ईटिंग डिसऑर्डर एक साइकोलॉजिकल कंडीशन होती है, जिसके मामले कई युवाओं में देखने को मिलते हैं। इस डिसऑर्डर के होने से व्यक्ति कई बार मोटापे का भी शिकार हो जाता है। माधुरी दीक्षित के पति डॉ. श्री राम नेने ने हाल ही में इंस्टाग्राम और अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर की है, जिसमें उन्होंने ईटिंग डिसऑर्डर के बारे में बात की है। आइये विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।
क्या है ईटिंग डिसऑर्डर?
ईटिंग डिसऑर्डर खान-पान से जुड़ी एक समस्या है। यह एक तरह की साइकोलॉजिकल कंडीशन है, जिसमें व्यक्ति का खाने पर नियंत्रण नहीं रहता है। आमतौर पर यह अनहेल्दी खान-पान के कारण होती है। कई बार लोग वजन बढ़ाने या घटान के चक्कर में भी ईटिंग डिसऑर्डर का शिकार हो जाते हैं। इसे नजरअंदाज करने से कई बार अन्य गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसी समस्या होने पर बिना देरी किए चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
ईटिंग डिसऑर्डर के लक्षण
- डॉ. नेने ने वीडियो शेयर की है, जिसमें उन्होंने साइकैट्रिस्ट सपना बंगार से ईटिंग डिसऑर्डर पर बातचीत की है।
- डॉ. सपना और डॉ. नेने के मुताबिक ईटिंग डिसऑर्डर होने पर कुछ लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
- उन्होंने बताया कि अगर बिना किसी खास डाइट या ट्रेनिंग लिए ही अगर आपका वजन घट रहा है तो ऐसे में इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह ईटिंग डिसऑर्डर का सामान्य लक्षण हो सकता है।
- अगर आपका खान-पान पर नियंत्रण नहीं है या फिर आप खाना खाने से परहेज कर रहे हैं तो ऐसे में चिकित्सक की राय लेना जरूरी हो जाता है।
- ओवर एक्सरसाइज करना भी ईटिंग डिसऑर्डर का एक सामान्य लक्षण है। अगर आप ज्यादा एक्सरसाइज या फिर शारीरिक गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं तो यह ईटिंग डिसऑर्डर हो सकता है।
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ईटिंग डिसऑर्डर से बचने के तरीके
- ईटिंग डिसऑर्डर से बचने के लिए आपको हेल्दी लाइफस्टाइल मेनटेन रखने की जरूरत है।
- इससे बचने के लिए आप योग और एक्सरसाइज भी कर सकते हैं।
- ईटिंग डिसऑर्डर से बचने के लिए ज्यादा खाना खाने से बचें।
- इसके लिए पोषक तत्वों से भरपूर और सही समय पर खाना खाएं।
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