Foods to Eat to Improve Insulin Sensitivity in 40s: इंसुलिन हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हार्मोन है। यह शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। जब ब्लड शुगर लेवल ज्यादा हो जाता है तो इसकी वजह डायबिटीज जैसी लाइलाज बीमारी हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, इंसुलिन अग्न्याशय में बनने वाला एक हार्मोन है। इंसुलिन आपके द्वारा खाए गए खाने को एनर्जी में तब्दील करने में मदद करता है। लेकिन जीवनशैली, खानपान की वजह अग्न्याशय में इंसुलिन सही तरीके से नहीं बन पाता है या कई बार बहुत ही ज्यादा बनने लगता है। इसकी वजह से डायबिटीज, प्री-डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज की समस्या होती है। इसे इंसुलिन सेंसिटिविटी भी कहा जाता है। उम्र के साथ इंसुलिन सेंसिटिविटी की समस्या बढ़ती ही चली जाती है। खासकर 40 के बाद ज्यादातर लोगों के अग्नाशय में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं हो पाता है। जिसकी वजह से उनका ब्लड शुगर ऊपर-नीचे हो सकता है और कई तरह की बीमारियां आपको परेशान कर सकती हैं। गट हेल्थ कोच और डाइटिशियन मनप्रीत कालरा की मानें तो 40 की उम्र के बाद इंसुलिन सेंसिटिविटी को डाइट और लाइफस्टाइल के जरिए ठीक किया जा सकता है। आज इस आर्टिकल में हम इसी विषय पर चर्चा करने वाले हैं।
40 की उम्र में इंसुलिन सेंसिटिविटी होने के कारण- Causes of insulin sensitivity at age 40
गट हेल्थ कोच मनप्रीत कालरा ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने 40 की उम्र में इंसुलिन सेंसिटिविटी होने के कारण क्या है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है इसकी जानकारी दी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ का कहना है कि 40 की उम्र के बाद शरीर में प्रोस्टेट हार्मोन का स्तर गिर जाता है। इसी वजह से इंसुलिन सेंसिटिविटी हो जाती है। इसकी वजह से हमेशा खराब मूड में रहना, चिड़चिड़ापन और मीठा ज्यादा खाने की क्रेविंग होती है।
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40 की उम्र में इंसुलिन सेंसिटिविटी कम करने के लिए खाएं ये चीजें- Foods to Eat to Improve Insulin Sensitivity in 40s
इंसुलिन सेंसिटिविटी को ठीक करने के लिए हमें खान पान पर फोकस करना चाहिए।
1. मेथी के बीजों की चाय- Fenugreek seeds tea for Insulin Sensitivity
सुबह खाली पेट मेथी के बीजों की चाय पीने से इंसुलिन सेंसिटिविटी को सुधारने में मदद मिलती है। मेथी के बीजों की चाय में घुलनशील फाइबर होता है जो डाइजेशन को बेहतर बनाने में मदद करता है। मेथी के बीजों की चाय पीने से कब्ज, उल्टी, दस्त और ब्लोटिंग की समस्या से राहत मिलती है। इसके साथ-साथ आप मेथी के बीज भी खा सकते हैं।
2. दालचीनी- Cinnamon for Insulin Sensitivity
दालचीनी का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। रोजाना थोड़ी मात्रा में दालचीनी का सेवन करने से इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करने और ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। रोजाना खाना खाने के बाद दालचीनी का पानी इंसुलिन सेंसिटिविटी को ठीक करने में मदद मिलती है। इसके अलावा आप दालचीनी को पानी में उबालकर छानकर इसकी चाय बनाकर भी पी सकते हैं।
3. जामुन के बीज
ब्लड शुगर को कंट्रोल में जामुन की पत्तियां और बीज काफी फायदेमंद होता है। वहीं, इंसुलिन सेंसिटिविटी को ठीक करने में जामुन के बीजों की ड्रिंक काफी फायदेमंद होती है। रोजाना सुबह जामुन के बीजों का ड्रिंक पीकर आप 40 की उम्र के बाद होने वाली इंसुलिन सेंसिटिविटी को ठीक कर सकते हैं। आप चाहें तो जामुन के बीजों का चूर्ण भी खा सकते हैं।
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4. ब्रोकली - Broccoli for Insulin Sensitivity
क्रोमियम से भरपूर ब्रोकली इंसुलिन सेंसिटिविटी को ठीक करके ब्लड शुगर को मैनेज करने में मदद करती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार दिन के समय मिड मील में ब्रोकली का सेवन किया जाए, तो यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को सुधारने में मदद कर सकता है। आप ब्रोकली की सब्जी या सलाद, किसी भी रूप में इसका सेवन कर सकते हैं।
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5. एप्पल साइडेट विनेगर
डायबिटीज के रोगियों के लिए एप्पल साइडर विनेगर बहुत फायदेमंद होता है। इसका सेवन करने से शरीर में अल्कलाइन नेचर को बढ़ाता है जो डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इंसुलिन सेंसिटिविटी को सुधारने के लिए आप रोजाना लंच से पहले पानी में मिलाकर एप्पल साइडर विनेगर पीने से फायदा मिलता है। ध्यान रहे कि ज्यादा मात्रा में एप्पल साइडर विनेगर का सेवन करने से यह नुकसानदायक साबित होता है। अगर आपका शुगर लेवल ज्यादा हाई रहता है, तो एप्पल साइडर विनेगर का सेवन सप्ताह में 2 बार ही करें।
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