
Recovery After Illness: मौसम बदलने के साथ कई बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ गया है। सर्दी-जुकाम, बुखार, त्वचा संक्रमण या अन्य बीमारियों की चपेट में आने के बाद व्यक्ति को रिकवर होने में कम से कम 4 से 5 दिनों का समय लगता है। वहीं जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है उन्हें ठीक होने में हफ्ते भर या 10 दिन का समय लग सकता है। धीमी रिकवरी के बाद कुछ लोगों को पूरी तरह से ठीक होने में और अधिक समय भी लग सकता है। लेकिन स्लो रिकवरी के पीछे क्या कारण हो सकते हैं? हेल्दी डाइट का सेवन न करना या डाइट से जुड़ी गलतियों के कारण रिकवरी का प्रोसेस धीमा हो सकता है। किसी भी बीमारी से निपटने या घाव व संक्रमण को ठीक करने में डाइट की भूमिका अहम होती है। डाइट में मौजूद कई प्रकार के पोषक तत्व, शरीर को ऊर्जा देते हैं, कमजोरी दूर करते हैं और सेल्स को रिपेयर करने का काम भी करते हैं। इस लेख में हम जानेंगे डाइट से जुड़ी गलतियां, जिनके कारण आपकी रिकवरी स्लो हो सकती है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर की रहने वाली न्यूट्रिशनिस्ट और फिटनेस एक्सपर्ट पायल अस्थाना से बात की।
1. देर से पचने वाली चीजों का सेवन करना
खराब तबीयत से रिकवरी के दौरान हल्का भोजन करना चाहिए। इस दौरान मुंह का स्वाद खराब होता है और चटपटा खाने का मन करता है। ऐसे में अगर आप ज्यादा तला हुआ या मसाले वाले भोजन का सेवन कर लेंगे, तो अपच या एसिडिटी की समस्या (Acidity in Stomach) हो सकती है। देर से पचने वाली चीजों का सेवन करेंगे, तो शरीर की ऊर्जा, खाने को पचाने में खर्च होगी। रिकवरी के दौरान दवाओं के सेवन के साथ ऐसा भोजन ही करें जो आसानी से पच जाए। चीज, प्रोसेस्ड फूड्स, पराठे, तेल वाले स्नैक्स आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
2. पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना
तबीयत खराब है, तो ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें। अक्सर मरीज को डॉक्टर यही सलाह देते हैं कि फ्लूड इंटेक बढ़ा दें। लेकिन पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन न करने के कारण डिहाइड्रेशन के लक्षण (Dehydration Symptoms) नजर आ सकते हैं। डिहाइड्रेशन के कारण शरीर में कमजोरी बढ़ जाती है और रिकवरी धीमी हो सकती है। पानी का सेवन करने से विषैले तत्व शरीर से बाहर निकल जाते हैं। पानी का सेवन करते रहने से शरीर पर संक्रमण का असर भी कम हो जाता है।
3. इम्यूनिटी बढ़ाने वाला आहार न खाना
इम्यूनिटी बढ़ाने वाले आहार का सेवन नहीं करेंगे, तो बीमारी लंबे समय तक रहेगी। खराब तबीयत से रिकवरी के दौरान ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जिससे आपकी इम्यूनिटी बढ़े। शरीर में इम्यूनिटी बढ़ेगी, तो शरीर बीमारी को हराकर जल्दी ठीक हो सकेगा। अपनी डाइट में हरी सब्जियों को शामिल करें। हरी सब्जियों में एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है। वहीं हरी पत्तेदार सब्जियां (Green Leafy Vegetables) जैसे पालक, सरसों के पत्ते, पत्तागोभी आदि में मैग्नीशियम, फोलेट, मैंगनीज आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं जिससे इम्यून फंक्शन बेहतर होता है।
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4. ठंडी तासीर वाली चीजों का सेवन करना
तबीयत खराब है और ठंडी तासीर वाली चीजों का सेवन करेंगे, तो रिकवरी धीमी हो सकती है। बुखार, सर्दी-जुकाम और गले में संक्रमण (Throat Infection) के दौरान जूस, संतरा, दही, मट्ठा, खट्टे फल, नींबू आदि चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इन चीजों का सेवन भले ही पाचन तंत्र के लिए अच्छा हो लेकिन गले में संक्रमण को बढ़ा सकता है। बीमारी के समय व्यक्ति को दवाओं के सेवन से पेट में जलन की समस्या होती है। पेट को शांत करने के लिए अक्सर लोग ठंडी तासीर वाली चीजों का सेवन कर लेते हैं, लेकिन इसके नुकसान को ध्यान में रखते हुए इस गलती से बचना चाहिए।
5. प्रोटीन रिच डाइट न लेना
बीमारी से रिकवरी के दौरान शरीर को प्रोटीन की जरूरत होती है। प्रोटीन को नजरअंदाज करने की गलती न करें। डॉक्टर की सलाह पर प्रोटीन रिच फूड्स (Protein Rich Foods) को डाइट में शामिल कर सकते हैं। बीमारी से रिकवरी के दौरान दाल और अंंडे जैसे विकल्पों का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा डाइट में बादाम, अखरोट, सूरजमुखी के बीज को शामिल करें। रिकवरी के दौरान इन चीजों का सेवन करने से शरीर को प्रोटीन के अलावा गुड फैट, विटामिन और खनिज भी मिलेगा। नट्स और सीड्स, जिंक, मैग्नीशियम और विटामिन ई आदि के अच्छे स्रोत होते हैं।
डाइट से जुड़ी इन 5 गलतियों से बचेंगे, तो बीमारी से जल्दी रिकवरी हो पाएगी। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलें।