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Khushkhabri with IVF: क्या आईवीएफ के कारण जन्म के समय बच्चे का वजन कम हो सकता है? जानें एक्सपर्ट से

Khushkhabri with IVF: आईवीएफ के जरिए जिन बच्चों का जन्म होता है, प्राकृतिक रूप से जन्मे बच्चों की तुलना में उनका वजन कम हो सकता है। लेकिन, हर बार ऐसा हो यह जरूरी नहीं है। इसके लिए कई कारक जिम्मेदार होते हैं।
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Khushkhabri with IVF: क्या आईवीएफ के कारण जन्म के समय बच्चे का वजन कम हो सकता है? जानें एक्सपर्ट से


Khushkhabri with IVF: आईवीएफ प्रक्रिया का जिक्र करते ही अक्सर महिलाओं के मन में कई तरह के सवाल कौंधने लगते हैं। जैसे, इस प्रक्रिया के दौरान कहीं उन्हें बहुत ज्यादा शारीरिक समस्याओं का सामना तो नहीं करना पड़ेगा? कहीं उनकी मेंटल हेल्थ पर इसका निगेटिव असर तो नहीं पड़ेगा? आईवीएफ के कारण जन्मा बच्चा स्वस्थ होगा या नहीं? इसी क्रम में एक और सवाल इस प्रक्रिया से गुजरने वाली हर महिला को परेशान करता है कि क्या जन्म के समय बच्चा स्वस्थ और उसका हेल्दी वेट होगा? असल में जन्म के समय बच्चे का हेल्दी वेट होना बहुत जरूरी है। नॉर्मल प्रेग्नेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं को हेल्दी डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करने की सलाह दी जाती है। विशेषकर, 9वें महीने में महिलाओं की डाइट में जरूरी बदलाव किए जाते हैं, जो उनके बच्चे के वजन का संतुलित करने में मदद करते हैं। खैर, सवाल ये है कि क्या आईवीएफ के जरिए जन्मे बच्चों का वजन अक्सर कम होता है? आइए, जानते हैं एक्सपर्ट से सच्चाई।

भले अब लाखों की संख्या में आईवीएफ के जरिए लोग पेरेंट्स बन रहे हैं। इसके बावजूद, इससे संबंधित जानकारी सीमित है। लोगों के मन में आइ्रवीएफ को लेकर, तरह-तरह के डर बैठते हैं। आपके इसी डर को दूर करने के लिए ओनलीमायहेल्थ आईवीएफ पर Khushkhabri with IVF नाम से एक सीरीज चला रहा है। आज इस सीरीज में हम आपको बताएंगे कि क्या वाकई आईवीएफ के जरिए जन्मे बच्चों का जन्म कम होता है या यह महज एक मिथक है? इस संबंध में वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता का क्या कहना है, जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें।

क्या आईवीएफ के कारण जन्म के समय बच्चे का वजन कम हो सकता है?- Does IVF Cause Low Birth Weight In Hindi

Does IVF Cause Low Birth Weight In Hindi

दी यूनिवर्सिटी ऑफ मैंचेस्टर में 5200 आईवीएफ बच्चों पर एक अध्ययन किया गया। इस अध्ययन में यह स्पष्ट हुआ है कि जो बच्चे आईवीएफ प्रक्रिया के जन्म लेते हैं, उनका वजन अक्सर कम होता है। हालांकि, जन्म के समय किस बच्चे का जन्म कितना होगा, यह कई तरह के फैक्टर पर निर्भर करता है। विशेषज्ञों की मानें, तो यह सच है कि इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) से पैदा हुए शिशुओं का जन्म के समय वजन प्राकृतिक रूप से जन्मे शिशु की तुलना में कम होता है। यही नहीं, आईवीफ प्रक्रिया के जरिए जन्मे बच्चों का अक्सर प्री-टर्म डिलीवरी का जोखिम भी बढ़ जाता है। मेटरनल एन्वायरमेंट भी शिशु के जन्म को प्रभावित करने का एक कारक हो सकता है। हालांकि, जैसे-जैसे बच्चे की उम्र बढ़ती जाती है, आईवीएफ के जरिए जन्मे शिशु प्राकृतिक रूप से जन्मे बच्चों के बराबर हो जाते हैं। यहां तक कि उनकी ग्रोथ भी सामान्य हो जाती है। आपको बताते चलें कि लो बर्थ वेट के कारण बाल मृत्यु दर का जोखिम बढ़ जाता है। यही नहीं, जिन बच्चों का वजन जन्म के समय कम होता है, उन्हें भविष्य में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होने का रिस्क भी रहता है। इसलिए, ट्रीटमेंट के दौरान डॉक्टर जो-जो सलाह देते हैं, उन्हें जरूर फॉलो करना चाहिए।

