रोज खाएंगे ये 8 फूड्स, तो कभी नहीं हार्ट संबंधी बीमारी

खानपान की गलत आदतों और फ‍िजि़कल ऐक्टिविटीज़ की कमी से कोलेस्ट्रॉल स्तर बढ़ सकता है, जो कि कई गंभीर बीमारियों को जन्म देता है।
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रोज खाएंगे ये 8 फूड्स, तो कभी नहीं हार्ट संबंधी बीमारी

खानपान की गलत आदतों और फ‍िजि़कल ऐक्टिविटीज़ की कमी से कोलेस्ट्रॉल स्तर बढ़ सकता है, जो कि कई गंभीर बीमारियों को जन्म देता है। दिल्ली के पीएसआरआई हॉस्पिटल की डायटेटिक्स देबजानी बनर्जी और वेट मैनेजमेंट कंसल्टेंट कविता देवगन के मुताबिक, कोलेस्ट्रॉल खून में पाया जानेवाला फैट है। व्यक्ति के स्वस्थ जीवन के लिए यह ज़रूरी है, लेकिन जब रक्त में इसकी मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है तो खून में इसके थक्के जम जाते हैं, जो हृदय के लिए घातक होते हैं। एक व्यक्ति के शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर 190 एमजी/डीएल से कम रहना चाहिए।

ओट्स

ओट्स में बीटा ग्लूकॉन एक गाढ़ा चिपचिपा तत्व होता है, जो कब्ज़ की समस्या को दूर करता है। इससे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का जमाव नहीं हो पाता। एक अध्ययन के अनुसार 3 महीने तक नियमित ओट्स का सेवन किया जाए तो इससे कोलेस्ट्रॉल के स्तर में 5 प्रतिशत तक की कमी लाई जा सकती है। एकस्वस्थ शरीर को 3 ग्राम बीटा ग्लूकॉन की ज़रूरत होती है। इसलिए नाश्ते में ओट ब्रेड/ ओट स्मूदी/ ओट नूडल्स/ एक कटोरी दलिये की तरह पकाए गए नमकीन ओट्स से शरीर को पर्याप्त मात्रा में बीटा ग्लूकॉन मिल जाएगा।

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दालें और सोयाबीन

दालें, अंकुरित अनाज और सोयाबीन खून में मौज़ूद बैड यानी एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में लिवर की मदद करते हैं। ये चीज़ें गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में भी सहायक होती हैं। ध्यान रखें, अगर यूरिक एसिड की समस्या है तो इन चीज़ों का सेवन सीमित मात्रा में करें।

ड्राई फ्रूट्स

बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए अपनी डाइट में अखरोट, बादाम, काजू, पिस्ता शामिल करें। इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। साथ ही बादाम में मौज़ूद फैट बहुत फायदेमंद होता है। ये चीज़ें गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाने में मदद करती हैं। रोज़ाना 4-6 ड्राई फ्रूट्स खाने से दिल और दिमाग दुरुस्त रहता है। घी-तेल में भुने और नमकीन मेवों का सेवन न करें। इससे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।

लहसुन

अगर लहसुन के गुणकारी तत्वों का फायदा लेना है तो बाज़ार में मिलने वाले गार्लिक पेस्ट व गार्लिक सॉस व अचार के बजाय सुबह खाली पेट 2 कलियां कच्चा लहसुन खाएं। यह सेहत के लिए अच्छा रहता है। साथ ही इसमें कुछ ऐसे एंजाइम्स होते हैं, जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होते हैं।

ग्रीन टी

क्या आप जानते हैं कि नियमित रूप से ग्रीन टी का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है। ग्रीन टी में कैटेकिंस नामक एंटीऑक्सीडेंट कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है। चाय के अलावा कैटेकिंस एंटीऑक्सीडेंट ब्लैक टी, चॉकलेट्स और अंगूर में पाए जाते हैं।

मछली

इसमें मौज़ूद ओमेगा-3 फैटी एसिड एलडीएल यानी बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। यह दिल के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। यह ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है और खून के थक्के बनने से रोकता है।

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कोरिएंडर सीड्स

साबुत धनिया और धनिया पाउडर दोनों बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के लेवल को कम करने में मदद करते हैं, साथ ही डायबिटीज़ को नियंत्रित करते हैं। दो चम्मच धनिया पाउडर को एक कप पानी में मिलाकर उबाल लें और इसे छानकर सप्ताह में दो बार सेवन करें।

लाल प्याज

हाई कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में लाल प्याज बहुत फायदेमंद होता है। एक शोध के अनुसार, लाल प्याज बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करके गुड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ाता है। इससे दिल संबंधी समस्याएं कम हो जाती हैं। इसलिए अपने खाने के दौरान लाल प्याज का सेवन ज़रूर करें।

नींबू

नींबू और खट्टे फलों में कुछ ऐसे घुलनशील फाइबर पाए जाते हैं, जो बैड कोलेस्ट्रॉल को रक्त प्रवाह में जाने से रोक देते हैं। विटमिन सी रक्तवाहिका नलियों की सफाई करता है। इस तरह बैड कोलेस्ट्रॉल पाचन तंत्र के ज़रिये शरीर से बाहर निकल जाता है।

कोकोनट/ऑलिव ऑयल

वसायुक्त होने के बावज़ूद नारियल सेहत के लिए फायदेमंद है। इसमें मौज़ूद लोरिक एसिड गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाने में मददगार है। रिफाइंड या प्रोसेस्ड नारियल तेल का इस्तेमाल न करें। वहीं ऑलिव ऑयल में मोनो अनसैचुरेटेड फैट कोलेस्ट्रॉल के स्तर को स्थिर रखता है।

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