
Recurrent Fever in Hindi: रिकरंट फीवर वो स्थिति है जिसमें व्यक्ति को बार-बार बुखार आता है। सामान्य बुखार की स्थिति में व्यक्ति को बुखार आता है और 4 से 5 दिनों में ठीक हो जाता है। लेकिन रिकरंट फीवर की स्थिति में एक बार बुखार ठीक होने के बाद फिर से बुखार के लक्षण नजर आ सकते हैं। रिकरंट फीवर आने पर भी सामान्य बुखार जैसे लक्षण ही नजर आते हैं -ठंड लगना, कमजोरी महसूस होना, थकान होना, शरीर का गरम होना, शरीर का तापमान 98.6 डिग्री से ऊपर होना आदि। बार-बार बुखार आने के पीछे बैक्टीरियल या फंगल इन्फेक्शन हो सकता है। जो लोग साफ-सफाई का ख्याल नहीं रखते, उन्हें संक्रमण जल्दी अपनी चपेट में ले सकता है और वे बीमार पड़ जाते हैं। ऐसे ही सेहत से जुड़ी कई अन्य गलतियां हैं जिनके चलते बार-बार बुखार आने की समस्या होती है। इन गलतियों या बार-बार बुखान आने के कारण के बारे में आगे जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
1. पोषक तत्वों का सेवन न करना
बार-बार बुखार आने का कारण बैक्टीरियल या फंगल इन्फेक्शन हो सकता है। संक्रमण की चपेट में वो लोग पहले आते हैं जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण, शरीर बीमारी से लड़ नहीं पाता और बार-बार बीमार हो जाता है। इम्यूनिटी कमजोर होने का कारण पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। संक्रमण से लड़ने के लिए एंटीऑक्सीडेंट्स का सेवन करें। मौसमी फल और सब्जियों का सेवन करें। इसके अलावा अपनी डाइट में दूध, दही, मेवे, अंडा आदि शामिल करें।
2. आराम न करना
जब भी आपकी तबीयत खराब होती है, तो डॉक्टर आराम करने की सलाह देते हैं। आराम करने से शरीर रिलैक्स होता है। शरीर में बीमारी को खुद ही ठीक करने का मैकेनिज्म होता है। लेकिन ये तभी ठीक ढंग से काम करता है जब आप आराम करते हैं या नींद पूरी करते हैं। बार-बार बुखार होने का एक कारण ये भी हो सकता है कि शरीर को आराम न मिल पा रहा हो। दवाओं का बेहतर असर भी शरीर पर तभी होता है जब आपका शरीर रेस्ट मोड पर हो। बुखार होने पर पर्याप्त आराम करें और काम से ब्रेक लें।
3. ज्यादा तनाव लेना
तनाव एक ऐसी मानसिक समस्या है जिसके कारण शरीर बीमार हो सकता है। तनाव के कारण कई तरह की शारीरिक समस्याएं जैसे बीपी बढ़ना, बुखार आना, हाथ-पैर कांपना या अन्य लक्षण नजर आ सकते हैं। तनाव की स्थिति में रिकवरी में समय लग सकता है। ऐसे में अगर आप बीमार हैं, और तनाव भी साथ है तो बीमारी लौट सकती है। बार-बार बुखार आ रहा है, तो तनाव कम करें। मन शांत करें। हर दिन मेडिटेशन और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज का सहारा लें। इससे तनाव कम होगा और बार-बार बुखार नहीं आएगा।
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4. गलत दवाओं का सेवन करना
अगर आप डॉक्टर की सलाह के बगैर ही दवाओं का सेवन करते हैं, तो तबीयत बिगड़ सकती है। इस मौसम में इन्फ्लुएंजा का प्रकोप बढ़ रहा है जिसमें मरीज को बुखार आता है। आईसीएमआर के मुताबिक, बुखार आने पर एंटीबायोटिक का सेवन न करें। बुखार आने पर आपको पैरासिटामॉल खाना चाहिए। एंटीबायोटिक का सेवन तभी किया जाता जब संक्रमण बैक्टीरिया के कारण फैला हो। बार-बार बुखार आ रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लें और तभी दवाओं का सेवन करें।
5. धूम्रपान करना
बार-बार बुखार आने का कारण है आपकी रिकवरी ठीक तरह से नहीं हो रही है। धूम्रपान करने से दवाओं का असर भी शरीर पर नहीं होता। धूम्रपान करने से शरीर के अंगों पर प्रेशर विकसित होता है। बीमारी के दौरान शरीर पहले से थका हुआ होता है, ऐसे में अतिरिक्त प्रेशर के कारण शरीर को रिकवर होने में समय लगता है। धूम्रपान का सेवन करने से बीमारी ठीक होने के बजाय गंभीर रूप ले सकती है। जिन लोगों को धूम्रपान की लत होती है, वो खराब तबीयत में भी इसका सेवन करते हैं। ये एक कारण है जिसकी वजह से बार-बार बुखार आ सकता है।
ऊपर बताए 5 कारणों के कारण बार-बार बुखार आ सकता है। इस स्थिति में डॉक्टर से जांच करवाएं। ये किसी गंभीर बीमारी के लक्षण भी हो सकते हैं।