What Herbs Are Good For Stomach Issues?- शरीर से जुड़ी अधिकतर बीमारियां अक्सर पेट से जुड़ी समस्याओं के कारण ही बढ़ती हैं। इनमें पेट खराब रहने से दस्त, अपच, एसिडिटी, आंतों से जुड़ी परेशानी, और हार्टबर्न जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। गट हेल्थ से जुड़ी समस्याएं बदलती लाइफस्टाइल, अनहेल्दी फूड्स और खराब आदतों के कारण होती हैं। ऐसे में पेट से जुड़ी समस्याओं को कम करने के लिए घर में मौजूद कुछ चीजों को आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्सा भावसार सावलिया के अनुसार, बहुत ज्यादा एसिडिटी की समस्या खराब गट हेल्थ का कारण बन सकती है। ऐसे में पेट को स्वस्थ रखने और एसिडिटी की समस्या (Acidity Problem) को दूर करने के लिए किचन में मौजूद इन हर्ब्स को आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
पेट की समस्याओं को दूर करने के लिए जड़ी-बूटियां - 5 Herbs For Stomach Problems in Hindi
1. अजवाइन
अजवाइन का सेवन कफ और वात दोष को संतुलित करके पित्त में सुधार करने में मदद करता है। इसका उपयोग आप जीरा, इलायची और अजवाइन के पानी के रूप में कर सकते हैं, जो ब्लोटिंग, एसिटिडी और अपच की समस्या से राहत दिलाने में मदद करेगा। इसके अलावा, पेट से जुड़ी समस्याओं को कम करने के लिए खाना खाने के आधे घंटे बाद 1 चम्मच अजवाइन को काले नमक के साथ खाकर एक गिलास गर्म पानी पी सकते हैं।
2. जीरा
यह वात, पित्त और कफ को संतुलित करता है, जिससे पेट से जुड़ी समस्याओं को कम किया जा सकता है। रोजाना खाना खाने से 1 घंटे पहले या फिर बाद में जीरा की चाय पी सकते हैं। आप चाहें तो एक चम्मच जीरा पाउडर को अपने छाछ में मिलाकर दोपहर के खाने के साथ पी सकते हैं। इसके साथ ही, वात और पित्त को शांत करने के लिए सब्जियों को घी और जीरे का छौंका देकर पका सकते हैं।
3. मेथी
मेथी के बीज वात और कफ को कम करने में मदद करता है, जो अपच और गैस से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मदद करता है। कब्ज से राहत पाने के लिए आप 1 चम्मच मेथी के बीज को एक गिलास पानी में रात भर भिगोकर अगली सुबह इस पानी को पी सकते हैं। इसके अलावा, वात से भरपूर सब्जियां जैसे आलू, हरी फलियां, मटर और पत्तागोभी को मेथी के बीज के तड़के के साथ घी में पकाकर खा सकते हैं।
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4. धनिया
धनिया के बीज तीनों दोषों वात, पित्त और कफ को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं। धनिया के बीज को एक गिलास पानी में उबालकर पी सकते हैं, जो पाचन में सुधार करने, ब्लोटिंग या एसिडिटी की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है।
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5. इलाइची
यह तासीर में ठंडी होती है, जो कफ और वात को संतुलित करने में मदद कर सकती है। इलाइची का एक छोटा टुकड़ा अपनी चाय में मिला सकते हैं, या फूड क्रेविंग को रोकने के लिए घी में इलाइची पाउडर मिलाकर खा सकते हैं।
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