Allergic Rhinitis: एलर्जिक राइनाइटिस, जिसे आमतौर पर हे फीवर के रूप में जाना जाता है। प्रत्येक वर्ष दुनिया भर के लाखों लोगों को यह रोग होता है। इस दौरान लोगों को छींक आना, नाक बहना, और नाक बंद होना आदि लक्षण देखने को मिलते हैं। इन लक्षणों के चलते इस संक्रमण को लोग पहचान नहीं पाते हैं। मौसम में बदलाव होने पर इंफेक्शन का जोखिम बढ़ जाता है। इस दौरान बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन होने की आंशका अधिक होती है। ऐसे में एलर्जिक राइनाइटिस हो सकता है। पौधे, फूल, हवा में मौजूद दूषित कण और जानवरों की वजह से व्यक्ति को एलर्जिक राइनाइटिस हो सकता है। इस लेख में धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल पल्मोनोलॉजी और स्लीप मेडिसिन सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर नवनीत सूद से आगे जानते हैं कि एलर्जिक राइनाइटिस किस तरह शुरु होता है और इसके मुख्य कारण क्या हो सकते हैं।
एलर्जिक राइनाइटिस की शुरुआत कैस होती हैं? - How Allergic Rhinitis Occurs in Body In Hindi
एलर्जिक राइनाइटिस की समस्या एलर्जी का कारण बनाने वाले धूल, जानवरों के बाल और पराग की वजह से हो सकती है। जब व्यक्ति सांस के जरिए इन्हें अंदर ले जाता है, तो इससे आपको संक्रमण हो सकता है। एलर्जिक राइनाइटिस प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा किसी एलर्जेन (संक्रमण का कारण बनने वाले बैक्टीरिया या वायरस) को दूर करने के लिए की गई प्रतिक्रिया के कारण होता है। इस प्रतिक्रिया के समय कोशिकाएं कई तरह के रसायन (कैमिकल्स) छोड़ती हैं। इन कैमिकल्स को हिस्टामाइन कहते हैं। इससे आपकी नाक की अंदरूनी परत (श्लेष्म झिल्ली-Mucus Membrane) सूज जाती है। इस स्थिति में आपकी नाक में बलगम बनने लगता है। इस कैमिकल बदलाव के चलते कुछ लोगों को बुखार आ जाता है, जबकि कुछ को बुखार जैसे लक्षण महसूस नहीं होते हैं। इसमें होने वाले बुखार को हे फीवर (Hay Fever) कहते हैं। यह बुखार संक्रामक नहीं होता है। बहुत से लोग नॉनएलर्जिक राइनाइटिस से पीड़ित होते हैं, इसमें उनको समान लक्षम महसूस हो सकते हैं। लेकिन, नॉनएलर्जिक राइनाइटिस एलर्जी या हिस्टामाइन रिलीज के कारण नहीं होता है। इसकी मुख्य वजह सूजन होती है।
एलर्जिक राइनाइटिस के कारण - Causes Of Allergic Rhinitis In Hindi
एलर्जिक राइनाइटिस तब होता है जब आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली हवा में मौजूद किसी एलर्जन के प्रति प्रतिक्रिया करती है। जलन पैदा करने वाले तत्व (एलर्जी) इतने छोटे होते हैं कि आप उन्हें आसानी से अपनी नाक या मुंह से अंदर ले सकते हैं। यदि आपको एलर्जिक राइनाइटिस है, तो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को लगता है कि एलर्जेन शरीर में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली आपके रक्तप्रवाह में नेचुरल कैमिकल्स को रिलीज कर आपके शरीर की रक्षा करने का प्रयास करती है। ऐसे में आपके नाक, आंख और गले की म्यूकस मेम्ब्रेन में सूजन और खुजली हो सकती है। सूजन और खुजली के द्वारा शरीर एलर्जन को बाहर करने का प्रयास करते हैं।
एलर्जिक राइनाइटिस आगे बताए एलर्जेन से हो सकता है।
- घर की कालीन, पर्दे, बिस्तर और फर्नीचर के धूल के कण
- पेड़ों, घास और खरपतवार के पराग
- पालतू जानवरों की रूसी (मृत कोशिकाओं के छोटे टुकड़े)
- कॉकरोच, आदि।
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इसके लक्षण दिखाई देने पर आप तुरंत डॉक्टर से चांज कराएं। एलर्जिक राइनाइटिस कुछ दिनों या सप्ताह में ठीक हो जाता है। इससे बचने के लिए घर के बिस्तर की चादर और तकिए के कवर को बदलें। इसके साथ ही, बाहर से आने के बाद हाथ-पैरों को साबुन से धोएं।