बच्चे का वज़न न बढ़ना हर माता-पिता के लिए सबसे बड़ी परेशानी की वजह हो सकती है। अगर बेबी का वेट डॉक्टर द्वारा दिए गए ग्रोथ चार्ट से न मिले, तो यह न्यू पेरेंट्स के लिए टेंशन है। हालांकि, आजकल डॉक्टर्स का कहना है कि अगर बेबी का वज़न उसकी उम्र के मुताबिक कम हो, लेकिन बच्चा एक्टिव हो और सही से खाता-पीता हो, तो घबराने की बात नहीं है। लेकिन पेरेंट्स, बच्चे को मोटा करने के लिए कम उम्र में ही अनहेल्दी फूड्स की आदत डाल देते हैं।
इसमें कोई शक नहीं है कि हाई-कैलोरी फूड्स बेबी के वेट गेन के लिए ज़रूरी हैं, लेकिन इस वजह से बच्चों को सोडा और फास्ड फूड की आदत डाल देना भी सही नहीं है। ये हैं 10 ऐसे हाई-कैलोरी फूड्स जो न सिर्फ वेट गेन में मदद करते हैं, बल्कि ये बच्चों के लिए हेल्दी भी हैं। सबसे पहले तो आपको बता दें कि न्यूबॉर्न बेबी जब 14 दिन का होता है, तब उसका वज़न बढ़ना शुरू होता है। 3 से 4 दिन में बच्चे का वज़न बर्थ वेट से डबल हो जाता है। 1 साल के बच्चे का वज़न बर्थ वेट से ट्रिपल होना चाहिए।
6 महीने से कम बच्चे के लिए वेट गेनिंग सुपरफूड
मां का दूध
बच्चे के पैदा होने से लेकर 6 महीने की उम्र तक, मां का दूध उसके लिए पर्याप्त होता है। यह न सिर्फ बच्चे का वज़न बढ़ाता है, बल्कि इसमें वो सारे न्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो बेबी के लिए इंफेक्शंस से लड़ने में सहायक हैं। और-तो-और, ब्रेस्टमिल्क जल्दी डाइजेस्ट भी हो जाता है। ऐसे में बेबी को कब्ज़, दस्त और पेट से जुड़ी परेशानियां नहीं होतीं।
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6 से 9 महीने के बच्चे के लिए वेट गेनिंग फूड्स
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केला
ज़्यादातर बच्चे खुश होकर केला खाते हैं। इससे इंस्टेंट एनर्जी मिलती है और इसका स्वाद भी बच्चों को अच्छा लगता है। केले में कार्बोहाइड्रेट्स, पोटेशियम, फाइबर, विटामिन सी और विटामिन बी 6 भी भरपूर मात्रा में होते हैं। आप केले को दूध में मिक्स करके भी बच्चे को खिला सकते हैं।
देसी घी
देसी घी में हाई-न्यूट्रिशनल वेल्यू है। इसे खाने से बच्चे का वज़न भी बढ़ता है और इससे उन्हें ताकत भी मिलती है। 8 महीने के बाद आप बेबी की डाइट में देसी घी का उपयोग शुरू कर सकते हैं। आप बच्चे की खिचड़ी, चावल, दलिया में देसी घी डालकर दे सकते हैं। यहां तक की उनकी रोटी पर भी देसी घी डालकर उन्हें खिला सकते हैं।
फुल क्रीम दही
कैल्शियम , विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर फुल क्रीम दही बच्चे का वज़न बढ़ाने के लिए हेल्दी ऑप्शन है। इसमें बच्चों के लिए ज़रूरी कैलोरीज़ और फैट भी होता है। इससे इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग होता है और यह लूज़ मोशन्स के दौरान भी बच्चों के लिए हेल्दी ऑप्शन है।
आलू
बच्चे उबला हुआ आलू खाना भी पसंद करते हैं। ये कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर होते हैं। इनमें विटामिन सी, विटामिन बी 6, मैंगनीज़ और फास्फोरस भी होता है। मार्केट से फ्रोज़न फ्रेंच फ्राइज़ लेने की जगह, बच्चों को घर पर ही आलू से फ्राइज़ बनाकर खिलाएं।
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10 से 12 महीने के बच्चे के लिए वेट गेनिंग फूड्स
अंडा
अंडे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन्स, फैट्स, मिनरल्स, विटामिन ए और विटामिन बी12 होते हैं। बच्चों की हेल्दी ग्रोथ के लिए अंडा फायदेमंद है। जब बच्चा 10 महीने का हो जाए, तो शुरुआत अंडे का पीला भाग खिलाने से करें।
मक्खन
मक्खन में खूब फैट होता है और बच्चों के लिए यह फैट ज़रूरी भी है। इससे उनका वज़न जल्दी बढ़ सकता है। इसे आप उनकी रोटी पर लगा सकते हैं, या फिर ब्रेड पर लगाकर भी उन्हें खिला सकते हैं।
फिश
डॉक्टर्स कहते हैं कि छोटे बच्चे को नॉन-वेज खिलाने से कोई दिक्कत नहीं होती। अगर, बच्चे का वज़न कम है, तो फिश खाना उसके लिए लाभदायक हो सकता है। इसमें प्रोटीन्स, विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स भरपूर मात्रा में होते हैं।
1 से 2 साल के बच्चे के लिए वेट गेनिंग फूड्स
चीज़
चीज़ में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन बी12 और फास्फोरस भारी मात्रा में पाए जाते हैं, और यह हाई-कैलोरी फूड बच्चों के वेट गेन में खूब सहायक है।
ड्राई फ्रूट्स
आप बच्चों के खाने में ड्राई फ्रूट्स पीसकर डाल सकते हैं। बादाम, काजू, अखरोट, किशमिश, पिस्ता खाने से बच्चों को न्यूट्रिएंट्स भी मिलते हैं और उनका वज़न भी बढ़ता है।
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