Doctor Verified

हार्ट में स्टेंट डालना कितना सुरक्षित है? जानें डॉक्टर की राय

हार्ट में ब्‍लॉकेज की समस्‍या को दूर करने के ल‍िए स्‍टेंट डाला जाता है पर ये आपके हार्ट के ल‍िए क‍ितना सेफ है जानने के ल‍िए पढ़ें पूरा लेख      
  • SHARE
  • FOLLOW
हार्ट में स्टेंट डालना कितना सुरक्षित है? जानें डॉक्टर की राय

हार्ट अटैक आने या हार्ट ब्‍लॉकेज की समस्‍या को दूर करने के ल‍िए हार्ट में स्‍टेंट डाला जाता है। स्‍टेंट डालने के ल‍िए क‍िया जाने वाली प्रक्र‍िया को एंज‍ियोप्‍लास्‍टी कहते हैं। स्‍टेंट की मदद से हार्ट की धमनी को खुला रखने में मदद म‍िलती है। हार्ट में स्‍टेंट केवल डॉक्‍टर की सलाह पर डाला जाता है पर आपके ल‍िए ये ऑप्‍शन क‍ितना सेफ है और डॉक्‍टर स्‍टेंट के बाद क‍िन सावधान‍ियों को बताते हैं इसके बारे में हम आगे जानेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के पल्‍स हॉर्ट सेंटर के कॉर्ड‍ियोलॉज‍िस्‍ट डॉ अभ‍िषेक शुक्‍ला से बात की। 

heart stent

image source:google

क्‍या स्‍टेंट हार्ट के ल‍िए सेफ है? (Is heart stent safe)

स्‍टेंट एक बॉलपेन के आकार की स्‍प्र‍िंग की तरह होता है। ये लंबे समय तक धमन‍ियों को खुला रखने में हार्ट की मदद करता है। आप कह सकते हैं क‍ि स्‍टेंट, हार्ट के ल‍िए एक ब्र‍िज की तरह से काम करता है जो धमन‍ियों को ब्‍लॉक होने से बचाता है। कुछ स्‍टेंट लंबे समय तक हार्ट में लगे रहते हैं तो कुछ का अंतराल ज्‍यादा लंबा नहीं होता। कई लोग स्‍टेंट को सेफ नहीं मानते पर हार्ट के ब्‍लॉकेज को दूर करने का ये इलाज हर मरीज के ल‍िए समस्‍या बने ऐसा जरूरी नहीं है। डॉक्‍टरों के मुताब‍िक हार्ट के मरीजों के ल‍िए स्‍टेंट सेफ है पर इसके साथ ही कुछ सावधान‍ियों को बरतने की जरूरत है तभी आप हेल्‍दी लाइफ जी सकते हैं।      

स्टेंट डलने के बाद होने वाली समस्‍याओं से कैसे बचें? (How to prevent complications after heart stent insertion)

स्‍टेंट डालने के बाद जब तक आपकी र‍िकवरी न हो जाए तब तक आपको ज्‍यादा काम करने से या इंंटेन्‍स वर्कआउट को करने से बचना है।स्‍टेंट डालने या हार्ट की सर्जरी के बाद ड‍िप्रेशन की समस्‍या हो सकती है ज‍िससे बचने के ल‍िए आपको रोजाना मेड‍िटेशन करना चाह‍िए।स्‍टेंट डलने के बाद आपको भारी वेट उठाने से बचना है और स्‍वीम‍िंग, तेज वॉक या दौड़ने से भी बचना है।एब्‍नॉर्मल पेन से बचने के ल‍ि‍ए आपको समय-समय पर डॉक्‍टर से सलाह लेनी चाह‍िए और जांच करवाते रहना चाह‍िए।

इसे भी पढ़ें- ये 7 लक्षण हैं हार्ट की मसल्स में कमजोरी का संकेत, जानें इन्हें मजबूत बनाने के लिए क्या करें

स्‍टेंट डालने के र‍िस्‍क (Risks of heart stent)

heart stent risks

image source:google

स्‍टेंट के कारण वैसे तो मरीज को कोई समस्‍या नहीं होती और वो सेफ होते हैं पर इसके कुछ र‍िस्‍क हो सकते हैं ज‍िनके बारे में हम आगे बात करेंगे-

  • स्‍टेंट डालने के बाद कैथेटर के कारण ब्‍लीड‍िंग की समस्‍या हो सकती है, ऐसा होने पर मरीज को तुरंत डॉक्‍टर की मदद लेनी चाह‍िए।
  • ज‍िन मरीजों के शरीर में स्‍टेंट डला होता है उनमें ब्‍लड क्‍लॉट‍िंग की समस्‍या हो सकती है।
  • ब्‍लड क्‍लॉट‍िंग के कारण हार्ट अटैक, स्‍ट्रोक या क‍िसी शरीर के क‍िसी अन्‍य भाग में ब्‍लड क्‍लॉट‍िंंग की समस्‍या हो सकती है।
  • स्‍टेंट को डालने के ल‍िए ज‍िस डाई का यूज क‍िया जाता है उससे क‍ुछ मरीजों को एलर्जी हो सकती हालांक‍ि ऐसा बहुत रेयर क‍ेस में होता है।
  • ज‍िन मरीजों में पहले हार्ट की सर्जरी हुई हो या क‍िडनी ड‍िसीज या डायब‍िटीज हो उनमें स्‍टेंट के कारण समस्‍या हो सकती है, पूरी जांच के बाद ही डॉक्‍टर ऐसे मरीजों को स्‍टेंट डालने की सलाह देते हैं।

इसे भी पढ़ें-  हार्ट ब्लॉकेज क्यों होता है? जानें हार्ट में ब्‍लॉकेज होने पर क‍िन बातों का रखें ख्‍याल

स्‍टेंट डलने के बाद क‍िन बातों का ध्‍यान रखें? (Precations after stent insertion)

  • स्‍टेंट डलने के बाद इन सावधान‍ियों को फॉलो करें- 
  • स्‍टेंट डालने के बाद आप क‍िसी भी तरह के र‍िस्‍क के बचना चाहते हैं तो स्‍ट्रेस न लें।
  • स्‍टेंट के साथ हेल्‍दी जीवन जीने के ल‍िए आप सही बॉडी वेट मेनटेन करें।
  • आपको स्‍टेंट डलने के बाद डॉक्‍टर की बताई दवा का ही सेवन करना चाह‍िए।
  • आपको हेल्‍दी डाइट का सेवन करना चाह‍िए और साथ ही हाई बीपी, डायब‍िटीज जैसी समस्‍या से दूर रहना चाह‍िए।
  • स्‍टेंट डलने के बाद आपको धूम्रपान का सेवन ब‍िल्‍कुल नहीं करना चाह‍िए।

हार्ट में स्‍टेंट आपकी पूरी ज‍िंंदगी भर का इलाज नहीं हो सकता। ब्‍लड को फ्लो करवाने में स्‍टेंट आपके हार्ट की मदद करता है पर आपको इसे लगवाने के बाद कुछ जरूरी सावधान‍ियों को भी बरतने की जरूरत होगी ज‍िसके बाद ही आप हेल्‍दी लाइफ जी सकते हैं।  

main image source:google

Read Next

ये 7 लक्षण हैं हार्ट की मसल्स में कमजोरी का संकेत, जानें इन्हें मजबूत बनाने के लिए क्या करें

Disclaimer