
21 जून को पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2020) के रूप में मनाया जाता है। पहली बार यह दिन 21 जून 2015 को मनाया गया था। तब से यह लगातार हर वर्ष मनाया जा रहा है। योग तन और मन को स्वस्थ रखने का एक माध्यम है, जिसमें ओनली माई हेल्थ भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। इस कार्यक्रम को सार्थक बनाने के लिए हम योग के बारे में अपने पाठकों को विस्तार से जानकारी देते रहे हैं। इसी क्रम में आज हम आपके लिए एक विशेष योगासन के बारे में लेकर आए हैं। आज हम आपको गोमुखासन योग (Gomukhasan Yoga) के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
गोमुखासन योग क्या है
गोमुखासन योग को अंग्रेजी में Cow Face Pose कहा जाता है। दरअसल, इस योग को करने के दौरान हमारा शरीर गाय के मुंह की तरह से पोज बनाता है। गोमुखासन योग महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद है। इसके अलावा गोमुखासन योग करने वाले व्यक्ति को मधुमेह, गठिया, कब्ज और हार्निया जैसी गंभीर बीमारियों से दूर रखता है। इस आसन को करना बहुत आसान है।
गोमुखासन योग करने का तरीका
- गोमुखासन योग करने के लिए एक अच्छी जगह चुनकर वह आसन बिछा ले और सुखासन की स्थिति में बैठ जाएं।
- इसके बाद अपने बाएं पैर के एड़ी को दाहिने नितंब के पास रखिए और दाहिने पैर को बायीं जांघ के ऊपर रखिए। आपको इसे इस तरह से रखना है की दोनों घुटने एक-दूसरे के ऊपर आये।
- इसके बाद बाएं हाथ को पीठ के पीछे ले जाइए, साथ ही दाहिने हाथ को भी दाहिने कंधे पर से पीछे ले जाइए। दोनों हाथो को एक दुसरे से जोड़कर रखे, लेकिन ध्यान रखें कि इस आसन को करते समय आपकी गर्दन सीधी हो।
- इसमें आपके बाएं हाथ का पिछला भाग आपके मेरूदण्ड (रीढ़) का स्पर्श करता रहे और दाहिनी हथेली मेरूदण्ड के ऊपर रहे।
- ऊपर उठी हुई कोहनी को सिर के पीछे लाएं, जिससे कि सिर उठी हुई भुजा के भीतरी भाग पर दबाव डालें।
- इस अवस्था में आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी रहे और सिर पीछे की ओर रहे।
- आंखे बंद रखे और इस अवस्था में 2 मिनट तक रहें।
- यह पैरों की ऐंठन या मरोड़ में आराम पहुंचाता है और पैरों की मांसपेशियों को लचीला बनाता है।
- अब बाएं घुटने को दाएं घुटने के ऊपर रखकर और बायीं भुजा को बाएं कंधे के ऊपर लाकर अभ्यास को दोहराएं।
- समय का चुनाव आप अपनी क्षमता के अनुसार करें। इस आसन को दो से तीन बार दोहराएं। एक ओर से करने के बाद दूसरी ओर से भी इसी प्रकार करें।
गोमुखासन योग करने के स्वास्थ्य लाभ
- शिथिलीकरण (Relaxation) लाने के लिए गोमुखासन एक बेहतरीन आसन है।
- यह पीठदर्द, सायटिका, गठिया के अलावा कंधे और गर्दन के सामान्य कड़ेपन कम करता है।
- गोमुखासन योग मधुमेह रोगियों के लिए बहुत ही फायदेमंद है।
- यह महिलाओं में होने वाली बीमारियों को दूर करता है।
- गोमुखासन करने से हाथ और पैर की मांसपेशियां मजबूत होती है।
- तनाव को भी दूर करता है, मानसिक शांति प्रदान करता है।
- यह आसन आपकी छाती को पुष्ट बनाता है साथ ही फेफड़े मजबूत बनते है।
- लैंगिक विकारों से निजात दिलाने में भी यह आसन बहुत ही कारगर सिद्ध होता है।
- यदि आपके कंधे और गर्दन में अकडन रहती है, तो आपको इस आसन का अभ्यास जरुर करना चाहिए।
- गोमुखासन कमर व पीठ दर्द में फायदेमंद है।
- इसके अलावा गोमुखासन करने से गठिया, बवासीर, अपचन की समस्या दूर होती है।
सावधानियां:
जिन लोगों के हाथ, पैर और रीढ़ की हड्डी में किसी प्रकार की समस्या रहती है उन्हें गोमुखासन करने से बचना चाहिए। शुरूआत में इस आसन को करने में परेशानी हो तो किसी योगाचार्य से मदद लें।
निष्कर्ष
आज पूरी दुनिया ने ये माना है कि योग शरीर के लिए कितना फायदेमंद है। योग हमें निरोगी काया प्रदान करता है साथ ही रोग होने की संभावनाओं को भी खत्म कर देता है। आप देख भी सकते हैं कि जो लोग नियमित रूप से योगभ्यास करते हैं। वह हमेशा स्वस्थ रहते हैं।
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