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मां के दूध में पाया जाता है मेलाटोनिन, जानें इससे शिशु की सेहत को मिलने वाले फायदे

डॉ. तरूण आनंद का कहना है कि मेलाटोनिन एक हार्मोन है, जो दिमाग में पीनियल ग्रंथि द्वारा बनता है। मां के स्तनों में पाए जाने वाले दूध में मेलाटोनिन का स्तर दिन और रात के समय अलग-अलग होता है।  
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मां के दूध में पाया जाता है मेलाटोनिन, जानें इससे शिशु की सेहत को मिलने वाले फायदे


शिशु के जन्म से 6 माह तक मां का दूध ही शिशु के लिए सर्वोत्तम आहार है। ये लाइनें अक्सर आपने डॉक्टर से सुनी होगी और नई मांएं इस बात को मानती भी हैं। मां के दूध में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, कैसिइन, लैक्टलब्यूमिन, लैक्टोफेरिन, क्रिएटिन, अमीनो एसिड और न्यूक्लियोटाइड समेत कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह पोषक तत्व शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करते हैं। इन पोषक तत्वों के अलावा मां के दूध में एक और पोषक तत्व पाया जाता है, जिसे मेलाटोनिन कहा जाता है। मेलाटोनिन क्या है और यह शिशु के लिए किस तरह से फायदेमंद होता है, आज इस लेख में हम इसी विषय पर बात करने वाले हैं। इस संबंध में लखनऊ के गोमती नगर स्थित आनंद केयर क्लीनिक के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरूण आनंद ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है। 

मेलाटोनिन क्या होता है?- What is melatonin?

डॉ. तरूण आनंद का कहना है कि मेलाटोनिन एक हार्मोन है, जो दिमाग में पीनियल ग्रंथि द्वारा बनता है। एक मां के दूध में भी मेलाटोनिन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। मेलाटोनिन मुख्य रूप से बच्चे के नींद को प्रभावित करता है। जन्म के साथ शिशु कब और किस तरह से सोएगा यह मेलाटोनिन हार्मोन पर भी निर्धारित होता है। डॉक्टर के अनुसार, अक्सर देखा जाता है कि जन्म के कुछ माह तक शिशु रात को जागता है और सुबह सोता है, यह इसलिए होता है क्योंकि शरीर में मेलाटोनिन का स्तर नियंत्रित नहीं होता है। 

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मेलाटोनिन से शिशु को क्या फायदे मिलते हैं? - What are the benefits of melatonin for your baby?

डॉ. तरूण आनंद की मानें तो मेलाटोनिन से शिशु को बहुत सारे फायदे मिलते हैं। आइए आगे जानते हैं इसके बारे में...

1. नींद का पैटर्न तैयार करने में मिलती है मदद

एक्सपर्ट के अनुसार, मां के दूध में पाया जाने वाले मेलाटोनिन हर स्तनपान के दौरान रिलीज नहीं होता है और शिशु को नहीं मिलता है। मेलाटोनिन मां के दूध से सिर्फ रात में सक्रिय होता है। इसकी मदद से शिशु को दिन और रात के बीच अंतर करने और एक स्वस्थ नींद पैटर्न स्थापित करने में मदद मिलती है।

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2. नींद की गुणवत्ता में सुधार

रात में महिलाएं जब शिशु को स्तनपान कराती हैं, तो इससे शिशु को पर्याप्त मात्रा में मेलाटोनिन मिलता है। इससे शिशु अक्सर गहरी और अधिक आरामदायक नींद का अनुभव करते हैं। मां के दूध के जरिए मिलने वाले मेलाटोनिन की मदद से ही शिशु को रात में पर्याप्त नींद मिलती है।

3. दिमाग को शांत करता है

मां के दूध में मौजूद मेलाटोनिन की उपस्थिति शिशु को रात में जागने को शांत करने में सहायता कर सकती है। इसकी मदद से आपके शिशु को अधिक आसानी से सोने में मदद मिलती है।

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4. दिमाग को करता है शांत

डॉक्टर का कहना है कि रात के समय स्तनपान द्वारा शिशु को मिलने वाले मेलाटोनिन के जरिए ही शिशु के दिमाग को शांत करने में मदद मिलती है। इसकी मदद से ही शिशु रात को चैन की नींद सो पाता है।

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डॉ. तरूण आनंद का कहना है कि जो मांएं अपने बच्चे के लिए दूध को स्टोर करती हैं, उन्हें रात और दिन के दूध को अलग-अलग बर्तनों में स्टोर करना चाहिए। साथ ही, जो दूध दिन के समय स्टोर किया गया हो, उसे दिन के समय और जो दूध रात के समय स्टोर किया गया हो, उसे रात समय ही शिशु को दें।

Image Credit: Freepik.com

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