How Does Pregnancy Affect Skin- किसी भी महिला की लाइफ में प्रेग्नेंसी जर्नी कई बड़े बदलाव अपने साथ लेकर आती है। प्रेग्नेंसी के दौरान और बाद में महिलाओं के शरीर में कई तरह के परिवर्तन होते हैं। जहां एक और महिलाएं नई जिंदगी को इस दुनिया में लाने का अनुभव करती हैं, वहीं दूसरी और सेहत और स्किन से जुड़ी समस्याओं का सामना भी करती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसके कारण मूड स्विंग, वजन बढ़ना, भूख लगने में बदलाव और स्किन से जुड़ी समस्याएं होने लगती है। प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ ऐसे स्किन प्रॉब्लम्स हैं, जो स्किन को डैमेज (Pregnancy Effect On Skin) कर सकती हैं। ऐसे में आइए डॉ. तनुश्री पांडे पडगांवकर से जानते हैं कि प्रेग्नेंसी के कारण स्किन पर क्या असर पड़ता है?
प्रेग्नेंसी का त्वचा पर क्या प्रभाव पड़ता है? - What Effect Does Pregnancy Have On The Skin in Hindi?
1. वैरिकोज और स्पाइडर वेन्स
वैरिकोज वेन्स बड़ी, सूजी हुई नसें होती हैं, जो अक्सर पैरों पर दिखाई देती हैं, जबकि स्पाइडर वेन्स छोटी, लाल या नीले ब्लड वेसल्स होती हैं, जो चेहरे और पैरों पर दिखाई देती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में खून की अधिक मात्रा बढ़ने, हार्मोनल परिवर्तन और बढ़ते हुए गर्भाशय के दबाव के कारण होता है। इस समस्या को कंट्रोल करने के लिए पैरों को ऊपर उठाएं, कम्प्रेशन स्टॉकिंग्स पहनें, लंबे समय तक खड़े रहने से बचें और नियमित एक्सरसाइज करें।
2. एक्जिमा
गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव और इम्यूनिटी सिस्टम में बदलाव के कारण एक्जिमा की समस्या हो सकती है, जो स्किन पर खुजली, रेडनेस और सूजन का कारण बनता है। इससे बचाव के लिए स्किन को मॉइस्चराइज रखें और जलन पैदा करने वाले पदार्थों से बचें।
3. हाइपरपिग्मेंटेशन
इस स्थिति को अक्सर मेलास्मा कहा जाता है, जिसके कारण स्किन पर काले धब्बे पड़ जाते हैं, खासकर चेहरे पर। प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोनल परिवर्तनों के कारण शरीर में मेलेनिन का उत्पादन बढ़ जाता है, जिससे हाइपरपिग्मेंटेशन की समस्या हो सकती है। इस समस्या से बचाव के लिए सनस्क्रीन लगाएं, सही कपड़े पहनें और कालेपन को कम करने के लिए धूप में कम निकलें।
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4. त्वचा पर खिंचाव के निशान
प्रेग्नेंसी के समय शरीर में भ्रूण के विकास और वजन बढ़ने के कारण स्किन पर लाल, बैंगनी या सफेद रंग की धारियां पड़ने लगती हैं, जो स्किन के तेजी से खिंचने के कारण पेट, स्तनों, जांघों या हिप्स पर नजर आते हैं। स्ट्रेच मार्क्स की समस्या को कम करने के लिए आप अपनी स्किन को नियमित रूप से मॉइस्चराइज करें।
5. मुंहासे और स्किन टैग
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में होने वाले हार्मोनल परिवर्तन तेल उत्पादन को बढ़ाते हैं, जिससे मुहांसे निकलते हैं। जबकि छोटे, सौम्य विकास अक्सर घर्षण वाले क्षेत्रों जैसे गर्दन, बगल और स्तनों के नीचे स्किन टैग की समस्या हो सकती है, जो हानिरहित होते हैं। एक्ने की समस्या से राहत पाने के लिए सौम्य क्लींजर और तेल रहित मॉइस्चराइजर का उपयोग करें।
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प्रेग्नेंसी के दौरान स्किन से जुड़ी इन समस्याओं को रोकने के लिए अपने स्किन का खास ध्यान रखें और किसी भी तरह की समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
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