युवावस्था में हममें से ज्यादातर लोगों को कोई गंभीर बीमारी नहीं होती है। ऐसे में बहुत से लोग ये सोच लेते हैं कि वो स्वस्थ हैं और कभी बीमार नहीं होंगे। मगर 40 की उम्र आते-आते तरह-तरह की बीमारियां शरीर को घेरने लगती हैं। इनमें से ज्यादातर बीमारियां युवावस्था में की गई हमारी गलतियों के कारण होती हैं। गलत खान-पान और अनियमित लाइफस्टाइल के कारण लोगों में दिल की बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ा है।
दिल की सबसे आम बीमारियों में ये बीमारियां हैं- हार्ट अटैक, धमनियों (आर्टरी) का संकरा (नैरो) हो जाना, हार्ट फेल्योर, दिल की धड़कन का अनियमित हो जाना, हार्ट वाल्व से जुड़ी बीमारी, कार्डियक अरेस्ट आदि। दिल की बीमारियों में कई बीमारियां जानलेवा हैं। अगर आप शुरुआत से ही कुछ गलतियां नहीं करते हैं, तो दिल की बीमारियों की संभावना बहुत कम हो जाती है।
पूरी नींद न लेना
आधी-अधूरी नींद एक आम समस्या है और खराब सेहत की एक वजह भी। एक रिपोर्ट के मुताबिक रात में भरपूर नींद लेने वाले लोगों की आर्टरी ब्लॉक होने की आशंका कम होती है। आर्टरी ब्लॉक होने से हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम बढ़ता है। जो लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते, उन्हें दिल संबंधी रोग होने का ज्यादा खतरा होता है। आजकल सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने और लेट नाइट पार्टीज के कारण ज्यादातर लोग उतनी नींद नहीं लेते हैं, जितनी उनके शरीर को जरूरत होती है। पर्याप्त नींद के अलावा अच्छे स्वास्थ्य के लिए ये भी जरूरी है कि आप रोज के सोने का एक नियम बनाएं।
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वजन कंट्रोल न करना
अपने वजन को लंबाई के हिसाब से मेनटेन रखने की कोशिश करें। ज्यादा वजन यानी मोटापा भी दिल की बीमारियों का बड़ा कारण है। मोटापे का शिकार होने वाली महिलाओं और पुरुष दोनों को ही हृदय रोग होने की आशंका एक समान होती है। मोटापे से बचने के लिए कम फैट वाले चीजों और तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। नियमित व्यायाम और पैदल चलने की आदत भी आपको मोटापे से दूर रखती है। आपका बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 25 से नीचे रहना चाहिए। वजन बढ़ने से दिल की बीमारियों के साथ-साथ अन्य कई बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है इसलिए अगर आपको स्वस्थ रहना है तो अपना वजन हमेशा कंट्रोल में रखें।
एक्सरसाइज न करना
यदि आप शारीरिक रूप से सक्रिय रहते हैं तो दिल की बीमारी का खतरा कम रहता है। रोजाना आधे घंटे किया गया व्यायाम आपको सेहतमंद रखने के साथ ही दिल की बीमारियों से भी दूर रखता है। यदि आपको व्यायाम के लिए प्रतिदिन समय न मिल पाएं तो हफ्ते में कम से कम 150 मिनट यानी ढाई घंटे एक्सरसाइज अवश्य कर लें। व्यायाम करने से इन्सुलिन की मात्रा ठीक रहती है, जिससे डायबिटीज का खतरा भी कम होता है। सुबह शाम टहलने की आदत भी आपको हृदय रोग से दूर रखती है। इसके लिए जरूरी है कि साइकिलिंग, वाकिंग, जॉगिंग, एक्सरसाइजेज और स्विमिंग कर प्रति दिन 500-950 के बीच कैलोरी बर्न करें या आप अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए अपनी पसंद का कोई खेल भी खेल सकते है।+
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ब्लड प्रेशर पर नजर न रखना
स्वस्थ जीवन के लिए ब्लड प्रेशर का सही होना बहुत महत्वपूर्ण है। दिल की बीमारियों की एक बड़ी वजह ब्लड प्रेशर भी है। ब्लड प्रेशर पर नजर रखने के लिए इसे रेगुलर बेसिस पर चेक करते रहना जरूरी है। ब्लड प्रेशर बताता है कि आपके दिल को आपके शरीर के लिए ब्लड पंप करने में कोई परेशानी तो नहीं हो रही है। अगर आपको थकान, नींद की कमी और किसी तरह की कोई परेशानी दिखती है, तो तुरंत इसकी जांच करवाएं।
तनाव में जीना
खुद को तनाव से दूर रखने की कोशिश करें। तनाव कम करने के लिए आप योग और मेडिटेशन भी कर सकते हैं। जितना ज्यादा तनाव मुक्त रहेंगे, आपको उतना ही हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम रहेगा। मेडिटेशन से सहनशीलता का स्तर बढ़ता है। तनाव मुक्त रहने के लिए डॉक्टरों की सलाह होती है कि अपने कमरे की दीवारों पर दोस्तों की या अपनी हंसती हुई फोटो लगाएं, ये आपको तनाव से छुटकारा दिलाएंगी।
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