ़ते स्तर की वजह से आपको हार्ट संबंधी समस्या होने का खतरा अधिक होता है। इससे लोगों को हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर और हार्ट स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है। इसके लिए आप डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करें। साथ ही, आप नियमित जांच कर डायबिटीज और किडनी आदि पर पड़ने वाले दबावों को दूर कर सकते हैं। 

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