कोविड से जल्दी रिकवरी के लिए क्या खाएं कोरोना के मरीज? बता रही हैं डायटीशियन स्वाती बाथवाल

कोरोना से जल्द से जल्द रिकवरी के लिए सही डाइट प्लान होना जरूरी है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कैसा होना चाहिए कोविड मरीजों का डाइट  
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कोविड से जल्दी रिकवरी के लिए क्या खाएं कोरोना के मरीज? बता रही हैं डायटीशियन स्वाती बाथवाल

कोरोना संक्रमण का खतरा लोगों के दिलो दिमाग में घर कर गई है। इस महामारी से उबरने का रास्ता किसी को भी समझ नहीं आ रहा है। चारों ओर बढ़ रहे मामलों की खबरें लोगों को और अधिक चिंताग्रस्त कर रही हैं। साथ ही आसपास फैल रही अफवाहों से लोग काफी डर गए हैं और समझ नहीं आ रहा कि क्या सच है और क्या अफवाह? ऐसी भयावह परिस्थिति के बीच अगर घर में ही कोई कोविड-19 से संक्रमित हो जाए, तो इस स्थिति में खुद को और मरीज दोनों को संभालना मुश्किल हो जाता है। रिकवरी के लिए सही इलाज के साथ-साथ उचित डाइट की भी आवश्यकता होती है। हेल्दी डाइट से मरीजों की जल्दी रिकवरी होती है। अगर आप इस बात से कंफ्यूज हैं कि कोरोना के मरीजों को कैसा डाइट देना है? तो घबराए नहीं, आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं। डायटीशियन स्वाती बाथवाल द्वारा कुछ स्पेशल डाइट से आप कोरोना से संक्रमित मरीज को जल्दी रिकवर कर सकते हैं। चलिए जानते हैं इस बारे में विस्तार से-

कोविड-19 मरीजों का कैसा होना चाहिए डाइट? (What meals should be given to covid patient)

स्वाती बाथवाल के अनुसार, कोरोना के मरीजों को रिकवर होने के लिए हाई कैलोरीयुक्त भोजन का सेवन करना चाहिए। जिसमें उर्जा और प्रोटीन की अधिकता हो। यदि आप रिकवर होने की कोशिश कर रहे हैं, तो यह बात बिल्कुल भूल जाएं कि आपका वजन बढ़ेगा या घटेगा? इस समय सिर्फ आपको अपनी रिकवरी पर ध्यान देने की जरूरत है। आपको अपने डाइट में मूंग दाल जैसे प्रोटीन और उर्जा से युक्त आहार लेने की जरूरत है। इस दौरान आप कोरोना के मरीजों को दाल की खिचड़ी, जौ की खिचड़ी, बेसन का चीला, मूंग दाल चीला, उत्तपम, सूजी या रवा का उपमा, घी, दूध के साथ ओट्स, वेजिटेबल दलिया, चावल की खीर या सेंवई की खीर, अच्छी तरह से पकाया हुआ स्प्राउट्स, क्विनोआ पुलाव, राजगिरा या अमरनाथ लड्डू, जैम सैंडविच या बटर सैंडविच, ग्रिल्ड पनीर, मूंग दाल कटलेट, पालक पनीर, तले हुए अंडे, आमलेट, दाल और सब्जियों से तैयार डिशेज को अपने डाइट में शामिल करना चाहिए। स्वाती बताती हैं कि इस दौरान मरीजों का स्वाद चला जाता है। ऐसे में मरीजों को अधिक स्वादिष्ट से स्वादिष्ट आहार देने की कोशिश करनी चाहिए। ताकि उनका टेस्ट वापस आ सके। स्वाती का कहना है कि इस दौरान मांसहारी आहार को थोड़ा अवॉइड करने की आवश्यतता है। क्योंकि मांसहारी भोजन को पचाने में मुश्किल होता है, जिससे फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि, आप चिकन का सूप पी सकते हैं। 

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कोविड-19 मरीज को कैसे रखें डाइट्रेट ( What can be given to increase hydration?)

डायटीशियन का कहना है कि कोरोना के मरीजों को डिहाइड्रेशन की समस्या बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। उन्हें अधिक से अधिक पानी पिएं। शरीर को हाइड्रेट रखने से इलेक्ट्रोलाइट्स कंट्रोल रहता है, जिससे मेटाबॉलिज्म रेट बेहतर गोता है। मरीज के शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए लिक्विड एनर्जी और प्रोटीन दें। इसके अलावा तरल पदार्थों में आप मरीज को ओआरएस, दाल का पानी, मट्ठा पानी, जौ का पानी, नींबू अदरक की चाय, हल्दी और काली मिर्च का गर्म पानी, मिल्कशेक, बादाम वाका दूध, पिस्ता वाला दूध, अखरोट पाउडर मिलाकर दूध, मट्ठा दें, सादा पानी, नारियल का पानी, हर्बल टी, शहद का पानी इत्यादि दे सकते हैं। इससे मरीज का शरीर हाइड्रेट रहेगा।

दवाईयों के अलावा कुछ अन्य महत्वपूर्ण सप्लीमेंट्स (Apart from medications, what are the most important supplements?)

