Does Cold Weather Affect Thyroid: थायराइड हार्मोनल असंतुलन से जुड़ी एक आम समस्या है, जो लोगों में बहुत आम होती जा रही है। यह समस्या हमारी खराब जीवनशैली के कारण पैदा होती है, साथ ही पुरुष और महिलाओं दोनों को हो सकती है। हालांकि महिलाओं में इसके मामले अधिक देखने को मिलते हैं। जैसे जैसे मौसम ठंडा होने लगता है या सर्दियों के दौरान कई स्वास्थ्य समस्याओं को जोखिम तो बढ़ जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं इस दौरान कुछ बीमारियों के लक्षण भी बदतर हो सकते हैं, जिनमें से एक है थायराइड या हाइपोथायराइडिज्म। अक्सर जो लोग या उनके परिवार का कोई सदस्य थायराइड से पीड़ित है, वे अक्सर पूछते हैं कि ठंड के मौसम में थायराइड रोगियों को किस तरह अपना ध्यान रखना चाहिए, साथ ही क्या ठंडा मौसम का प्रभाव थायराइड फंक्शन पर भी पड़ता है? इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने वॉकहार्ट हॉस्पिटल, नासिक के डॉ. डी.सी. जोशी (Consultant GENERAL SURGEON) से बात की। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
क्या ठंडे मौसम में थायराइड फंक्शन प्रभावित होता है?
यह सही है कि ठंड का मौसम थायराइड रोगियों के लिए जटिलताओं से भरा हो सकता है। इस दौरान थायराइड रोगियों के लक्षण गंभीर हो सकते हैं और उनकी परेशानियां बढञ सकती हैं। क्योंकि जब मौसम का तापमान गिरता है, तो यह आपकी थायराइड ग्रंथि के कामकाज को प्रभावित करता है और हार्मोनल असंतुलन का कारण बनता है। जिसमें सबसे ज्यादा प्रभावित होता है आपको मेटाबॉलिज्म, जो कि हार्मोन्स के संतुलन के लिए बहुत जरूरी है। ठंड के मौसम में मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है। जिससे थायराइड रोगी ठंड के मौसम के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं।
इसके अलावा सर्दियों के मौसम में लोगों में टीएसएच (TSH) का स्तर अधिक देखने को मिलता है, जो कि इस बात का संकेत देता है कि आपकी थायरॉयड ग्रंथि शरीर में हार्मोन्स की जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रही है। सिर्फ थायराइड रोगियों में ही नहीं, ठंड के मौसम टीएसएच का स्तर सामान्य लोगों में भी बढ़ जाता है। इसके थायराॉइड से जुड़ी कुछ आम समस्याएं जैसे डिप्रेशन, चिंता, बदतर हो सकती हैं। इसलिए इस दौरान थायराइड रोगियों को अपना अधिक ख्याल रखने की जरूरत होती है।
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अनहेल्दी फूड्स का सेवन कम करें
सर्दियों में लोग खुद को गर्म रखने के लिए कॉफी, हॉट चॉकलेट आदि का सेवन अधिक करते हैं। साथ इन दिनों लोगों में जंक और प्रोसेस्ड फूड्स खाने की क्रेविंग भी बहुत होती है। लेकिन आपको इनसे सख्त परहेज करना चाहिए। क्योंकि इससे वजन बढ़ सकता है साथ ही हार्मोन्स को संतुलन भी प्रभावित होता है। इसके बजाए सब्जियों का सूप पिएं।
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स्वस्थ और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें
इस दौरान अपनी डाइट में ऐसे फूड्स को शामिल करें, जो आपको गर्मी प्रदान करने के साथ ही पर्याप्त पोषण भी प्रदान करें। हरी-पत्तेदार सब्जियां, मौसमी फल, नट्स और ड्राई फ्रूट्स, मीट, चिकन, मछली जैसी हेल्दी फैट्स से भरपूर फूड्स खाएं। यह थायराइड फंक्शन में सुधार करने में मदद करते हैं। साथ ही ध्यान रखें कि ज्यादा मसालेदार, नमक युक्त भोजन कम से कम करें।
एक्सरसाइज के लिए समय जरूर निकालें
नियमित एक्सरसाइज करने से न सिर्फ आप गर्म महसूस करेंगे, बल्कि इससे हार्मोन्स के संतुलन को बनाए रखने में भी मदद मिलेगी। इसलिए रोजाना कोशिश करें कि कम से 30 मिनट एक्सरसाइज, योग, पैदल चलना, दौड़ना जैसी सामान्य एक्सरसाइज जरूर करें। आप घर में रहकर रस्सी कूदना जैसे व्यायाम भी कर सकते हैं।
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जीवनशैली में सुधार करें
शराब का सेवन कम से कम करें, साथ ही स्मोकिंग से परहेज करें, पान मसाला, तंबाकू आदि के सेवन से बचें। बहुत से लोग ठंड से बचने के लिए रम या विस्की पीते हैं, लेकिन यह आपकी हार्मोन्स के संतुलन में गड़बड़ का कारण बन सकता है। इसलिए इनसे परहेज करने में ही समझदारी है।
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