
कोरोनावायरोलॉजिस्ट और एक्सपर्ट पविथ्रा वेंकटागोपालन बता रही हैं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के जरिये खुद को कोरोना वायरस से बचाने का आसान तरीका।
हमारे देश में कोरोना के नये स्ट्रेन ने दस्तक दे दी है। ब्रिटेन से लौटे 20 यात्रियों में ये नया स्ट्रेन पाया गया है। यूके के साथ-साथ अब हमारे देश में भी इसका खौफ पांव पसार रहा है। बंगाल, कर्नाटक, कोलकाता से कुछ मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य अधिकारी ऐसे लोगों का जीनोम टेस्ट कर रहे हैं जिससे नये स्ट्रेन के बारे में जानकारी जुटाई जा सके। घरों में बंद लोगों के बीच दहशत का माहौल है। वैक्सीन न लगने तक आत्मसुरक्षा में ढिलाई नहीं करनी है। 6 फिट की दूरी, मास्क के इस्तेमाल के अलावा आप कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के जरिये खुद को कोरोना वायरस से सुरक्षित रख सकते हैं। इस तकनीक को समझने के लिये हमने बात की कोरोनावायरोलॉजिस्ट पविथ्रा वेंकटागोपालन से जो बीते 7 सालों से कोरोना वायरस पर शोध कर रही हैं। आइए आपको बताते हैं क्या है कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और कोविड 19 से जंग लड़ने में ये कैसे हमारा हथियार बन सकती है।
क्या है कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग? (What is contact tracing)
कोरोना से जंग जीतने के लिये कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग बेहद आसान और असरदार तकनीक है। ये ऐसे लोगों को चिन्हित करती है जिन्हें वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है या इसकी आशंका है। कुछ लोग अस्पताल में भर्ती होने के डर से अपने शरीर में कोरोना की पुष्टि नहीं होने देते। इस ढिलाई के चलते न जाने कितने ही लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। आप ऐसी गलती न करें। लक्षणों का पता चलते ही सीधे डॉक्टर से संपर्क करें।
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कैसे काम करती है कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की तकनीक? (How contact tracing works)
- जब किसी इंसान को कोरोना अपनी गिरफ्त में लेता है तो सबसे पहले उसके स्वास्थ्य पर नजर रखी जाती है। इसके बाद ग्रसित इंसान से उसकी ट्रैवल हिस्ट्री पूछी जाती है। ट्रैवल हिस्ट्री का मतलब है कि बीते दिनों वो कहां गया और किन-किन लोगों से मिला। इस जानकारी से हम उन लोगों को कोरोना होने से बचा सकते हैं जो पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए हैं। अगर आप कोरोना पॉजिटिव निकलते हैं तो आपसे बीते 14 दिनों का ब्यौरा लिया जा सकता है।
- जब ये पता चल जाता है कि बीते दिनों में संक्रमित व्यक्ति किन-किन लोगों से मिला है तो उन लोगों की सूची बनाई जाती है। लिस्ट तैयार कर उन लोगों तक जानकारी पहुंचाई जाती है ताकि वे अपना चेकअप करवा लें या समय रहते आइसोलेट हो जायें।
- स्वास्थ्य अधिकारी ऐसे लोगों के संपर्क में रहते हैं जिन्हें कोरोना होने की आशंका है ताकि उनमें मिलने वाले लक्षणों की जांच की जा सके।
- इसके साथ ही आपके नजदीकी और परिवार के लोगों की स्क्रीनिंग की जाती है। इसमें वो लोग भी शामिल होते हैं जिन्होंने संक्रमित इंसान के करीब आकर समय बिताया हो। कोरोना बहुत जल्द एक से दूसरे इंसान में फैलता है इसलिये संपर्क में आये सभी लोगों की स्क्रीनिंग जरूरी है।
- कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिये अब अलग-अलग देश तकनीक का सहारा ले रहे हैं। हमारे देश में आरोग्य सेतु एप कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का ही काम करती है। इससे आपको पता लगता है कि आपके इलाके में कितने संक्रमित और कितने संभावित मरीज हैं। अपनी सुरक्षा के लिये इस एप को फोन में जरूर रखें।

घर पर रहकर कैसे करें तकनीक का इस्तेमाल? (Contact tracing at home)
आप घर पर रहकर भी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग आसानी से कर सकते हैं। इसके लिये आप अपने कम्प्यूटर या डायरी में लिस्ट बना लें। लिस्ट में 3 कैटेगरी बनाएं। पहली में तिथि, दूसरी में आप जिस जगह गये हैं और तीसरी में उन लोगों के नाम जिनसे आप मिले हैं। मान लीजिये कि आज आप अपने पड़ोस के बाजार गये हैं तो आप उस जगह का नाम, जिन लोगों से मिले उनका नाम और संभव हो तो कॉंटेक्ट डिटेल लिख लें। इससे आपके पास अपने हर दिन का ब्यौरा होगा। इसे घर के हर सदस्य को करने की सलाह दें। आसान तकनीक से आप और आपका परिवार घातक वायरस से बच सकता है।
कोरोना से जंग जीतना है तो अपने अनुभव साझा करें
कोरोना (Corona) हम सब के लिये एक नया शब्द है इसलिये हमें इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता। बीते एक साल में हम इससे जुड़े कई मिथ और सच (Myths and facts of corona) को सुन चुके हैं। कोरोना से जुड़ी कई फेक न्यूज भी वायरल हो चुकी हैं। इन सब से बचने के लिये आप अपने अनुभव साझा करें। अगर आपके जानने में कोई रिश्तेदार, दोस्त हो जो कोरोना पॉजिटिव रहा हो तो उससे बात करें और लक्षण व सही इलाज की जानकारी लें। अगर आपके घर में या आपको कोरोना हुआ है तो अपने अनुभवों को भी दूसरों से बांटें। कोरोना से बचने के लिये ये एक छोटी पर असरदार तकनीक साबित होगी। इसके साथ ही नेगेटिव बातों से दूरी बरतें।
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जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं (COVID 19 safety tips)
- अपने हाथ समय-समय पर धोते रहें। साफ हाथों से ही खाना खाएं।
- कहीं बाहर से आने या जाने या किसी चीज़ को छूने पर सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें।
- मास्क लगाना न भूलें। कुछ लोग बिना मास्क लगाए ही सड़कों पर निकल जाते हैं। ऐसा करने से आप अपनी और दूसरे की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं। इसलिये मास्क जरूर लगायें।
- कोरोना ने हमें सफाई को गंभीरता से लेना सिखाया। जब तक आप अपने आसपास सफाई रखेंगे आपको संक्रमण होने की उम्मीद कम रहेगी।
- खांसते या छींकते वक्त मुंह को जरूर ढकें।
सारी सावधानियां बरतने के साथ इस मुश्किल समय में हम सभी को हिम्मत का साथ नहीं छोड़ना है तभी जानलेवा वायरस को हराना मुमकिन होगा।
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