आजकल हड्डियों से जुड़ी समस्याओं से अधिकतर लोग परेशान हैं। आमतौर पर अधिक उम्र में हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। ऐसे में हड्डियों और जोड़ों के दर्द से जूझना पड़ता है। जो लोग फिजिकल एक्टिव नहीं रहते हैं, उन्हें भी हड्डियों से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। इतना ही नहीं, अधिकतर डायबिटीज रोगियों को भी हड्डियों के रोग से जूझना पड़ता है। संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के हाल ही में हुए एक अध्ययन में साबित हुआ है कि डायबिटीज, हड्डियों को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। आइये जानते हैं इसके बारे में।डायबिटीज, हड्डियों के गंभीर रोगों का कारण बन सकता है। खासकर, डायबिटीज से पीड़ित बुजुर्गों में ऑस्टियोपोरोसिस रोग होने का जोखिम अधिक होता है।
नई स्टडी में हुआ खुलासा
अध्ययन की मानें तो डायबिटीज रोगियों में हड्डियों का रोग होने का जोखिम अधिक होता है। अध्ययन का नेतृत्व करने वाले एंडोक्रिनोलॉजी विभाग के प्रोफेसर सुशील गुप्ता बताते हैं, 'डायबिटीज, हड्डी और मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकता है। दरअसल, रिसर्च की गई, जिसमें डायबिटीज से पीड़ित 22 प्रतिशत बुजुर्गों में हड्डी रोग देखने को मिले। वहीं, 70 साल की आयु के बाद वाले बुजुर्गों में 40 प्रतिशत लोगों को हड्डियों का रोग था।
डायबिटीज में हड्डियों पर बुरा असर क्यों पड़ता है?
- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के आर्थोपेडिक्स विभाग के पूर्व प्रोफेसर डॉ. आरएन श्रीवास्तव बताते हैं कि शरीर में कैल्शियम की कमी इसका एक मुख्य कारण हो सकता है।
- डायबिटीज रोगी जब पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम और विटामिन डी नहीं ले पाते हैं, तो उनकी हड्डियों पर बुरा असर पड़ सकता है।
- इसके अलावा, डायबिटीज रोगियों को कमजोरी और थकान का अनुभव होता है, जिसकी वजह से वे शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं रहते हैं। इसका असर उनकी हड्डियों पर पड़ सकता है।
डायबिटीज रोगी हड्डियां मजबूत कैसे बनाएं?
- हड्डियां मजबूत बनाने के लिए सूरज की रोशनी में बैठना बहुत जरूरी होता है। इससे हड्डियों को मजबूती मिलती है।
- हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए विटामिन डी लेना चाहिए। आप विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत रखने के लिए फिजिकली एक्टिव रहना बहुत जरूरी होता है। आप लाइट एक्सरसाइज या योगासन कर सकते हैं।