
कोरोना वायरस से अब तक जो देश सबसे ज्यादा प्रभावित बताया जा रहा था, वो चीन था। मगर गुरूवार 19 मार्च को इटली में मौतों का आंकड़ा चीन से भी ऊपर चला गया। गौरतलब है कि इटली 6 करोड़ की आबादी वाला एक छोटा सा देश है। मगर लोगों की अगंभीरता और कुछ गलतियों के कारण वहां पर कोरोना वायरस इतनी तेजी से फैला है कि इटली आज दुनिया के सबसे भयावह स्थितियों वाला देश बन चुका है। 20 मार्च शुक्रवार की सुबह तक इटली में मौतों का आंकड़ा 3400 से भी ज्यादा हो चुका है, जबकि इटली में इस वायरस के प्रभाव में आने वाले लोगों की संख्या लगभग 41000 है। वहीं चीन में वायरस का प्रभाव थोड़ा कम होता दिखाई दे रहा है। अब तक चीन में कोरोना वायरस के कारण कुल 32,48 लोगों ने अपनी जान गंवाई है, जबकि वहां पर प्रभावितों की संख्या 80,000 से भी ज्यादा है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि इटली में कोरोना वायरस का पहला मामला 31 जनवरी 2020 को सामने आया था। यानी कुल 50 दिनों में ही इस वायरस ने इटली में भारी तबाही मचा दी है।
वारयस को रोकना है तो जरूरी है गंभीरता- प्रधानमंत्री मोदी
चीन और इटली के ये आंकड़े बताते हैं कि कोरोना वायरस के संबंध में की गई छोटी से छोटी गलती और लापरवाही इस वायरस से लड़ने वाले डॉक्टर्स, सरकारों और देश के लिए चुनौतियां बढ़ाने का काम करेंगी। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुरूवार की रात कोरोना वायरस को लेकर देश को दिए गए अपने संबोधन में यही कहा कि कोरोना वायरस को लेकर हर व्यक्ति को गंभीर होना चाहिए। गौरतलब है कि भारत में भी कोरोना वायरस के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकडों के अनुसार भारत में कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों की संख्या 171 हो गई है। इनमें से 20 मरीजों को ठीक किया जा चुका है, यानी 150 के करीब मरीज अभी भी अस्वस्थ हैं।
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क्या है दुनिया की स्थिति?
कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर के 180 के लगभग देश प्रभावित हैं, यानी ये वायरस पूरी दुनिया में फैल चुका है। अब तक इस वायरस की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या 245,000 (दो लाख पैंतालीस हजार) से भी ज्यादा पहुंच गई है। वहीं दुनियाभर में अब इस वायरस से होने वाली मौतों का आंकड़ा 10 हजार पार कर गया है। फिलहाल जो देश सबसे ज्यादा गंभीर स्थितियों में है उनका आंकड़ा इस प्रकार है-
- चीन- 80,000 से ज्यादा मामले, 32000 से ज्यादा मौतें
- इटली- 41,000 से ज्यादा मामले, 3400 से ज्यादा मौतें
- ईरान- 18,000 से ज्यादा मामले, 1280 से ज्यादा मौतें
- स्पेन- 18,000 से ज्यादा मामले, 830 से ज्यादा मौतें
- फ्रांस- 10,000 से ज्यादा मामले, 370 से ज्यादा मौतें
- युनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका- 14,000 से ज्यादा मामले, 200 से ज्यादा मौतें
इन सभी देशों के बीच भारत की स्थिति अभी स्टेज-2 में बताई जा रही है, यानी अभी भारत में ये वायरस कम्यूनिटी स्तर पर नहीं फैला है। भारत में अब तक कोरोनावायरस के 171 मामले आए हैं, जिनमें से 4 लोगों की मौत हुई है।
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इटली और चीन से क्या सीखे भारत?
भारत में ये वायरस अन्य देशों के मुकाबले काफी देर में आया है। इसलिए भारत के लोगों के पास एक मौका है कि वे दूसरे देशों से सीख लें और इस वायरस को रोकने के सभी जरूरी निर्देशों का पालन करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार के अपने संबोधन में उन उपायों का जिक्र किया है, जिसके द्वारा भारत में इस वायरस को व्यापक स्तर पर रोकने में मदद मिल सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार इटली ने लोगों पर पाबंदियां लगाने में थोड़ी देर कर दी, जिसका नतीजा ये रहा कि इटली में ये वायरस काफी तेजी और गंभीरता के साथ फैला। वहीं चीन में मौतों का आंकड़ा इतना ज्यादा इसलिए रहा क्योंकि शुरुआत में वायरस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी और तैयारियां भी नहीं थीं। मगर भारत इन देशों की तुलना में काफी तैयार है। अब जरूरत है तो सिर्फ इस बात की, कि नागरिक अपने स्तर पर वायरस को फैलने से रोकने के लिए घरों से बेवजह निकलना बंद कर दें और सुरक्षा निर्देशों जैसे- हाथ धोना, छींकते समय बाजू का प्रयोग करना, सैनिटाइजर का प्रयोग करना आदि मानते रहें।
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