Mordhan Rice Health Benefits: भारत में पूजा-पाठ, तीज, त्यौहार और व्रत के दौरान अक्सर मोरधन का इस्तेमाल किया जाता है। मोरधन को कई लोग समा के चावल (sama ke chawal) भी कहते हैं। मोरधन यानी की समा के चावल पहले गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के आहार का हिस्सा हुआ करता था, लेकिन वक्त के साथ आज मोरधन की खीर फाइव स्टार होटल में सबसे महंगे व्यंजनों में शुमार है। मोरधन शरीर के लिए काफी पौष्टिक माना जाता है। मोरधन में मौजूद पोषक तत्व शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
मोरधन (समा के चावल) के पोषक तत्व
मोरधन एक ग्लूटेन फ्री अनाज है। जो लोग ग्लूटेन का सेवन नहीं करते हैं उन्हें भी मोरधन का सेवन करने की सलाह दी जाती है। मोरधन में पर्याप्त मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ए, सी, ई और प्रोटीन पाया जाता है। छोटे बच्चे, बुजुर्ग और जो लोग नियमित तौर पर बीमार रहते हैं उन्हें भी मोरधन (समा के चावल) खाने की सलाह दी जाती है। 100 ग्राम मोरधन (समा के चावल) में प्रोटीन 11.6 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट 74.3 ग्राम, फैट 5.8 ग्राम, आयरन 4.7, कैल्शियम 14 मिलीग्राम और फास्फोरस 121 मिलीग्राम पाया जाता है। मोरधन (समा के चावल) को डेली डाइट में शामिल करके शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाया जा सकता है।
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मोरधन (समा के चावल) के फायदे
वजन कम करने में सहायक
जो लोग वजन कम करना चाहते हैं मोरधन (समा के चावल) उनके लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। मोरधन (समा के चावल) में आम चावल के मुकाबले फैट काफी कम मात्रा में पाया जाता है। वजन घटाने के लिए आप डेली डाइट में एक से 2 कटोरी मोरधन (समा के चावल) का सेवन कर सकते हैं।
हड्डियां बनाता है मजबूत
मोरधन (समा के चावल) में काफी मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। कैल्शियम हड्डियों के विकास और उसकी मजबूती के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। जिन लोगों की हड्डियां कमजोर हैं उन्हें नियमित तौर पर मोरधन (समा के चावल) खाने की सलाह दी जाती है।
पाचन तंत्र
मोरधन (समा के चावल) में किसी भी चावल या आटे के मुकाबले अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है। फाइबर पाचन तंत्र के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। छोटे बच्चे और घर के बुजुर्ग जिन्हें पेट दर्द, गैस और खाना पचाने में परेशानी होती है उन्हें मोरधन (समा के चावल) का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
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प्रोटीन का भंडार
आजकल लोगों में अनियमित खानपान, जंक फूड और पानी कम पीने की वजह से प्रोटीन की कमी देखी जा रही है। शरीर में प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए मोरधन (समा के चावल) का सेवन किया जा सकता है। अगर आप डायबिटीज, शुगर या कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो मोरधन को डेली डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें। प्रेग्नेंसी में भी मोरधन का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या डाइटिशियन से बातचीत करें।
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