जब किसी व्यक्ति को साइनस होता है तो लक्षणों के तौर पर सर्दी, जुकाम, एलर्जी, सिर दर्द, बुखार, खांसी, नाक बंद, गले में खराश, थकान, सांस से बदबू आदि दिखाई देते हैं। इसके पीछे कारण धुआं, धूल, प्रदूषित हवा, वायरस, किसी भी प्रकार की एलर्जी, सर्दी जुकाम आदि हो सकते हैं। ऐसे में इससे बचाव बेहद जरूरी है। चूंकि साइनस के दौरान व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है। ऐसे में इसका प्रभाव उसके रोजमर्रा के कार्यों पर भी पड़ता है। साइनस होने पर डाइट में क्या खाएं और क्या ना खाएं इसकी पूरी जानकारी होनी जरूरी है। क्या साइनस में अंडा खाना फायदेमंद है? साइनस में किस तरह का भोजन व्यक्ति को करना चाहिए? ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब आगे दिए जा रहे हैं। इसके लिए हमने न्यूट्रिशनिस्ट और वैलनेस एक्सपर्ट वरुण कत्याल (wellness expert and nutritionist varun katyal) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे...
1 - क्या साइनस के रोगी दूध पी सकते हैं?
अगर कोई व्यक्ति साइनस से पीड़ित है तो वे नॉनवेज, जंक फूड, डीप फ्राइड फूड आदि का सेवन ना करे। इसके अलावा साइनस के रोगी डेरी प्रोडक्ट या दूध, दही, पनीर आदि के सेवन से भी बचे। इसके अलावा साइनस के रोगी शाकाहारी भोजन को अपनी डाइट में जोड़ें। ऐसा करने से शरीर में बलगम नहीं बनती और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इसके अलावा व्यक्ति तरल पदार्थों का सेवन अधिक से अधिक मात्रा में करें। साइनस में केले से भी परहेज करना चाहिए।
2 - साइनस में लहसुन की कलियां कितने फायदेमंद हैं?
बता दें कि लहसुन के अंदर एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं जो ना केवल कीटाणुओं को पनपने से रोकते हैं बल्कि वे साइनस में जमने वाले म्यूकस को भी निकालने में मददगार हैं। ऐसे में चार से पांच लहसुन की कलियों से बना सूप का सेवन एक बेहतर विकल्प है।
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3 - साइनस के लिए शहद का उपयोग फायदेमंद है या नुकसानदेह?
साइनस में शहद का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके इस्तेमाल से राइनो साइनसाइटिस के मुख्य कारक भी नष्ट होते हैं। ऐसे में शहद और पानी को मिलाएं और इसकी कुछ बूंदे नाक में डालें इसके अलावा आप गुनगुने पानी में दो चम्मच शहद मिलाएं और इसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें मिलाकर सुबह शाम इसका सेवन करें। ऐसा करने से साइनस की समस्या से राहत मिल सकती है।
4 - साइनस रोगी अंडे का सेवन कर सकते हैं?
साइनस रोगी वसायुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें। वसायुक्त खाद्य पदार्थों में- अंडा, अनाज, पिज़्ज़ा, पास्ता आदि भी आते हैं। यह चीजें शरीर में चर्बी को बढ़ा सकती हैं, जिसके कारण सूजन बढ़ने की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
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5 - साइनसाइटिस के लिए कैसा हो डाइट चार्ट?
रोगी सुबह नींबू का रस और शहद मिलाकर गुनगुने पानी के साथ सेवन कर सकता है। वही वह नाश्ते में फल और दूध में शहद का सेवन कर सकता है। इसके अलावा दोपहर के खाने में रोटी, छाछ, उबली हुई हरी सब्जियों का सेवन बेहतर विकल्प है। वहीं रात के खाने और दोपहर के खाने के बीच वे फल या सब्जियों का जूस पी सकता है। रात का भोजन हल्का होना चाहिए। ऐसे में व्यक्ति सब्जियों की सलाद और अंकुरित अनाज का सेवन करें।
नोट - ऊपर बताए गए बिंदु से पता चलता है कि साइनस के रोगियों को किन चीजों से परहेज करना चाहिए और उनकी किस तरह की डाइट होनी चाहिए। अगर आप पहले से ही कोई स्पेशल डाइट फॉलो कर रहे हैं तो इन चीजों को अपनी डाइट में जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट की राय जरूरी लें।
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