डायटीशियन स्वाती बाथवाल का कहना है कि कोरोनावायरस से लड़ने के लिए इम्यूनिटी सिस्टम का मजबूत होना बहुत ही जरूरी है। कोरोनाकाल में इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए हमने विटामिन डी पर काफी जोर दिया है। विटामिन डी के अलावा विटामिन ई सप्लीमेंट भी आप ले सकते हैं। ये विटामिंस वसा में घुलनशील हैं। आप इन्हें भोजन के साथ या फिर वसायुक्त आहार के साथ ले सकते हैं। जैसे - दूध, घी, मक्खन या फिर नट्स के साथ ले सकते हैं। स्वाती बाथवाल का कहना है कि विटामिन डी का डोज वर्तमान सीरम लेवल पर निर्भर करता है। आप एक दिन में 1,000 Iu से 2,000 Iu तक विटामिन डी ले सकते हैं। वहीं, विटामिन ई का सेवन एक दिन में 25mg करना चाहिए। 

इसके अलावा इम्यून पावर को बूस्ट करने के लिए विटामिन सी और जिंकविट भी बेहतरीन सप्लीमेंट माने जाते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि जिंक सप्लीमेंट की गोलियों को आप साइट्रिक एसिड के साथ नहीं ले सकते हैं। इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है। इसके अलावा बीटाडीन (Betadine) या हल्दी के साथ दिन में 3 बार गरारा करें। यह गले से संक्रमण को फैलने से रोकता है। साथ ही दिन में 3 से 4 बार भाप लें।

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मरीजों को खिलाते समय रखें इन बातों का ध्यान (Some important things to keep in mind while feeding the patient)

कोविड-19 से संक्रमित मरीजों का स्वाद और सूंघने की क्षमता खत्म हो जाती है। ऐसी स्थिति में मरीज को कुछ भी अच्छा नहीं लगता है। साथ ही इस दौरान वे कई दवाइयां खाते हैं, जिससे उनका स्वाद काफी खराब हो जाता है। इसलिए जब उन्हें खिलाएं, तो उनकी पसंद और नापसंद का ख्याल रखें। उनसे पूछें कि उन्हें क्या खाना है? अगर मरीज को चबाने में दिक्कत हो रही है, तो उन्हें मक्खन और दूध के साथ मसला हुआ आलू, मिल्कशेक, खिचड़ी, दलिया, ओट्स, नरम इडली, नरम मूंग दाल, कटलेट, क्रीमी सूप (आलू का सूप, कद्दू का सूप, मूंग दाल सूप), नरम ब्रेड जैम और बटर के साथ, बर्फी (जैसे- चुकंदर, काजू, बेसन की बर्फी) जैसी चीजें खिलाएं। इसके अलावा आप उन्हें दूध में बादाम पाउड, अखरोट पाउडर, पिस्ता पाउडर, अलसी पाउडर, खजूर और मिल्क पाउडर मिलाकर दें।

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प्लेटलेट्स कम हो जाने पर क्या करें? (What to do if platelets count drops?)

कोरोना से संक्रमित कुछ मरीजों के प्लेटलेट्स काउंट कम हो सकते हैं। रिसर्च के मुताबिक, शरीर में प्लेटलेट्स काउंट (platelet Count) कम होने पर पपीते की पत्तियों से तैयार अर्क देना चाहिए। पपीते की पत्तियों का रस पीने से शरीर में प्लेटलेट्स काउंट बढ़ता है। ऐसे में अगर कोविड-19 के मरीज का प्लेटलेट्स डाउन हो जाए, तो उन्हें 1 से 2 दिनों तक 50 मिलीलीटर पतीते की पत्तियों के रस में शहद मिलाकर दें। अगर आपके आसपास पतीते की पत्तियां नहीं है, तो आप मार्केट से अर्क खरीद सकते हैं। 

फूड पॉइजनिंग से बचाव के टिप्स (Tips to avoid food poisoning)

अस्वस्थ व्यक्ति की इम्यूनिटी पावर काफी कमजोर होती है। ऐसे में उन्हें फूड पॉइजनिंग का खतरा काफी ज्यादा रहता है। इसलिए कोविड-19 से संक्रमित मरीजों को फूड पॉइजनिंग के खतरे से बचाव करना चाहिए। इस दौरान मरीजों को ऐसा आहार न दें, जिससे फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ता है। जैसे- कच्ची मछली (Raw Fish), बिना छीले अंकुरित अनाज, कच्चा चिकन,  या कम उबला कच्चा चिकन, कच्चा मटन, कच्चे अंडे, कच्चे सलाद, सफेद पनीर इत्यादि आहार मरीजों को देने से बचें। इसके अलावा फूड सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन करें। जैसे- अपना हाथ धोएं, सब्जियों को अच्छी तरह साफ करें, खाना बनाते वक्त हाथ धोएं इत्यादि।

ध्यान रखें कि यह एक सामान्य जानकारी है। अगर आप किसी तरह की शारीरिक परेशानी से जूझ रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर के सलाहनुसार ही डाइट और दवाइयों का चुनाव करना ही आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर हो सकता है।

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