आधुनिक समय में रहन-सहन के साथ-साथ खानपान में काफी ज्यादा बदलाव देखने को मिलता है। इसका असर आप अपने किचन में भी देख सकता है। पहले के समय में लोग मिट्टी के बर्तनों में खाना बनाते और खाते थे, लेकिन अब उन बर्तनों की जगह स्टील, फाइबर और कांच ने ले ली है। हालांकि, आज भी कई गांव में मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता है। मिट्टी के बर्तन में खाने का स्वाद दोगुना हो जाता है। साथ ही यह स्वास्थ्य के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है। खाने के अलावा मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल दही को जमाने के लिए भी किया जाता है। क्या आपने कभी मिट्टी के बर्तनों में जमी दही का स्वाद चखा है? अगर नहीं, तो एक बार जरूर चखिएगा। साधारण बर्तनों में जमी दही की तुलना में मिट्टी के बर्तनों में जमी दही का स्वाद काफी ज्यादा बेहतर होता है। साथ ही यह सेहत के लिहाज से भी काफी फायदेमंद माना जाता है। चलिए जानते हैं मिट्टी के बर्तन में जमी दही खाने के फायदे और घर पर कैसे जमाएं मिट्टी के बर्तन में दही?
मिट्टी के बर्तन में जमी दही खाने के फायदे (Health Benefits of Curd in Clay Pot)
पाचन शक्ति के लिए है बेहतर
मिट्टी के बर्तन में जमी दही खाने से पाचन शक्ति बेहतर होती है। इसके सेवन से शरीर को भरपूर रूप से विटामिन बी12, विटामिन बी6, कैल्शियम और आयरन मिलता है। साथ ही यह पेट को ठंडक पहुंचाता है।
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शरीर को मिलता है सही पोषण
मिट्टी के बर्तनों में जमी दही में भरपूर रूप से पोषण मौजूद होता है। क्योंकि मिट्टी का बर्तन खाने के पोषक तत्वों को विलुप्त नहीं होने देता है। इसके सभी पोषक तत्व दही में मौजूद होते हैं। जो आपके स्वस्थ शरीर के लिए बेहद जरूरी है।
कई पोषक तत्वों की होती है मौजूदगी
मिट्टी के बर्तन में जमी दही में कई सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जैसे- मैग्नीशियम, आयरन, सल्फर और अन्य कई प्राकृतिक लवण होते हैं। यह सभी तत्व स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी माने जाते हैं।
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कैसे जमाएं गाढ़ी और क्रीमी दही?
- सबसे पहले एक बर्तन में दूध को अच्छे से उबालें। दूध को उबालते समय बीच-बीच में चलाते रहें।
- जब दूध अच्छी तरह से उबल जाए, तो इसे कुछ देर के लिए गैस पर अच्छी तरह से पकने दें।
- अब एक सूती कपड़े से दूध को मिट्टी के बर्तन में छान लें।
- अब किसी मोटे कपड़े को जमीन पर बिछाएं और इस पर दूध से भरा हुआ मिट्टी का बर्तन रख दें और दूध को ठंडा होने दें।
- जब दूध हल्का गर्म यानि उंगली सहने लायक गर्म रहे, तो इसमें एक चम्मच दही डाल दें और चम्मच को एक बार घुमाएं। ध्यान रखें कि चम्मच को आप सिर्फ एक ही दिशा में घुमाएं।
- इसके बाद मिट्टी के बर्तन को ढक दें और इसके ऊपर कोई मोटा कपड़ा डाल दें।
- रात के समय दही जमाने का सबसे सही समय माना जाता है। क्योंकि इस दौरान आप बार-बार बर्तन को छूने नहीं जाते हैं। बार-बार दही के बर्तन को छूने से दही सही से नहीं जमती है। इसलिए रात के समय ही दही जमाएं।
- इस तरह दही जमाने से सुबह तक आपको गाढ़ी और क्रीमी दही मिल सकती है।
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