अगर आप शराब पीते हैं और ये सोचकर खुश हो लेते हैं कि थोड़ी मात्रा में शराब पीने से कोई खतरा नहीं होता है, तो सावधान हो जाएं। हाल में हुए एक अध्ययन में बताया गया है कि शराब की थोड़ी-थोड़ी मात्रा भी कैंसर के खतरे को लगभग 20% तक बढ़ा देती है। ये स्टडी 'कैंसर' नाम के जर्नल में छापा गया है। शोधकर्ताओं के अनुसार अगर कोई वयस्क एल्कोहल की बहुत थोड़ी मात्रा (मॉडरेट लेवल) भी अक्सर लेता है, तो उसमें कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
शराब के कारण होने वाले कैंसर को रोका जाना चाहिए
यह अध्ययन जापान के University of Tokyo और बॉस्टन के Harvard T.H. Chan School of Public Health ने साथ में किया था। अध्ययन के सहलेखक Masayoshi Zaitsu ने बताया, "कैंसर के लगातार बढ़ते खतरे को देखते हुए हमें लोगों में एल्कोहल के कारण होने वाले कैंसर के लिए जागरूकता फैलानी चाहिए।" शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग कभी न कभी शराब पीते हैं, उनमें शराब न पीने वालों की अपेक्षा कैंसर का खतरा 18% बढ़ गया था।
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1.25 लाख से ज्यादा लोगों पर किया गया अध्ययन
इस रिसर्च के लिए वैज्ञानिकों की एक टीम ने 126464 लोगों के मेडिकल डाटा का अध्ययन किया, जिनमें 63,232 लोग कैंसर का शिकार थे, जबकि इतने ही लोग पूरी तरह स्वस्थ थे। ये सभी लोग जापान के 33 जनरल अस्पतालों में 2005 से 2016 के बीच भर्ती हुए थे। इन सभी प्रतिभागियों ने अध्ययनकर्ताओं को बताया कि वो रोजाना कितनी मात्रा में एल्कोहल का सेवन करते हैं और कितने समय से कर रहे हैं। इस पूरे अध्ययन में एक ड्रिंक को इस तरह परिभाषित किया गया- 6 औंस का कप जापानी सेक या 1 कैन बियर य 6 औंस का एक ग्लास बियर या 2 औंस की एक ग्लास व्हिस्की।
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पेट, ब्रेस्ट और लिवर के कैंसरों का खतरा सबसे ज्यादा
अध्ययनकर्ताओं के अनुसार जो लोग शराब पीत हैं या जो पहले पीते थे और अभी छोड़ दिया है, उन्हें एसोफेगल कैंसर का खतरा 4 गुना ज्यादा और लैरिंक्स कैंसर का खतरा 2 गुना ज्यादा होता है। इसके अलावा इन लोगों में शराब न पीने वालों की अपेक्षा लिवर और कोलन कैंसर का खतरा 30% ज्यादा पाया गया। वहीं पेट के कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर का खथरा 20% ज्यादा पाया गया। आपको बता दें कि एशियन देशों में कैंसर सबसे बड़ी बीमारी है, जिसके कारण हर साल सबसे ज्यादा लोगों की मौत होती है।
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