निमोनिया के लक्षण हैं बलगम में खून और सीने में चुभन, जानिए Pneumonia के घरेलू उपचार

निमोनिया (Pneumonia) एक या दोनों फेफड़ों में होने वाला संक्रमण है। बैक्टीरिया, वायरस और कवक इसका कारण बनते हैं। जानिए इसके घरेलू उपचार।

Atul Modi
Written by: Atul ModiUpdated at: Apr 27, 2020 15:36 IST
निमोनिया के लक्षण हैं बलगम में खून और सीने में चुभन, जानिए Pneumonia के घरेलू उपचार

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Home Remedies For Pneumonia: निमोनिया एक खतरनाक बीमारी है और अगर इस बीमारी का इलाज तुरंत ना किया जाए तो, यह फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। निमोनिया फेफड़ों में असाधारण तौर पर सूजन होने के कारण होता है। इसमें फेफड़ों में पानी भी भर जाता है। आमतौर पर निमोनिया कई कारणों से होता है जिनमें प्रमुख हैं बैक्टीरिया, वायरस, फंगी या अन्य कुछ परजीवी। इनके अलावा कुछ रसायनों और फेफड़ों पर लगी चोट के कारण भी निमोनिया होता है। अगर आपको या आपके परिवार में किसी को निमोनिया है तो आप नीचे दिये गए कुछ आसान से घरेलू नुस्‍खों का प्रयोग कर सकते हैं। इसके कुछ लक्षण निम्‍नलिखित हैं: 

  • खांसी: जो हरे, पीले या यहां तक कि खूनी बलगम के साथ हो सकती है। 
  • बुखार, पसीना और कंपकंपी ठंड लगना।
  • सांस लेने में कठिनाई।
  • तीव्र श्वास।
  • गहरी सांस लेने या खांसी आने पर सीने में चुभने वाला दर्द।
  • भूख में कमी, कम ऊर्जा, और थकान आदि।

निमोनिया का घरेलू उपचार

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1: लहसुन

लहसुन कुदरती रूप से बैक्‍टीरिया से लड़ने की क्षमता रखता है। यह वायरस और फंगस से भी शरीर की रक्षा करता है। लहसुन में शरीर का तापमान कम करने और छाती व फेफड़ों में जमा बलगम को बाहर निकालने की क्षमता होती है। 

कैसे करे उपयोग

  • एक कप दूध में चार कप पानी डालें और इसमें आधा चम्‍मच पिसा हुआ लहसुन डाल दें। इसे तब तक उबालें जब तक मिश्रण का एक चौथाई न रह जाए। इस मिश्रण को दिन में तीन बार पियें।
  • पिसे हुए लहसुन की कलियों में समान मात्रा में ताजा नींबू का रस और शहद मिला लें। दिन में तीन-चार बार, दो से तीन चम्‍मच इस मिश्रण का सेवन करें।
  • छाती पर लहसुन का रस या पेस्‍ट मलने से भी आराम होता है।
  • अदरक की चाय पीने से भी लाभ होता है।

2: लाल मिर्च

लाल मिर्च में उच्‍च मात्रा में कैप्‍स‍ासिन होता है जो श्‍वसन मार्ग से बलगम को हटाने में मदद करता है। लाल मिर्च बीटा-कोरटेन का भी अच्‍छा स्रोत होती है, जो कफ की झिल्‍ली को सुरक्षित रखता है। 

कैसे करें उपयोग

  • करीब 250 मिली पानी में थोड़ी सी लाल मिर्च और थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर दिन में कुछ बार इसका सेवन करें।
  • आप गाजर के जूस में भी लाल मिर्च डालकर पी सकते हैं। ये दोनों ही तत्‍व निमोनिया के इलाज के लिए मददगार होते हैं।

3: मेथी के बीज

मेथी के बीज म्‍यूको‍लिटिक गुण होते हैं, जो छाती में जमने वाली बलगम को पतला करने में मदद करते हैं। इसलिए मेथी का सेवन करने से बंद छाती खुल जाती है। मेथी के सेवन से पसीना आता है, जिससे बुखार कम होता है और शरीर से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं। 

