
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए नियमित दिनचर्या और पोषणयुक्त आहार की जरूरत होती है। नियमित ब्लड शुगर की जांच के अलावा ऐसा होना चाहिए डायबिटिक्स का डाइट चार्ट।
मधुमेह एक बार होने के बाद जीवनभर रहता है। इसे कंट्रोल करने के लिए नियमित दिनचर्या और पोषणयुक्त आहार की जरूरत होती है। मधुमेह होने का कारण असंयमित खानपान, मानसिक तनाव, मोटापा, व्यायाम की कमी आदि है। जिसके कारण दिन-प्रतिदिन इसके मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसे नियंत्रित करने के लिए हेल्दी डाइट चार्ट होना जरूरी है। इन्सुलिन हार्मोन के स्राव में कमी से डायबिटीज रोग होता है। डायबिटीज आनुवांशिक या उम्र बढ़ने पर या मोटापे के कारण या तनाव के कारण हो सकता है। डायबिटीज ऐसा रोग है जिसमें व्यक्ति को काफी परहेज से रहना होता है। मधमेह रोगी अगर अपनी दिनचर्या का पालन नही करते हैं तो इसके बढ़ने की संभावना ज्यादा होती है। मधुमेह के रोगी को आंखों व किडनी के रोग, सुन्नपन आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
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डाइट चार्ट
- डायबिटिक्स को अपने आहार में कुल कैलोरी का 40 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेटयुक्त पदार्थों से, 40 प्रतिशत वसायुक्त पदार्थों से व 20 प्रतिशत प्रोटीनयुक्त पदार्थों से लेना चाहिए। यदि मधुमेह मरीज का वजन ज्यादा है तो उसे कुल कैलोरी का 60 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट से, 20 प्रतिशत फैट से व 20 प्रतिशत प्रोटीन से लेना चाहिए।
- इसके साथ मधुमेह के मरीज को प्रोटीन अच्छी मात्रा में व उच्च गुणवत्ता वाला लेना चाहिए। इसके लिए दूध, दही, पनीर, अंडा, मछली, सोयाबीन आदि का सेवन ज्यादा करना चाहिए। इंसुलिन ले रहे डायबिटिक व्यक्ति एवं गोलियां ले रहे डायबिटिक व्यक्ति को खाना सही समय पर लेना चाहिए। ऐसा न करने पर हायपोग्लाइसीमिया हो सकता है। इसके कारण कमजोरी, अत्यधिक भूख लगना, पसीना आना, नजर से धुंधला या डबल दिखना, हृदयगति तेज होना, झटके आना एवं गंभीर स्थिति होने पर कोमा भी हो सकता है।
- डायबिटिक व्यक्ति को हमेशा अपने साथ कोई मीठी चीज जैसे ग्लूकोज, शक्कर, चॉकलेट, मीठे बिस्किट रखना चाहिए। यदि हायपोग्लाइसीमिया के लक्षण दिखें तो तुरंत इनका सेवन करना चाहिए। एक सामान्य डायबिटिक व्यक्ति को ध्यान रखना चाहिए कि वे थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ खाते रहें। दो या ढाई घंटे में कुछ खाएं। एक समय पर बहुत सारा खाना न खाएं।
- डायबिटीज के मरीज हमेशा डबल टोन्ड दूध का प्रयोग करें। कम कैलोरीयुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें जैसे - छिलके वाला भुना चना, परमल, अंकुरित अनाज, सूप, सलाद आदि का ज्यादा सेवन करें। दही और छाछ का सेवन करने से ग्लूकोज का स्तर कम होता है और डायबिटीज नियंत्रण में रहता है।
- मैथीदाना (दरदरा पिसा हुआ) एक या आधा चम्मच खाना खाने के 15-20 मिनट पहले लेने से शुगर कंट्रोल में रहती है व फायदा होता है। रोटी के आटे को बिना चोकर निकाले प्रयोग में लाएं व इसकी गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इसमें सोयाबीन मिला सकते हैं।
- घी व तेल का सेवन दिनभर में 4 चम्मच से ज्यादा न करें। सभी सब्जियों को कम से कम तेल का प्रयोग करके नॉनस्टिक कुकवेयर में पकाना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियों का ज्यादा सेवन करें।
- मधुमेह रोगी को खाने से लगभग 1 घंटा पहले तेज गति से पैदल चलना चाहिए और साथ ही व्यायाम और योगा भी करें। सही समय पर इंसुलिन व दवाइयां लेते रहें। नियमित रूप से चिकित्सक के पास जाकर चेकअप भी कराइए।
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