प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे शरीर को बीमारियों से लड़ने और बचाने में मदद करता है। इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत रहने से न सिर्फ बीमारियों को दूर रखने में मदद मिलती है, बल्कि यह इंफेक्शन से लड़ने में भी काफी प्रभावी है।इम्यून सिस्टम में खराबी होने पर ऑटोइम्यून डिसऑर्डर की समस्या हो सकती है, जिसमें इम्यून सिस्टम शरीर के टिशू पर खुद हमला करते हैं। ऑटोइम्यून डिसऑर्डर के कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है। ऑटोइम्यून बीमारी से बचाव के लिए जरूरी है कि आप अपने खान-पान का खास ध्यान दें। तो आइए ऑटोइम्यून और पाचन स्वास्थ्य न्यूट्रिशनिस्ट अनुपम भाटिया से जानते हैं ऑटोइम्यून डिसऑर्डर होने पर आपको किन खाद्य पदार्थों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
ऑटोइम्यून डिसऑर्डर होने पर क्या न खाएं? - What Are The Worst Foods For Autoimmune Disease in Hindi?
1. डेयरी उत्पाद
ऑटोइम्यून बीमारियों में डेयरी उत्पादों का सेवन न करने की सलाह दी जाती है। दरअसल डेयरी प्रोडक्ट्स में कैसिइन और मट्ठा जैसे प्रोटीन होते हैं, जो रुमेटीइड अर्थराइटिस और हाशिमोटो के थायरॉयडिटिस जैसी स्थितियों में सूजन पैदा कर सकते हैं और आपकी समस्या को बढ़ा सकती है।
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2. ग्लूटेन
ऑटोइम्यून बीमारियों में ग्लूटेन का सेवन कम या न के बराबर करना चाहिए। गेहूं, जौ और राई में पाया जाने वाला ग्लूटेन ल्यूपस और मल्टीपल स्केलेरोसिस जैसी ऑटोइम्यून बीमारियों में लक्षणों को बढ़ा सकता है। ग्लूटेन हमारी आंतों में इम्यूनिटी के खिलाफ एंटीबॉडी का उत्पादन शुरू कर देता है, जो आंत की परत को डैमेज कर सकता है।
3. सोया
सोया में फाइटोएस्ट्रोजेन होते हैं, जो हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ सकते हैं। सोया का सेवन थायराइड ग्लैंड को भी प्रभावित करता है, जिससे ऑटोइम्यून थायराइड जैसी बीमारियां होने का जोखिम बढ़ सकता है। सोया का सेवन थायराइड के दवाइयों को भी बेअसर कर सकता है।
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4. एस्पार्टेम
ऑटोइम्यून बीमारियों में डॉक्टर एस्पार्टेम का सेवन करने से बचने की सलाह देते हैं। एस्पार्टेम में कैलोरी कम होती है, लेकिन यह चीनी से कई गुना ज्यादा मीठी होती है। एस्पार्टेम एक कार्बनिक कंपाउड है, जो शुगर फ़्री के नाम से भी जाना जाता है। इसका सेवन इम्यून सिस्टम के काम करने के तरीकें को बिगाड़ सकता है।
5. मक्का
ऑटोइम्यून की समस्या होने पर मक्का का सेवन करने से बचना चाहिए। मक्का इम्यून सिस्टम के कार्यप्रणाली को धीमा कर सकता है और सीलिएक बीमारी या इर्रिटेबल बोवेल सिंड्रोम की समस्या को बढ़ा सकता है।
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ऑटोइम्यून बीमारियों को ट्रिगर करने वाले इन खाद्य पदार्थों से परहेज करके आप इनके लक्षणों को कंट्रोल कर सकते हैं, इसलिए किसी भी तरह की डाइट को फॉलो करने के लिए आप अपने हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
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