How Cancer Treatment Affect Heart: कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। इसका इलाज कराना जरूरी है। कैंसर के इलाज के लिए रेडिएशन और कीमोथेरेपी किया जाता है। ये थेरेपी कैंसर सेल्स को नष्ट करने में मदद करते हैं। यह थेरेपी कैंसर का इलाज करने में तो मदद करते हैं लेकिन कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि कैंसर के कारण हार्ट की समस्याएं हो सकती हैं। यानी कैंसर ट्रीटमेंट हार्ट को प्रभावित करता है। लेकिन इस बात में कितनी सच्चाई है, यह जानने के लिए हमने लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्पिटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ राजेश हर्षवर्धन से बात की।
कैंसर का इलाज कराने पर हार्ट की समस्याएं होती हैं?- Cancer Treatment Cause Heart Problems
डॉ राजेश हर्षवर्धन ने बताया कि कैंसर का इलाज करवा रहे लोगों में हार्ट की समस्याएं होती हैं। लेकिन हर मरीज को यह समस्या हो, ऐसा जरूरी नहीं है। कीमोथेरेपी, दवाएं और सीने में रेडिएशन वाले कैंसर मरीजों में हार्ट की समस्याएं देखने को मिलती हैं। कैंसर के इलाज के कई साल बाद भी हार्ट की समस्याएं हो सकती हैं। अगर कैंसर के ट्रीटमेंट के बाद या उस दौरान हार्ट की समस्याएं देखने को मिलती हैं, तो पेट का बढ़ना, छाती में दर्द होना, चक्कर आना, घबराहट होना, सांस में तकलीफ, पैरों में सूजन और एडिमा जैसे रोग हो सकते हैं।
कैंसर के इलाज से हार्ट की ये समस्याएं होती हैं- Heart Problems Caused by Cancer Treatment
- कैंसर का इलाज करने वाली कीमोथेरेपी दवाएं हार्ट की मांसपेशियों को कमजोर कर देती हैं। इससे हार्ट को नुकसान पहुंचता है। इस स्थिति में हार्ट, ब्लड को ठीक ढंग से पंप नहीं कर पाता और शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती।
- कैंसर के इलाज के बाद मरीज को हार्ट फेलियर की समस्या भी हो सकती है। कैंसर का इलाज, स्ट्रोक का कारण भी बन सकती है।
- कैंसर के इलाज के बाद व्यक्ति को खून के थक्के बनने की समस्या हो सकती है।
- कैंसर के इलाज के कारण दिल में सूजन की समस्या भी हो सकती है। इससे दिल की धड़कन प्रभावित हो सकती है।
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हार्ट की समस्या का इलाज कैसे किया जाता है?- Heart Problem Treatment in Hindi
कैंसर के इलाज के दौरान, हार्ट संबंधित कोई समस्या दिख रही है, तो उसे नजरअंदाज न करें। इससे हार्ट की समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसी स्थिति में मरीज को हेल्दी डाइट देने के साथ दवाएं दी जाती हैं। धमनियों को खोलने और रक्त प्रवाह को ठीक करने के लिए भी इंजेक्शन दिए जाते हैं। समय रहते अगर इलाज मिल जाए, तो मरीज को ठीक किया जा सकता है।
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