बढ़ते तनाव और बिगड़ते लाइफस्टाइल के चलते आजकल लोगों में हार्ट अटैक का खतरा बहुत आम बात हो गई है। ना सिर्फ उम्रदराज लोग बल्कि युवा भी हार्ट के रोगों के शिकार हो रहे हैं। गर्मी की तुलना में सर्दी के मौसम में हार्ट के पेशेंट को अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस दौरान दिल के प्रति अधिक सावधान रहना चाहिए क्योंकि ठंडा तापमान हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा देता है।
साथ ही ठंड के मौसम में अपना ज्यादातर समय बाहर व्यतीत करने वाले लोगों को अधिक सावधान रहना चाहिए। इसके अलावा यह जानना भी बहुत जरूरी है, खासकर उन लोगों के लिए जो हृदय रोग से पीड़ित है कि ठंड का मौसम आपके दिल को किस प्रकार प्रभावित करता है। हाल ही में हुए एक शोध में बताया है कि ब्लड ग्रुप से हार्ट अटैक के खतरे का पता चल सकता है। साथ ही संभावना का भी पता चलता है कि किस ब्लड ग्रुप के लोगों को ज्यादा खतरा है।
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O ब्लड ग्रुप सबसे अच्छा माना जाता है। इस ब्लड ग्रुप के लोगों को हार्ट से जुड़ी बीमारी होने का खतरा सबसे कम रहता है। इस रिसर्च के दौरान कोरोनरी धमनी रोग, हार्ट फेल्योर और कार्डियोवैस्कुलर की जांच की गई है। जिसके द्धारा पता चला कि इस ब्लड ग्रुप के लोग दिल से जुड़ी बीमारियों के लिए काफी सफल हैं। क्योंकि इन्हें हार्ट अटैक और अन्य दिल की बीमारी होने के चांस बहुत कम रहते हैं।
नीदरलैंड के मेडिकल सेंटर ग्रोनिगन विश्वविद्यालय के छात्र व प्रमुख लेखक तीसा कोले ने कहा कि शोध से पता चलता है कि A ब्लड ग्रुप के लोगों में कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होने के कारण भी उन्हें इसका जोखिम सबसे ज्यादा होता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक गैर O ब्लड ग्रुप वालों में गैलेक्टिन-3 की ज्यादा मात्रा सूजन और दिल पर बुरा प्रभाव डालती है। यानि कि A, B और AB ब्लड ग्रुप के लोगों को हार्ट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा होता है। इन ब्लड ग्रुप के लोगों में हार्ट अटैक का खतरा लगभग 9 फीसदी ज्यादा होता है।
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हार्ट अटैक के कारण
- आनुवांशिक जोखिम
- दूषित पर्यावरण और आधुनिक खानपान
- उच्च रक्तचाप
- तनाव भरा जीवन
- अधिक देर तक सोना
- मोटापा
- धूम्रपान व शराब का अधिक सेवन
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