बार-बार चेहरे पर ब्लीच कराने से स्किन को पहुंचता है नुकसान, जानें कितने दिनों पर कराना चाहिए ब्लीच

ब्लीच कराने से स्किन पर चमक आती है। लेकिन इसमें मौजूद केमिकल आपकी स्किन को नुकसान पहुंचा सकती है। आइए जानते हैं इस बारे में-  
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बार-बार चेहरे पर ब्लीच कराने से स्किन को पहुंचता है नुकसान, जानें कितने दिनों पर कराना चाहिए ब्लीच

ब्लीच कराने से स्किन पर निखार आता  है। दरअसल, जब आप ब्लीच कराते हैं, तो इससे चेहरे पर मौजूद बालों का रंग भूरा हो जाता है, जो आपके चेहरे की चमक को बढ़ाता है। ऐसे में इंस्टेेंट ग्लो पाने के लिए कई लोग ब्लीच कराते हैं। ब्लीच कराने से आपकी स्किन पर चमक आ जाती है। इसलिए कई लोग बार-बार या फिर कुछ ही दिनों के अंदर ब्लीच कराना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बार-बार या फिर जल्दी-जल्दी ब्लीच कराने से आपके चेहरे को नुकसान पहुंच सकता है। जी हां, अगर आप कुछ ही दिनों के अंदर बार-बार ब्लीच कराते हैं, तो यह आपके चेहरे पर कई तरह की समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। आज हम इस लेख में बार-बार ब्लीच कराने के नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैँ। आइए जानते हैं ब्लीच कराने से होने वाले नुकसान क्या हैं? 

ब्लीच कराने के नुकसान ( Bleach side effects on face )

कई तरह की बीमारियां होने का खतरा

जब भी आप पार्लर में या फिर घर पर ब्लीच का पैकेट लाकर ब्लीच करते हैं, तो इसमें मौजूद अवयवों के बारे में जरूर पढ़ें। दरअसल, कई तरह के ब्लीच प्रोडक्ट्स में पारा यानी मरक्यूरी होता है, जो आपकी स्किन को नुकसान पहुंचा सकता है। रिसर्च के मुताबिक, स्किन लाइटनिंग क्रीमों में करीब 12 प्रतिशत पारा होता है। ऐसे में अगर आप ब्लीच कराते हैं, तो इस द्वार किसी भी तरह के अगर यह आपके शरीर में प्रवेश करता है, तो आपको कई तरह की समस्याएं जैसे- स्किन सुन्न होना, हाई ब्लड प्रेशर, थकान, लाइट के प्रति सेंसिटिविटी, किडनी डैमेज होना (bleach side effects on face in hindi) जैसी परेशानी हो सकती है।

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स्किन की समस्याएं होने का खतरा

बार-बार या फिर सेंसिटिव स्किन वालों को ब्लीच कराने से स्किन पर कई तरह की परेशानी हो सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, ब्लीच में कुछ ऐसे केमिकल पाए जाते हैं, तो स्किन पर सूजन की समस्या को उत्पन्न कर सकते हैं। साथ ही इससे स्किन पर कई गंभीर और हल्की समस्याएं जैसे - स्किन का लाल होना, स्किन पर फफोले होना, स्किन के छाले, ड्राई स्किन, पपड़ीदार त्वचा, खुजली और जलन इत्यादि (Can bleach damage your skin) समस्याएं हो सकती हैं।  

नेफ्रोटिक डिजीज

ब्लीच में मौजूद पारा की वजह से  नेफ्रोटिक सिंड्रोम होने का खतरा रहता है। नेफ्रोटिक सिंड्रोम एक किडनी डिसऑर्डर है, जो अक्सर आपकी किडनी में रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। इसकी वजह से शरीर में मौजूद अपशिष्ट और अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने में परेशानी हो सकती है। इस समस्या से ग्रसित व्यक्ति को आंखों के आसपास सूजन (एडिमा), झागदार पेशाब, भूख में कमी और थकान जैसी समस्या महसूस हो सकती है। 

कितने दिन पर कराना चाहिए ब्लीच 

बार-बार ब्लीच कराने से न सिर्फ स्किन को नुकसान पहुंचता है, बल्कि यह आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेय हो सकता है। ऐसे में ब्लीच तब ही कराएं, जब आपको जरूरत हो। या फिर जब आपके फेस के हेयर काल नजर आए, तब ही ब्लीच कराएं। फेस के हेयर को दोबारा ग्रोथ होने में करीब 15 से दिन का समय लगता है, ऐसे में ब्लीच कुछ दिनों से बेहतर है, 3 से 4 सप्ताह बाद ही कराएं। यह आपकी स्किन और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहतर हो सकता है।

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ब्लीच कराने से स्किन पर चमक आती है, लेकिन इसमें मौजूद केमिकल आपके शरीर में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। इसलिए बार-बार ब्लीच कराने से बचें।

 

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