Does Dehydration Cause Weakness In Hindi: डिहाइड्रेशन का मतलब है कि बॉडी में पर्याप्त मात्रा में पानी का न होना। जब शरीर में पर्याप्त पानी नहीं होता है, तो शरीर को काम करने की एनर्जी और स्ट्रेंथ नहीं मिलती है। ध्यान रखें कि बॉडी डिहाइड्रेट होती है, तो कई तरह के लक्षण नजर आने लगते हैं, जैसे सिरदर्द होना, हार्ट रेट का बढ़ना, चक्कर आना, मुंह सूखना और कम पेशाब आना आदि। इन लक्षणों से ही आप अंदाजा लगा सकते हैं कि डिहाइड्रेशन के कारण शरीर में कई तरह की परेशानियां शुरू हो जाती हैं। ऐसा आपके साथ न हो, इसके लिए पर्याप्त पानी जरूर पिएं। कई लोग सर्दियों के दिनों में कम पानी पीते हैं। आप ऐसा न करें। चाहे, मौसम कोई भी हो, पर्याप्त पानी पीना जरूरी है। बहरहाल, कुछ लोगों को यह भी लगता है कि डिहाइड्रेशन के कारण कमजोरी भी छा जाती है। सवाल है, कई वाकई ऐसा होता है? आइए, जानते हैं इस बारे में मुंबई स्थित लीलावती अस्पताल में जनरल फिजिशियन डॉ. लिपिका पारुलेकर का क्या कहना है।
क्या वाकई डिहाइड्रेशन के कारण कमजोरी आ सकती है?- Does Dehydration Cause Weakness In Hindi
जैसा कि हमने थोड़ी देर पहले ही जिक्र किया है कि डिहाइड्रेशन के कारण हमारे शरीर की स्ट्रेंथ और स्टेमिना में कमी आ जाती है। इस स्थिति को आप सीधे-सीधे कमजोरी के साथ जोड़कर देख सकते हैं। आइए, इसे विस्तार से समझते हैं। डॉक्टर का कहना है, "जब आप डिहाइड्रेट होते हैं, तो ऐसे में ब्लड वॉल्यूम कम हो जाता है। इसका मतलब है कि बॉडी में कम ऑक्सीजन सप्लाई हो रही है, नतीजतन बॉडी में पोषक तत्वों की भी कमी हो रही है। ऐसे में शरीर में एनर्जी की कमी होना लाजिमी है। यही नहीं, डिहाइड्रेशन के कारण बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट की भी कमी होने लगती है। इलेक्ट्रोलाइट यानी सोडियम, पोटैशियम और क्लोराइड की कमी होना। डिहाइड्रेशन के कारण शरीर से काफी पसीना बहने लगता है, जिससे ये सभी इलेक्ट्रोलाइट्स बाहर निकल जाते हैं। यह भी बॉडी में कमजोरी का कारण बनता है।" कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि डिहाइड्रेशन बॉडी पर प्रतिकूल असर डालता है। इसलिए, इस तरह की समस्या से बचने के लिए आवश्यक है कि आप रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
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डिहाइड्रेशन के कारण कमजोरी के अन्य कारक
- ब्लड शुगर का स्तर प्रभावित होना: डिहाइड्रेशन के कारण ब्लड शुगर का स्तर भी बदल सकता है। खासकर, डायबिटीज के मरीजों के लिए यह और भी घातक हो जाता है। असल में, जब बॉडी डिहाइड्रेट होती है, तो बॉडी में ग्लूकोज के अनुपात पर असर पड़ता है। जबकि, ग्लूकोज की असली मात्रा में कोई बदलाव नहीं होता है। इस कंडीशन में व्यक्ति के हाथ-पांव कांपने लगते हैं।
- शरीर अतिरिक्त कार्य करना: डिहाइड्रेशन के कारण बॉडी अतिरिक्त काम करने लगता है। दरअसल, ब्लड वॉल्यूम कम हो जाता है, जिससे बॉडी को ब्लड पंप करके शरीर के अन्य हिस्सों और ऑग्न तक ऑक्सीन तथा पोषक तत्वों को पहुंचने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। यह भी कमजोरी का एक कारक बनता है।
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