
दवाइयों को लेते वक्त जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर से इस दौरान ली जाने वाली डाइट के बारे में भी बात करें। ऐसा न करना और दवाइयों के साथ मन मुताबिक खाने-पीने से आपका नुकसान हो सकता है। आइए हम आपको बताते हैं कुछ चीजों के बारे में, जिन्हें कुछ विशेष दवाइ
हम सभी जानते हैं कि कुछ दवाएं एक साथ अच्छी तरह से काम नहीं करती हैं। अक्सर डॉक्टर हमें कुछ दवाइयों के एक साथ लेने से मना करते हैं। इसी तरह दवाइयों की ही तरह खाने की कुछ ऐसे चीजें हैं, जिसके कारण हमारे इलाज के लिए दी गई दवाइयों का असर कम या ज्यादा हो जा जाता है। ऐसा इसलिए होता है कि जो हम खाते या पीते हैं, उसका असर कुछ दवाओं पर भी पड़ता है। जैसे किसी भी बीमारी के होम्योपैथी इलाज के दौरान कुछ दवाइयों को खाते वक्त प्याज और लहसुन को खाने से मना किया जाता, तो कुछ में खट्टे के सेवन को मना कर दिया जाता है। ऐसा इसलिए भी डॉक्टर कहते हैं क्योंकि कुछ फल और सब्जियां या खाने की चीजें दवाइयों के असर को बेअसर भी कर सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप इन खाने वाली चीजों को दवाइयों के साथ लेने से बचें।
खट्टे फल
यह खट्टे फल आपके शरीर में कुछ ऐसे टीश्यूज को ले जाते हैं, जो दवा को आपके शरीर के माध्यम से बदल देते हैं। यह 50 से अधिक दवाओं को प्रभावित कर सकता है। यह शरीर में कई तरीकों की परेशानियां पैदा कर सकता है, जैसे- एलर्जी के लिए फेक्सोफेनाडाइन (एलेग्रा) को बढ़ावा दे सकता है। तो वहीं एटोरवास्टेटिन (लिपिटर) जो आपके कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, उसे बढ़ा सकता है। ऐसे में आप खट्टे फल जैसे नींबू, संतरा, अंगूर और साथ में खट्टी चीजें जैसे अचार, खटाई और इमली आदि को भी खाने से बचना चाहिए।
डेयरी उत्पाद
डेयरी उत्पाद जैसे कि दूध, पनीर, मक्खन और मलाई जैसी चीजें आपके शरीर को कुछ एंटीबायोटिक दवाओं के असर को प्रभावित कर सकती हैं। दूध में कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज प्रोटीन के साथ कुछ रिएक्शन कर लेते हैं जो कुछ दवाइयों के गतिविधि को कम कर देते हैं। ऐसे में इसलिए जरूरी है कि यदि आप एंटीबायोटिक्स ले रहे हैं, तो उन खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों के बारे में पता लगाना सुनिश्चित करें, जिनसे आपको दूर रहना चाहिए।
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डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट विशेष रूप से ड्रग्स के प्रभाव को कमजोर कर सकती है, जो आपको शांत करती है या आपको सोने देती है, जैसे ज़ोलपिडेम टार्ट्रेट (एंबियन)। यह कुछ उत्तेजक दवाओं की शक्ति को भी बढ़ा सकता है, जैसे मेथिलफेनीडेट (रिटेलिन)। खासकर तब जब यदि आप अवसाद का इलाज के लिए कुछ दवाइयों को खा रहे हैं तो यह आपके लिए नुकासानदायक हो सकती है। इसके अलावा यह आपके ब्लड प्रेशर को भी बढ़्ा सकता है। इसलिए इन दवाइयों के इस्तेमाल के वक्त डार्क चॉकलेट्स को खाने से बचें।
विटामिन-के
यदि आप ड्रग वारफेरिन लेते हैं मतलब कि वह दवाइयां, जो रक्त के थक्कों का इलाज करने और उन्हें रोकने के लिए उपयोग किया जाता है, तो आपको इस बात से अवगत रहना चाहिए कि आप कितना विटामिन औक कौन सा विटमिन ले रहे हैं। यह रक्त को पतला करने की गतिविधि को प्रभावित कर देता है। इस तरह यह रक्त के थक्के आपको एक जोखिम में डाल सकता है। ऐसे में सबसे अधिक खतरनाक विटामिन -के होता है। ऐसे में ब्रोकोली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, केले, और पालक जैसी चीजों को खा सकते हैं। अगर आप खा भी रहे हैं तो, इन खाद्य पदार्थों को हर दिन एक ही मात्रा में खाने की कोशिश करें ताकि आपके रक्त में वॉर्फरिन का स्तर समान रहे।
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कॉफी
कॉफी लिथियम और क्लोजापाइन जैसी एंटीसाइकोटिक दवाओं को कमजोर कर सकता है, वहीं कुछ दुष्प्रभावों को बढ़ा भी सकता है। इनमें एस्पिरिन, एपिनेफ्रीन (गंभीर एलर्जी प्रतिक्रियाओं का इलाज करने के लिए उपयोग किया जाता है) और एल्ब्युटेरोल (सांस लेने के लिए इनहेलर दवाई) शामिल हैं। यह आपके शरीर को आयरन सेंसिटिव भी बना सकता है। ऐसे में ध्यान रखें कि ऐसी किसी भी दवाइयों को खाते वक्त कॉफी पीने से बचें। इसके अलावा अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट के दवाइयों के साथ खाने वाली चीजों के बारे में भी सलाह लें। इस तरह की सलाह को मान कर आप अपने इलाज को और बेहतर बना सकते हैं।
Source : WebMd.com
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