Coronavirus: कोरोना वायरस के 10% मामले बिना लक्षण वाले लोगों से फैल रहे हैं, शोधकर्ताओं का दावा

कोरोना वायरस इतना संक्रामक और खतरनाक है कि 10% लोगों में इसके लक्षण दिखने से पहले ही वे इसे दूसरों में फैला चुके होते हैं। पढ़ें वैज्ञानिकों ने क्या कहा।
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Coronavirus: कोरोना वायरस के 10% मामले बिना लक्षण वाले लोगों से फैल रहे हैं, शोधकर्ताओं का दावा


कोरोना वायरस के डर से दुनियाभर में करोड़ों लोगों ने घर से निकलना छोड़ दिया है। भारत के कई राज्यों सहित दुनियाभर के कई देश इस समय लॉक डाउन हो चुके हैं। दरअसल नोवल कोरोना वायरस जो पिछले साल चीन में पहली बार देखा गया, इतना ज्यादा संक्रामक है कि 3 महीने के कम समय में ही दुनिया के 190 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। इस वायरस की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या सोमवार 23 मार्च की सुबह तक 3,39,000 से भी ज्यादा हो चुकी है, वहीं इस वायरस से मरने वालों की संख्या 14,700 से ज्यादा पहुंच गई है। भारत में अब तक इस वायरस के कारण 7 लोगों की मौत हो चुकी है।

2 घंटे से 9 दिन तक रह सकता है सतह पर एक्टिव

कोविड-19 को फैलाने वाला कोरोना वायरस किसी भी अन्य वायरस की अपेक्षा एक से दूसरे व्यक्ति में बहुत तेजी से फैलता है। किसी भी संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खांसने से ये वायरस हवा में फैलता है, जिससे अगर पास में ही खड़ा कोई व्यक्ति सांस लेता है, तो ये वायरस उसके शरीर में प्रवेश कर जाता है। इसके अलावा किसी भी सतह पर इस वायरस की संक्रामकता 2 घंटे से लेकर 9 दिन तक एक्टिव रह सकती है। इसलिए भी इसे बहुत खतरनाक माना जा रहा है। यही कारण है कि एक्सपर्ट्स लोगों को लगातार यही सलाह दे रहे हैं कि अपने हाथ साबुन और पानी या एल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर से लगाता धोते रहें, ताकि ये वायरस किसी सतह या व्यक्ति के माध्यम से आपके शरीर तक न पहुंचे।

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10% मामलों में नहीं दिखते कोई लक्षण

हाल में ही Emerging Infectious Diseases नामक जर्नल में छपी एक अन्य स्टडी के मुताबिक ये वायरस औसतन 4 दिन में एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल जाता है, जिस तरह से फ्लू फैलता है, जबकि इबोला को एक व्यक्ति से दूसरे में फैलने में कम से कम सप्ताह भर का समय लगता है।
वहीं ये स्टडी इस वायरस के बारे में एक और हैरानी वाली बात सामने लाती है। शोधकर्ताओं ने 10% मामले ऐसे पाए हैं, जिनमें कोरोना वायरस ऐसे लोगों से फैला है, जिनमें कोई भी लक्षण दिखाई नहीं दिए। इसका अर्थ यह है कि संभव है कि कोरोना वायरस होने के बाद भी कुछ लोगों में इसके लक्षण शुरुआती कुछ दिनों में स्पष्ट दिखाई न दें। इसके बावजूद उनके द्वारा कोरोना वायरस दूसरे लोगों में फैल सकता है।

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वायरस को रोकने का एक ही तरीका- अलग रहें

इस अध्ययन के लेखक और UT Austin में बायोलॉजी इंटरग्रेटिव के प्रोफेसर लॉरेन एंसेल मेयर्स के अनुसार, "इस अध्ययन से मिले सुबूत ये बताते हैं कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बहुत बड़े स्तर के कंट्रोल की जरूरत है, जिसमें आइसोलेशन, क्वारंटाइन, स्कूलों और परिवहन सेवाओं का बंद होना और भीड़-भाड़ को रोकना मुख्य रूप से शामिल है। चूंकि बिना लक्षणों के यह वायरस फैल सकता है इसलिए इसके फैलाव को रोकना एक बड़ी चुनौती है।" इस अध्ययन को हांगकांग, युनाइटेड स्टेट्स, चीन और फ्रांस के वैज्ञानिकों ने मिलकर किया है।

कुल मिलाकर अपने आपको सबसे अलग रखना और हर व्यक्ति से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखना ही इस वायरस से आपको बचा सकता है।

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