
Bone Fracture Diet: फ्रैक्चर के बाद हड्डी को जुड़ने में समय लगता है। हड्डी को जल्दी जोड़ने में डाइट का अहम किरदार होता है। अगर संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट का सेवन करेंगे, तो हड्डी जल्दी जुड़ सकती है। वैसे तो डॉक्टर फ्रैक्चर के बाद सप्लीमेंट्स देते हैं लेकिन कई ऐसे प्राकृतिक स्रोत हैं जिनका सेवन करने से आपके शरीर और बोन्स हेल्थ को स्वस्थ्य रखने में मदद मिलेगी। हम सब जानते हैं कि हड्डियों के लिए कैल्शियम जरूरी होता है। एक स्वस्थ्य वयस्क को दिन में 1000 से 1200 एमजी कैल्शियम लेना चाहिए। टूटी हड्डी को जल्दी जोड़ने के लिए दूध, दही, पनीर, सोया, बीन्स और बादाम का दूध आदि का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा भी कई तरह के आहार हैं जिन्हें अपनी डाइट में शामिल किया जाना चाहिए। हड्डियों के लिए फायदेमंद आहार के बारे में हम आगे जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने The Nutriwise Clinic, लखनऊ की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा से बात की।
हड्डी टूटने पर डाइट में बढ़ाएं पोटैशियम
पोटैशियम का सेवन करने से हड्डी को जल्दी जुड़ने में मदद मिलेगी। केले में भरपूर मात्रा में पोटैशियम होता है। हर दिन 1 से 2 केले का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा नट्स, आलू, सीड्स, दूध, मछली और मीट आदि को डाइट में शामिल करें। सर्दियों में पालक और शकरकंद का सेवन करने से आपके शरीर में पोटैशियम की कमी दूर होगी।
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आयरन की कमी न होने दें
आयरन की कमी के कारण शरीर में रेड ब्लड सेल्स कम हो जाते हैं। शरीर में आयरन कम होगा, तो फ्रैक्चर जल्दी ठीक नहीं होगा। आयरन की मदद से शरीर में कोलाजन बढ़ता है जिससे हड्डी को जुड़ने में मदद मिलती है। आयरन की मदद से हड्डियों को ऑक्सीजन मिलती है जिससे हड्डी जल्दी ठीक हो जाती है। आयरन रिच फूड्स की बात करें, तो चुकंदर, आंवला, अनार का सेवन करें। पालक, अमरूद, किशमिश और अंडे आदि में भी आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है।
हड्डी टूटने पर न भूलें प्रोटीन इंटेक
अगर आपको लैक्टोज इंटॉलरेंस की समस्या है, तो दूध की जगह प्रोटीन का सेवन करें। हड्डी को रिपेयर करने के लिए डॉक्टर प्रोटीन का सेवन करने की सलाह देते हैं। नट्स, सीड्स, सोया के उत्पाद, बीन्स, अंडा, पनीर, फिश आदि को प्रोटीन का अच्छा स्रोत माना जाता है।
विटामिन डी की मदद से जल्दी ठीक होगा फ्रैक्चर
फ्रैक्चर होने पर विटामिन डी का सेवन करना चाहिए। कुछ देर धूप में बैठ सकते हैं। सर्दियों की धूप शरीर के लिए फायदेमंद होती है। हर दिन 10 से 15 मिनट धूप में बैठें। विटामिन डी कई आहार में भी पाया जाता है। जैसे एग योक, मछली, संतरा और मशरूम आदि में विटामिन डी पाया जाता है।
फ्रैक्चर के मरीजों के लिए डाइट प्लान
- Breakfast: सुबह के नाश्ते में पका हुआ अंडा, मिक्स नट्स, ओट्स और दूध, स्प्राउट्स, एक गिलास दूध और मौसमी फलों को शामिल करें।
- Lunch: सर्दियों के दिनों में दोपहर के खाने में सरसों के साग के साथ 2 रोटी, राजमा, पालक पनीर, पालक का साग आदि विकल्पों को चुनें।
- Evening: शाम को मकई चाट, ग्रीन टी, मुरमुरे चाट आदि विकल्पों का सेवन कर सकते हैं।
- Dinner: डिनर में 2 रोटी के साथ मिक्स सब्जी, खिचड़ी, मछली और उबले हुए चावल जैसे विकल्प चुन सकते हैं।
- दिनभर में खाने के बीच कभी भी भूख लगे, तो नारियल पानी, खजूर, संतरा और कीवी आदि का सेवन कर सकते हैं।
हड्डी टूटने पर नमक का सेवन कम करें
फ्रैक्चर होने पर नमक का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। नमक का ज्यादा सेवन करने से शरीर से कैल्शियम की मात्रा घट जाती है। यूरिन के जरिए शरीर का कैल्शियम कम हो जाता है। हर दिन 1 टीस्पून नमक यानी करीब 6 ग्राम नमक का सेवन ही करना चाहिए। इससे ज्यादा मात्रा हड्डी और शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है। इसके अलावा फ्रैक्चर में एल्कोहल का सेवन करने से भी बचना चाहिए।
Bone Fracture Diet in Hindi: हड्डी टूटने पर पोटैशियम, आयरन, प्रोटीन, विटामिन डी आदि पोषक तत्वों के स्रोतों का सेवन करें। हड्डी टूटने पर कैफीन, एल्कोहल या ज्यादा नमक का सेवन करने से बचना चाहिए।