
काली गाजर (Black Carrot)खाना तो दूर शायद कुछ लोगों ने कभी इसे देखा या खाया भी नहीं होगा। लेकिन यह काली गाजर, गाजर का ही दूसरा रूप है, जो कि एशियाई देशों में काफी आम है। इसे ज्यादातर सालाद, जूस और डेसर्ज यानि स्वीट डिश में उपयोग किया जाता है। काली गाजर को वैज्ञानिक रूप से डैकस कैरोटा के रूप में जाना जाता है। गाजर लाल, बैंगनी, सफेद, पीले और काले सहित कई रंगों की होती है, इसके रंग में भिन्नता इनमें पाए जाने वाले यौगिकों की सांद्रता के कारण होती है। बैंगनी और काली गाजर की किस्मों का गहरा रंग एंथोकायनिन की उच्च सांद्रता को इंगित करता है। जबकि नारंगी और पीले गाजर बीटा-कैरोटीन और अन्य सक्रिय तत्वों में अधिक होते हैं।
काली गाजर का स्वाद अनोखा होता है, जो लाल या नारंगी गाजर से अलग है। काली गाजर बाहर की तरफ काली होती हैं, लेकिन इनमें अंदर से बैंगनी रंग होता है। काली गाजर का अर्क को उससे स्वास्थ्य गुणों के लिए भी उपयोग किया जाता है। इसके अलावा काली गाजर को एक नेचुरल फूड कलरिंग के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। आइए यहां हम आपको काली गाजर खाने के फायदे बताते हैं।
काली गाजर के फायदे (Health Benefits Of Black Carrot)
काली गाजर, पोषक तत्वों से भरपूर होती है। जैसा कि इसका गहरा काला रंग एंथोसायनिन की ओर इशारा करता है, जिसके कुछ महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यह अल्जाइमर रोग जैसे रोगों के इलाज की क्षमता, सूजन को कम करने और पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। यहां काली गाजर के कुछ फायदे हैं:
रूमेटाइड आर्थराइटिस का इलाज (Treats Rheumatoid Arthritis)
काली गाजर में कुछ सक्रिय पोषत तत्व, एंटी इंफ्लामेटरी गुण और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो कि क्रोनिक डिजीज और ऑक्सीडेटिव तनाव को धीमा करने में मदद कर सकते हैं। यह सब ही रूमेटाइड आर्थराइटिस का कारण होते हैं, इस प्रकार यह रूमेटाइड आर्थराइटिस के इलाज में मददगार है।
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पाचन में सहायक (Good For Digestion)
काली गाजर में काफी अधिक मात्रा में डायटरी फाइबर होता है, जो स्वस्थ पाचन तंत्र के लिए आवश्यक है। फाइबर पेरिस्टाल्टिक गति को प्रोत्साहित करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और शरीर में इंसुलिन और ग्लूकोज के रिलीज होने को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है, जो डायबिटीज के रोगियों के लिए अच्छा है।
वजन घटाने को बढ़ावा (Promote Weight Loss)
काली काजर कैलोरी में कम होती है और पौष्टिक होती है, जिस वजह से यह आपकी वेट लॉस डाइट का हिस्सा बन सकती है। आप वजन घटाने के लिए काली और लाल गाजर का सलाद और जूस या स्मूदी बनाकर सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, काली गाजर में घुलनशील फाइबर होते हैं, जो पेप्टाइड YY का अच्छा स्त्रोत है। यह पूर्णता की भावनाओं को पैदा करने वाले हार्मोन को बढ़ाकर आपकी भूख और भोजन का सेवन कम करने में मदद करता है। जिससे आपके वजन घटाने को बढ़ावा मिलता है।
एंटीकैंसर और न्यूरोप्रोटेक्टिव गुणों से भरपूर (Anticancer and Neuroprotective Properties)
एक अध्ययन के अनुसार, काली गाजर का अर्क, अकेले या एंटीकैंसर दवाओं के संयोजन से कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि इसके रसायनिक गुणों का पूरी तरह से मूल्यांकन करने के लिए और शोध की आवश्यकता है। इसके अलावा, काली गाजर में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स आपके मस्तिष्क में बीटा-एमिलॉयड प्लाक के जमाव को कम करने के लिए जाने जाते हैं, जिससे तंत्रिका संबंधी जमाव और न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग हो सकते हैं।
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आंखों की रोशनी में सुधार (Improve Vision Power)
हालांकी लाल या नारंगी गाजर में बीटा कैरोटीन उच्च मात्रा में होता है, लेकिन काली गाजर भी बीटा-कैरोटीन की आपूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। इसका असर सीधे आपकी आंखों की रौशनी को बनाए रखने और सुधार करने के लिए जाना जाता है। यह एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है, बीटा-कैरोटीन आपके मैक्यूलर डिजनेरेशन के जोखिम को कम करने और मोतियाबिंद के विकास को धीमा करने मददगार होता है, जिससे आपको लंबे समय तक बेहतर देखने में मदद मिलती है।
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