
चीन समेत दुनियाभर में फैली कोरोनावायरस की दहशत (COVID-19) के कारण इस वायरस को फैलने से रोकना एक बड़ी चुनौती बन चुका है। इसके साथ ही कोरोनावायरस विश्व में एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या भी बनता जा रहा है। अभी तक किसी भी प्रकार का इलाज न मिल पाने के कारण कोरोनावायरस के इर्द-गिर्द बहुत से अटकलें लोगों के बीच फैली हुई हैं। कोरोनावायरस ने विश्वभर में 3,000 से ज्यादा जानें भी ले ली हैं। मध्य चीन के हुबेई में दिसंबर 2019 में पहला मामला सामने आने के बाद से कोरोनावायरस 60 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। हालांकि लोग खुद को इस वायरस से सुरक्षित रखने के लिए तरह-तरह के तरीके ढूंढ रहे हैं लेकिन इस बाबत बहुत सी गलत जानकारियां भी फैल रही है, जिसमें ऑनलाइन जानकारी लोगों के लिए सबसे ज्यादा घातक हो सकती है। अगर आप भी कोरोनावायरस से जुड़ी जानकारियां ऑनलाइन ढूंढ रहे हैं तो जरा रुकिए और इन 9 चीजों को ऑनलाइन ढूंढने से बचें।
दरअसल दुनियाभर में एक महामारी के रूप में सामने आए कोरोनावायरस को लेकर साइबर अपराधी डब्लूएचओ और अन्य वैश्विक स्वास्थ्य संगठनों की तरफ से फेक ई-मेल भेजकर लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। ऐसे में बहुत जरूरी हो जाता है कि हम अपने आस-पास के वातावरण के साथ-साथ खुद को घर में भी ऐसी जानकारियों से सुरक्षित रखें। इस लेख में हम आपको कोरोनावायरस से जुड़ी 9 बातों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको ऑनलाइन नहीं सर्च करना चाहिए।
कोरोनावायरस से जुड़ी 9 चीजें न सर्च करें ऑनलाइन
कोरोनावायरस के लिए स्पेशल मास्क के जाल में न फंसे
ऐसा कोई विशेष मास्क उपलब्ध ही नहीं है, जो कोरोनावायरस से सुरक्षा प्रदान करता हो। इसलिए अगर ऑनलाइन सर्च करते हुए आपके सामने ऐसी चीजों का दावा करने वाले कोई विज्ञापन आए तो उसके जाल में न फंसे।
N95 मास्क, सर्जिकल मास्क से बेहतर है या नहीं
इस तरह की बेवजह की बातों में न फंसे । स्वास्थ्य विशेषज्ञ कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि सिर्फ मास्क ही आपको पूर्ण सुरक्षा की गारंटी नहीं देता है। इस बात को समझना बहुत ही जरूरी है कि कोरोनावायरस आकार में बहुत छोटा है, जो N95 मास्क के छिद्रों से भी पार हो सकता है। इसलिए कौन सा मास्क बेहतर है इस बात पर बहस करना या ऑनलाइन सर्च करना सही नहीं होगा।
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कोरोना की ऑनलाइन दवा खरीदने से बचें
अभी तक कोरोनावायरस का कोई आधिकारिक इलाज नहीं है और न ही इसकी कोई दवा बनाई गई है। इसलिए ऐसे उत्पादों पर विश्वास न करें, जो कोरोना से सुरक्षा और रोकथाम का दावा करते हों। ये सिर्फ पैसा बनाने का एक तरीका है।
बेवजह वेबसाइट न तलाशें
कोरोनावायरस के बारे में जानकारी के लिए ऐसी ही किसी भी वेबसाइट को सर्च न करें। इस स्थिति में कोई भी गलत जानकारी आपके लिए घातक साबित हो सकती है। इसलिए ऐसी ही साइट देखें, जो प्रमाणित हो और सही कंटेंट देती हों।
कोई टेस्ट किट नहीं
कोरोना की जांच के लिए कोई आधिकारिक टेस्ट किट नहीं है। इसलिए ऑनलाइन ऐसी किसी विज्ञापन के बहकावे में न आएं, जो कोरोना का पता लगाने के लिए टेस्ट किट का दावा करती हैं।
सोशल मीडिया पर विश्वास न करें
व्हाट्सऐप संदेशों और कोरोनावायरस पर लोगों द्वारा बनाई गई टिकटॉक वीडियो पर विश्वास न करें। हालांकि डब्लूएचओ ने भी इस कोरोनावायरस से जुड़ी जानकारी के लिए टिकटॉक से हाथ मिलाया है। लेकिन किसी व्यक्ति या निजी संगठन की बनाई वीडियो पर ध्यान न दें।
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यू-ट्यूब पर कोरोना से जुड़ी जानकारी हासिल करने से बचें
कोरोनावायरस पर यू-टयूब और अन्य इंफ्लूएंसर से जानकारियां न जुटाएं औ न ही इस वायरस से बचने के लिए किसी भी प्रकार की सलाह लें। ऑनलाइन लक्षण ढूंढने से बचें
कोरोनावायरस से संबंधित लक्षणों को ऑनलाइन सर्च करने से बचें। अगर आपको लग रहा है कि आपको किसी प्रकार की तकलीफ है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
गैर प्रमाणित लेख पढ़ने से बचें
कोरोनावायरस से जुड़ी जानकारी देने वाले गैर प्रमाणित लेख पढ़ने से बचें। साथ ही सोशल मीडिया पर वीडियो देखने से भी गैर-जरूरी तनाव बढ़ता है, इसलिए ऐसा करने से बचें।
.@WHO is working closely with countries affected by #coronavirus and teaming up with experts to coordinate global surveillance & treatment network.
— United Nations (@UN) January 28, 2020
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