PCOS Myths And Facts In Hindi: पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं के साथ कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती हैं। इनमें खानपान से जुड़ी समस्याएं सबसे आम हैं। क्योंकि अक्सर हम कई फिटनेस कोच और न्यूट्रिशनिस्ट को कहते सुनते हैं कि जिन महिलाओं को पीसीओएस है उन्हें एक विशेष डाइट को फॉलो करना होता है। उन्हें अपनी डाइट से कई चीजों को बाहर करने की जरूरत होती है। कुछ चीजों का सेवन उनकी स्थिति को बदतर बना सकता है और पीसीओएस को रिवर्स करने में बाधा उत्पन्न कर सकता है। लेकिन क्या वाकई ऐसा है? फिटनेस कोच और न्यूट्रिशनिस्ट अक्षय एस शेट्टी की मानें, तो "यह धारणा पूरी तरह गलत है, पीसीओएस वाली महिलाएं भी सामान्य डाइट अपनी स्थिति में सुधार कर सकती हैं।" इसके अलावा भी पीसीओएस से जुड़ी ऐसी कई गलत धारणाएं हैं, जो लोगों के बीच काफी पॉपुलर हैं। अक्षय शेट्टी ने अपनी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में ऐसी 5 मिथक और उनकी सच्चाई बताई है, जिन पर उन्हें आज से ही भरोसा करना बंद कर देना चाहिए। चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
PCOS से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई- Common PCOS Myths And Facts In Hindi
1. दूध और दूध से बने उत्पाद नहीं खाने चाहिए
डेयरी प्रोडक्ट्स पोषण से भरपूर होते हैं। लेकिन अक्सर यह सलाह दी जाती है कि पीसीओएस वाली महिलाओं को दूध और इससे बने उत्पादों का सेवन नहीं करना चाहिए। जबकि यह धारणा पूरी तरह गलत है। डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन सिर्फ उन लोगों को नहीं करने की सलाह दी जाती है, जिन्हें इनसे एलर्जी है। सामान्य लोगों के लिए इसका सेवन सेफ होता है।
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2. डाइट से कार्ब्स कम करें
अपने आहार में कार्ब्स की मात्रा कम करना कोई समाधान नहीं है, बल्कि आपके शरीर को एनर्जी प्रदान करने के लिए कार्ब्स बहुत जरूरी होते हैं। हालांकि, आपको अधिक कार्ब्स खाने से बचना चाहिए, लेकिन इसकी जरूरी मात्रा जरूर लें।
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3. चीनी को डाइट से बाहर करो
यह भी सभी महिलाओं पर लागू नहीं होता है। समस्या यह है कि ज्यादातर लोग चीनी को मिठाइयों और अत्यधिक स्वादिष्ट भोजन से जोड़ते हैं, लेकिन वास्तव में इन फूड्स में सिर्फ चीनी ही नहीं बल्कि वसा, कार्ब्स और प्रोटीन भी होते हैं। इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थों को सीमित करना ही उचित है।
4. पीसीओएस ठीक करने के लिए वजन कम करें
नहीं, यह हर किसी के लिए सच नहीं है। हां, अधिक वजन वाले लोग शरीर के वजन का 5-10% कम करके अपने लक्षणों को उलट सकते हैं। लेकिन आपको ऐसी महिलाएं भी दिखेंगी जिनका वजन अधिक नहीं है, लेकिन फिर भी वे पीसीओएस / पीसीओडी से पीड़ित हैं।
5. गोलियों और फूड्स से पीसीओएस ठीक हो सकता है
कोई भी फूड या गोली पीसीओएस का इलाज नहीं कर सकती है। इसे ठीक करने के लिए आपको अपनी जीवनशैली को ठीक करना होगा और स्वस्थ भोजन के साथ सक्रिय जीवनशैली की ओर बढ़ना होगा।
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एक्सरसाइज से पीसीओएस / पीसीओडी के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है
- पीसीओएस से पीड़ित महिलाएं क्रोनिक सूजन से पीड़ित होती हैं। नियमित व्यायाम से सूजन के लक्षणों में सुधार होता है।
- एक्सरसाइज लिपिड प्रोफाइल को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकती है।
- एक्सरसाइज पीसीओएस / पीसीओडी वाली महिलाओं में बीपी, एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल को भी कम कर सकती है।
- व्यायाम आपकी मांसपेशियों को बनाए रखने और उनके निर्माण में मदद करता है। यह लंबे समय तक आपके स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। क्योंकि 30 साल की उम्र के बाद महिलाओं की मांसपेशियां तेजी से कम होने लगती हैं।
पीसीओएस वाली महिलाओं के लिए जरूरी पोषण
- जब पोषण की बात आती है तो आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपका आहार उचित मैक्रोन्यूट्रिएंट्स और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर हो।
- प्रोसेस्ड फूड्स और हाई कैलोरी वाले फूड्स का सेवन सीमित करें। सुनिश्चित करें कि आप अपने आहार में सब्जियां और फल अधिक शामिल करें।
- अपने आहार में अच्छी मात्रा में प्रोटीन लेने पर ध्यान दें।
- डेयरी और ग्लूटेन से केवल उन लोगों को परहेज करना चाहिए, जिन्हें इनसे एलर्जी है। हर किसी के लिए डेयरी या ग्लूटेन में कटौती करना अनिवार्य नहीं है।
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