नियमित रूप से एक्सरसाइज करने वाले और बेहतर फिटनेस रखने वाले हृदय रोगियों में ज्ञान-संबंधी हानि कम होती है। EuroHeartCare 2019 में प्रस्तुत एक नए अध्ययन में सामने आया कि फिट रहने वाले मरीजों की मेमोरी बेहतर होती है। इसके साथ ही अध्ययन से पता चला कि बेहतर फिटनेस वाले कम उम्र के और शिक्षित हृदय के मरीजों में ज्ञान संबंधी हानि होने की संभावना काफी कम होती है।
इटली के विश्वविद्यालय रोम टोर वर्गाटा में प्रोफेसर और अध्ययन के लेखक एर्कोले वेलोन ने कहा, "हृदय के मरीजों के लिए यह संदेश है कि वे एक्सरसाइज करें।''
अध्ययन में छह देशों के 67 से 71 वर्ष की आयु के 600 से अधिक पुरुष रोगियों से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण किया गया। ये सभी दिल की बीमारी से पीड़ित थे। शोध के दौरान ज्ञान संबंधी गतिविधियों और एक्सरसाइज क्षमता को मापने के लिए छह मिनट का वॉक टेस्ट किया गया, जिसे मॉन्ट्रियल कॉग्निटिव असेसमेंट का नाम दिया गया था।
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अध्ययन से सामने आए परिणामों से पता चला कि बेहतर फिटनेस वाले युवा और शिक्षित हृदय रोगियों में ज्ञान संबंधी हानि की संभावना काफी कम थी।
EuroHeartCare 2019 में प्रस्तुत अध्ययन से पता चला कि दो तिहाई हार्ट फेलियर रोगियों में ज्ञान संबंधी समस्याएं थीं। यह सम्मेलन दो मई से चार मई तक इटली के मिलान में आयोजित किया गया था। यह सम्मेलन यूरोपीयन सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी (ईएससी) द्वारा आयोजित किया गया था।
अध्ययन के मुताबिक, 67 प्रतिशत हार्ट फेलियर रोगियों में ज्ञान संबंधी हानि एक आम समस्या है।
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वेलोन ने कहा, ''समाज में एक गलत धारणा फैली हुई है कि दिल की मरीजों को व्यायाम नहीं करना चाहिए। स्पष्ट रूप से ऐसा नहीं है ।''
उन्होंने कहा, ''आप एक ऐसी गतिविधि ढूंढे, जिसे करने में आपको मजा आएं और जिसे आप नियमित रूप से कर सकें। इसमें आप सैर पर जाना, तैरना या कोई भी अन्य गतिविधि कर सकते हैं। इसके पुख्ता सबूत है कि यह आपके स्वास्थ्य और ज्ञान संबंधी क्षमता में सुधार करेगा और आपको बेहतर महसूस कराएगा।''
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