शारीरिक गतिविधि के लिए शरीर में एनर्जी की आवश्यकता होती है। मेटाबॉलिज्म शरीर के सभी अंगों को आहार से ऊर्जा प्रदान करता है। लेकिन, कुछ लोगों थायराइड की समस्या होने पर थायराइड हार्मोनल की कमी हो जाती है। थायराइड एक ग्रंथि होती है, जो थायराइड नामक हार्मोन का उत्पादन करती है। थायराइड ग्रंथि में गड़बड़ी होने पर शरीर में थायराइड की मात्रा अधिक या कम होने लगती है। इससे शरीर के हार्मोन प्रभावित होते हैं। जिसका असर नींद पर भी देखने को मिलता है। थायराइड में कमी होने पर कुछ लोगों को नींद से जुड़े विकार हो सकते हैं। इस समस्या से बचने के लिए आप आहार में बदलाव कर सकते हैं। जिससे नींद संबंधी विकारों कम हो सकते हैं। डायटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं कि हाइपोथायरोडिज्म में डाइट में किस तरह के बदलावों से आप नींद की समस्या को आसानी से दूर कर सकते हैं।
थायराइड के कारण नींद न आने पर डाइट में शामिल करें ये फूड्स, अच्छी नींद लाने में करेंगे मदद | Diet Changes To Make For Better Sleep In Thyroid in Hindi
डॉक्टर और एक्सपर्ट का मानना है कि हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित व्यक्तियों द्वारा डाइट में बदलाव कर थायराइड के कार्य में सुधार किया जा सकता है। इससे विटामिन की कमी को रोकने और उससे जुड़े लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। इस दौरान डाइट में बदलाव कर इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं। आगे जानते हैं कि किन फूड को डाइट में शामिल कर आप थायराइड में नींद से जुड़ी समस्याओं को कम कर सकते हैं।
दही
दही (योगर्ट) प्रोटीन और कैल्शियम का एक बेहतरीन स्रोत माना जाता है, ये दोनों थायराइड हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं। थायराइड ग्रंथि के कार्य को बेहतर करने के लिए कैल्शियम की आवश्यकता होती है, वहीं प्रोटीन ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रित करने में सहायक होता है। इससे ब्लड शुगर कंट्रोल में रहती है और आपको रात में अच्छी और गहरी नींद आती है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक व अन्य हरे पत्तेदार सब्जियों में मैग्नीशियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। मैग्नीशियम मांसपेशियों और नर्वस सिस्टम के कार्यों में सुधार लाने में सहायक होता है। नर्वस सिस्टम का कार्य बेहतर होने से ब्रेन का स्ट्रेस कम होता है और आपको अच्छी व गहरी नींद आने में मदद मिलती है। मैग्नीशियम की कमी को थायराइड संबंधी समस्याओं से जोड़ी होती है, इसलिए डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करने से आप नींद को बेहतर कर सकते हैं।
केला खाएं
केला में विटामिन बी 6 पाया जाता है। यह विटामिन थायराइड हार्मोन उत्पादन और नियंत्रित करने के लिए आवश्यक होता है। इसके अलावा, केले में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है, जो आपके शरीर को सेरोटोनिन का उत्पादन करने में मदद करता है, इससे रात के समय आपको गहरी और अच्छी नींद आती है।
दलिया
दलिया (ओट्स) आसानी से पचाने वाला भोजन होता है। इससे थायराइड हेल्थ बेहतर होती है। साथ ही, बेहतर नींद लेने में मदद मिलती है। ओट्स घुलनशील फाइबर (सॉल्यूब्ल फाइबर) से भरपूर होते हैं, जो ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर करने और इंसुलिन स्पाइक्स को कम करने में मदद करते हैं। यह थायराइड से पीड़ित व्यक्ति के लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि इससे ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव आपकी नींद को प्रभावित नहीं करता है।
चेरी
चेरी मेलाटोनिन का एक नेचुरल सोर्स होती है। मेलाटोनिन एक हार्मोन है, जो आपके स्लीप पैर्टन को नियंत्रित करता है। चेरी या चेरी के जूस का सेवन करने से थायराइड विकार वाले व्यक्तियों के स्लीप पैर्टन में सुधार होता है। यदि समस्या ज्यादा हो तो ऐसे में आप मेलाटोनिन को सप्लीमेंट के रूप में भी ले सकते हैं।
इसे भी पढ़ें : क्या मीठा खाने से थायराइड पर असर पड़ता है? जानें एक्सपर्ट की राय
थायराइड या किसी भी तरह की समस्या में यदि आपको स्लीप पैर्टन डिस्टर्ब हो रहा है, तो ऐसे में आप सबसे पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। इससे आपको थायराइड में आराम मिलता है।