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आईवीएफ के कारण जन्म के समय बच्चे का वजन कम होने के अन्य कारण

Does IVF Cause Low Birth Weight In Hindi

एनसीबीआई के अनुसार, आईवीएफ प्रक्रिया के जरिए जन्मे शिशु का वजन कम होने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं, जैसे-

एक से ज्यादा भ्रूण होना

आमतौर पर आईवीएफ में एक साथ एक से अधिक भ्रूण को इंप्लांट किया जाता है। ऐसे में एक-दो या इससे अधिक बच्चे होने की संभावना बढ़ जाती है। जब एक गर्भ में एक से अधिक बच्चे होते हैं, तो अक्सर दोनों बच्चों का भार जन्म के समय कम होता है। लेकिन, सही देखरेख और अच्छी लाइफस्टाइल की मदद से बच्चे की सेहत में सुधार किया जा सकता है।

फ्रेश एंब्रेयो ट्रांसफर

आईवीएफ के जरिए बच्चे पहले पैदा हों या समय पर पैदा हों। कई बार एंब्रेयो ट्रांसफर के कारण मेटरनल एन्वायरमेंट क्रिएट होता है। इस फैक्टर के कारण भी बच्चे का जन्म कम हो सकता है। जब फ्रेश एंब्रेयो को इंप्लांट किया जाता है, तो इस तरह के बच्चों का वजन प्राकृतिक रूप से जन्मे बच्चों की तुलना में ज्यादा हल्के नहीं होते हैं। उनका वजन सामान्य होता है, जो कि समय के साथ-साथ अन्य बच्चों जैसे ही दिखने लगते हैं। उनकी गतिविधियां और सोचने-समझने की क्षमता भी सामान्य बच्चों की तरह ही होती है।

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क्या आईवीएफ के जरिए जन्मे बच्चे का वजन संतुलित किया जा सकता है?

Does IVF Cause Low Birth Weight In Hindi

रिप्रोडक्टिव मेडिसिन एसोसिएट्स के अनुसार, इन विट्रो फर्टिलाइजेशन प्रक्रिया दिनों दिन बेहतर होती जा रही है। हालांकि, एक समय तक यह देखा जाता था कि आईवीएफ के जरिए जो बच्चे जन्म लेते हैं, उनका वजन नेचुरल तरीके से जन्मे बच्चे की तुलना में कम होता था। लेकिन, साल 2000 36.5 फीसदी तक बच्चों का वजन जन्म के समय कम था। वहीं, 2017 तक यह संख्या घटकर 10.7 फीसदी रह गई। आज, यही जोखिम 2.1 फीसदी रह गया है। जबकि नेचुरल तरीके से जो बच्चे जन्म लेते हैं, उनमें भी 1.4 फीसदी बच्चों का वजन जन्म के समय कम हो सकता है। इस आंकड़ों से यह स्पष्ट हो रहा है कि आईवीएफ प्रक्रिया दिनों दिन बेहतर हो रही है और इसमें सुधार भी देखने को मिल रहा है।

All Image Credit: Freepik

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