कैसे करें उपयोग

  • दो कप पानी में एक चम्‍मच मेथी के दाने डालकर उनकी चाय बना लें। इस चाय को छानकर दिन में चार बार पियें। स्‍वाद में इजाफा करने के लिए इसमें नींबू का रस मिलाया जा सकता है। जैसे जैसे आपको अपनी सेहत में सुधार दिखने लगे आप इसकी मात्रा कम कर सकते हैं।
  • एक कप पानी में मेथी के दाने, एक चम्‍मच अदरक का पेस्‍ट, एक लहसुन की कली पिसी हुई, और थोड़ी सी काली मिर्च डालकर पांच मिनट तक उबालें। इसे छान लें और फिर इसमें आधा चम्‍मच नींबू का रस डाल दें। आप चाहें तो इसमें शहद भी मिला सकते हैं। दिन में तीन चार बार इसका सेवन कीजिये। आराम होगा।

4: तिल के बीज

तिल औषधीय गुणों से युक्‍त होता है। तिल के बीज कफ को बाहर निकालने में मदद करता है।   

कैसे करें उपयोग

एक कप पानी में एक चम्‍मच तिल को उबालें, अब इसमें एक चम्‍मच अलसी के बीज डाल दें और पानी को यूं ही उबलने दें। फिर इसे छानकर एक चम्‍मच शहर और थोड़ा सा नमक मिला लें। इस मिश्रण का रोजाना सेवन करें। 

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5: सब्जियों का जूस पियें

गाजर का ताजा जूस, पालक का रस, चकुंदर का जूस, खीरे का जूस और अन्‍य सब्जियों के जूस हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। और निमोनिया के दौरान तो इनके लाभ और बढ़ जाते हैं। इनसे इम्‍यूनिटी बढ़ती है, कफ कम होता है और शरीर से विषैले पदार्थ कम हो जाते हैं। इनमें फास्‍फोरस की मात्रा अधिक होती है और साथ ही ये पचने में भी आसान होते हैं। 

कैसे करें उपयोग

  • पालक और गाजर के जूस को 2:3 में मिलाकर आधा लीटर जूस बना लें। रोज इसका सेवन करें।
  • आप चाहें तो रोजाना एक कप चकुंदर के जूस का भी सेवन कर सकते हैं। 

6: भाप लें

भाप लेने से संक्रमण कम होता है और साथ ही आपके सांस लेने की क्षमता भी बेहतर होती है। भाप से खांसी कम होती है और छाती की अकड़न भी कम होती है। 

कैसे करें उपयोग

  • एक बर्तन में थोड़ा पानी उबाल लें और उनमें नीलगिरी, लैवेंडर, टी-ट्री, नींबू, या कपूर के तेल की कुछ बूंदें मिला लें। इस मिश्रण की भाप लें। स्‍टीम लेते समय सिर ढंक कर रखें ताकि वह हवा में उड़ न जाए।
  • गर्म पानी से शावर लेना भी फायदेमंद होगा।

7: हल्‍दी

हल्‍दी भी सांस की तकलीफ के लिए मददगार होती है। यह कफ को कम करती है। इसके साथ ही इसमें एंटीवायरल और एंटी बैक्‍टीरियल गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। 

कैसे करें उपयोग

  • गुनगुने सरसों के तेल में हल्‍दी का पाउडर मिलायें और इससे अपनी छाती पर मसाज करें।
  • दिन में दो तीन बार गर्म दूध में हल्‍दी पाउडर डालकर उसका सेवन करें।
  • आधा चम्‍मच हल्‍दी और चौथाई चम्‍मच काली मिर्च पाउडर को एक गिलास गुनगुने पानी में मिला लें। दिन में एक बार इसका सेवन करें।

8: तुलसी और काली मिर्च

ये दोनों ही तत्‍व हमारे फेफड़ों के लिए फायदेमंद होते हैं। और ये कुदरती रूप से निमोनिया को दूर करने में मददगार है। 

कैसे करें उपयोग

  • तुलसी के पत्‍तों का रस लेकर उसमें ताजी पिसी काली मिर्च मिलाइये और हर छह घंटे बाद इसका सेवन कीजिये।
  • इसके साथ ही खांसी की कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्‍टर से सलाह जरूर लें। खांसी कई मायनों में आपके लिए फायदेमेंद हो सकती है क्‍योंकि यह शरीर से कफ को बाहर निकालती है।

अगर आपके शरीर में निमोनिया के लक्षण बिगड़ चुके हैं तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। घरेलू उपचार करने से पहले भी आप किसी एक्‍सपर्ट की सलाह ले सकते हैं।

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