स्किन में अलग-अलग तरह की प्रॉब्लम्स होती हैं जिन्हें न समझने के कारण हम उनका गलत उपचार कर देते हैं और स्किन को खामियाजा भुगतना पड़ता है। आपको बता दें कि स्किन में नजर आने वाले छोटे सफेद दानों को कुछ लोग मिलिया कहते हैं तो कुछ इसे व्हाइटहेड्स का नाम देते हैं पर ये दोनों ही अलग-अलग स्किन रोग हैं। व्हाइटहेड्स में पस भरा होता है जबकि मिलिया में पस मौजूद नहीं होता। दोनों में और अंतर समझने के लिए आप लेख को अंत तक पढ़ें। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ देवेश मिश्रा से बात की।
मिलिया क्या है? (What is Milia)
मिलिया स्किन में निकलने वाले सफेद दानों को कहते हैं। वैसे तो ये किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है पर नवजात शिशुओं में मिलिया की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। मिलिया से बचने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा स्किन को सप्ताह में एक बार स्क्रब जरूर करें ताकि डेड सेल्स निकल जाएं। आपको ऑयली प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से भी बचना चाहिए। मिलिया से बचने के लिए आप सूर्य की किरणों के संपर्क में अधिक देर रहने से भी बचें।
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मिलिया का इलाज कैसे होता है? (Milia Treatment in hindi)
- बच्चों में कभी-कभी मिलिया खुद ही ठीक हो जाता है पर फिर भी आपको स्किन रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।
- आपको बता दें कि मिलिया होने पर सिस्ट फॉर्म हो जाती है जिसमें फ्लूइड जमा होता है और उसे निकालने के लिए निडल की मदद ली जाती है।
- मिलिया को खत्म करने के लिए लेजर एब्लेशन विधि का इस्तेमाल भी किया जाता है।
- सर्जिकल मेथड से भी सिस्ट को त्वचा से निकालकर अलग किया जाता है।
- क्रायोथेरेपी की मदद से भी सिस्ट को खत्म किया जाता है।
व्हाइटहेड्स क्या हैं? (What is whiteheads)
आप व्हाइटहेड्स को मुंहासे का एक प्रकार कह सकते हैं। ये त्वचा पर गोल सफेद या हल्के रंग में नजर आते हैं। स्किन में ज्यादा तेल इकट्ठा होना, नमी ज्यादा होना, चिकने खाने का सेवन आदि कारण हो सकते हैं जिनकी वजह से व्हाइटहेड्स की समस्या होती है। अगर आपको व्हाइटहेड्स की समस्या है तो आप तेल युक्त खाने का सेवन कम कर लें। आपको माइल्ड साबुन या फेसवॉश से ही चेहरे को क्लीन करना चाहिए। अगर आपको व्हाइटहेड्स की समस्या है तो मेकअप उत्पादों का ज्यादा इस्तेमाल करने से भी आपको बचना चाहिए।
व्हाइटहेड्स का इलाज कैसे किया जाता है? (Whiteheads Treatment in hindi)
- ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) क्रीम की मदद से व्हाइटहेड्स का इलाज किया जाता है।
- ये क्रीम आपको केवल त्वचा विशेषज्ञ ही दे सकते हैं इसलिए उनकी सलाह के बगैर कोई भी दवा स्किन पर न लगाें।
- ओटीसी क्रीम में सैलिसिलिक एसिड, बेंजाइल पेरोक्साइड, रिसोरसीनोल या सल्फर को शामिल किया जाता है।
मिलिया और व्हाइटहेड्स में अंतर (Difference between milia and whiteheads)
- मिलिया दिखने में व्हाइट बंप्स की तरह नजर आता है।
- स्किन में सरफेस में केराटिन ट्रैप होने के कारण मिलिया की समस्या होती है।
- मिलिया ज्यादातर आईलिड्स और गाल के एरिया में होते हैं।
- मिलिया को डर्मेटोलॉजिस्ट द्वारा निकाला जा सकता है।
- मिलिया को डॉक्टर अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड alpha hydroxy acids (AHAs) की मदद से ठीक करते हैं।
- व्हाइटहेड्स दिखने में सफेद होते हैं पर इनके साथ स्किन भी ऊपर की तरफ उभर कर आती है, जिस तरह मुंंहासे में होता है।
- डेड स्किन सेल्स के कारण व्हाइटहेड्स की समस्या होती है।
- सीबम, पोर्स में स्टोर होने के कारण भी व्हाइटहेड्स की समस्या होती है।
- व्हाइटहेड्स को ठीक करने के लिए डॉक्टर एएचएस के अलावा बेटा हाइड्रोक्सी एसिड beta hydroxy acid (BHAs), रेटेनॉइड की मदद लेते हैं।
दोनों में फर्क तो आपने जान लिया पर स्किन में नजर आने वाले इन रोगों का बेहतर इलाज केवल डॉक्टर कर सकते हैं इसलिए आप ऐसे लक्षण नजर आने पर विशेषज्ञ से संपर्क करें।