बॉडी बिल्डिंग या यूं कहें कि मसल्स बिल्डिंग का शौक महिलाओं से ज्यादा पुरुषों को होता है। ये मसल्स बनाने के लिए जिम मन खूब पसीना बहाते हैं और डाइट का भी खास ख्याल ख्याल रखते हैं। यही वजह है कि जिम जाने वाले लड़के अपने पास प्रोटीन शेक जरूर रखते हैं। इसे पीने से मसल्स मजबूत होती हैं। यह ड्रिंक वर्कआउट के बाद मांसपेशियों की रिकवरी में मदद करता है। साथ ही, वजन घटाना आसान हो जाता है। दरअसल, प्रोटीन को पचाने में समय लगता है। ऐसे में भूख कम हो जाती है और वजन घटने लगता है। कुल मिलाकर देखें, तो मसल्स बिल्डिंग के लिए प्रोटीन का सेवन बहुत जरूरी होता है। अगर आप घर पर रहकर वर्कआउट करते हैं या वॉक पर जाते हैं, तो प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने के लिए डाइट में बदलाव कर सकते हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या सच में मसल्स बिल्डिंग के लिए सिर्फ प्रोटीन नाम का माइक्रो न्यूट्रिएंट्स ही जरूरी होता है? इस सवाल का जवाब इंस्टाग्राम पर डाइटीशियन लवलीन कौर ने एक वीडियो पोस्ट कर दिया है। आइए इस बारे में जानते हैं।
क्या मसल्स बिल्डिंग के लिए सिर्फ प्रोटीन जरूरी होता है?
जी नहीं, मसल्स बिल्डिंग के लिए सिर्फ प्रोटीन का सेवन काफी नहीं होता है। प्रोटीन को बॉडी में अब्सॉर्ब करने के लिए आंतों में गुड बैक्टीरिया का होना बहुत जरूरी हो जाता है। अगर बॉडी में गुड बैक्टीरिया की कमी होती है, तो पाचन संबंधी समस्याएं, नींद की कमी, एलर्जी, थकान और सुस्ती जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं। इस स्थिति में कई लोग चिड़चिड़ापन महसूस करते हैं। ऐसे में मसल्स बिल्डिंग के लिए प्रोटीन के साथ गुड बैक्टीरिया भी जरूरी होते हैं। आइए शरीर में इन बैक्टीरिया को बढ़ाने के लिए डाइट में कुछ हेल्दी फूड्स को शामिल कर सकते हैं।
गुड बैक्टीरिया के लिए डाइट में शामिल करें ये 3 फूड्स
सेब का सेवन करें
सेब खाने से शरीर में गुड बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं। इसमें पेक्टिन होता है, जो कि एक प्रीबायोटिक है। यह आंत में गुड बैक्टीरिया को पोषण देने का काम करता है। सेब में पॉलीफेनोल भी पाए जाते हैं, जो आंतों को किसी भी तरह के संक्रमण से बचा सकते हैं।
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अनार का सेवन करें
अनार में प्रीबायोटिक, पॉलीफेनोल और एंटी-ऑक्सीडेंट अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। ये आंत में प्रोबायोटिक, बिफीडोबैक्टीरियम और लैक्टोबैसिलस रोगाणुओं को बढ़ा सकते हैं। अनार में यूरोलिथिन-ए नाम का कंपाउंड होता है, जो मसल्स को मजबूत बनाने में मदद करता है।
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पपीता का सेवन करें
पपीता खाने से आंतों को फायदा होता है। पपीते में रोगाणुरोधी गुण होते हैं, जो आंत में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं। पपीते में पपैन नाम का एंजाइम होता है, जो प्रोटीन को शरीर में अच्छी तरह अब्सॉर्ब होने में मदद करता है।
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बता दें कि अगर आप शरीर में प्रोटीन को अच्छी तरह से अब्सॉर्ब करना चाहते हैं। साथ ही, मसल्स को मजबूती देना चाहते हैं, तो ऊपर बताए इन तीनों फूड्स को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। दरअसल, इन तीनों फूड्स को खाने से गुड बैक्टीरिया को बढ़ाया जा सकता है। इससे मसल्स के साथ ही शरीर को भी फायदा होता है।