
बच्चे हो या बड़े नाश्ता हर किसी के लिए जरूरी है। पर बड़ों की तुलना में बच्चों को नाश्ता करने के लिए मनाना एक बड़ी चुनौती है। लगभग हर माता-पिता की यही शिकायत होती है उनका बच्चा नाश्ते में कुछ भी हेल्दी खाने को तैयार नहीं होता। ऐसे में बच्चों को आप मीठे का लोभ दे कर उन्हें एक हेल्दी नाश्ता खिला सकते हैं। जी हां, हम बात हलवे की कर रहे हैं, जिसे हर बच्चा बहुत पसंद करता है। अगर आप अपने बच्चे के सामने सुबह-सुबह नाश्ते में हलवा (Healthy Breakfast Ideas)परोस दें, तो वो बिना मुंह बनाएं इसे झट से खा लेंगे। वहीं आज हम आपको इस हलवे के साथ एक हेल्दी ट्विस्ट करने के बारे में बताएंगे, जो कि आपके बच्चे के लिए हर मायने में स्वस्थ होगा। दरअसल सूजी से बना हलवा बच्चों को नाश्ते में देना अनहेल्दी हो सकता है। वहीं गेहूं के आटे से बना हलवा सूजी के आटे की तुलना में ज्यादा हेल्दी होता है।
बच्चों के लिए आटे का हलवा (Atta ka halwa in Breakfast)
आटा हलवा एक पौष्टिक पकवान है, विशेष रूप से बच्चों के लिए। भारत में इस स्वादिष्ट पकवान को शुरू से ही दिया जाता है, यानी कि तब से जब से बच्चा पैदा होने के बाद से खाने की शुरुआत करता है। माना जाता है कि पतला घोल वाला आटे का हलवा बच्चों को कई पोषक तत्व प्रदान करता है और उसे खाने में भी आसानी होती है। वहीं इसे बनाने में सौंफ और हल्के जीरे का भी इस्तेमाल किया जाता है, ताकि ये बच्चे के पेट में आसानी से पच जाए। वहीं इस हलवा को खाने के कुछ अपने ही स्वास्थ्य लाभ (atta ka halwa benefits)है। जैसे कि
- -आटे का हलवा कार्बोहाइड्रेट का एक समृद्ध स्रोत है और नाश्ते में इसे खाना आपके बच्चे को शारीरिक और मानसिक गतिविधियों को पूरा करने के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान कर सकता है।
- -आटे का हलवा खाने से आपके बच्चे का पाचन बेहतर हो सकता है।
- -विटामिन बी और अन्य खनिजों के समृद्ध स्रोत के रूप में, यह शरीर के समग्र विकास को बढ़ावा देता है।
- - गेहूं की क्लोरोफिल सामग्री रक्त को शुद्ध करने में मदद कर सकती है, साथ ही आपके बच्चे के मानसिक विकास में योगदान दे सकती है।
- -आटे के हलवे में कैल्शियम और पोटेशियम की भी अच्छी मात्रा होती है, जो आपके बच्चे की हड्डियों और दांतों के विकास को बढ़ावा देती है।

इसे भी पढ़ें : खाना पकाने का सबसे हेल्दी तरीका क्या है? जानें किस तरीके से खाना पकाकर आप रह सकते हैं स्वस्थ
आटे का हलवा बनाने की विधि
- -घी को कम आंच पर कड़ाही में गर्म करें फिर उसमें जीरा और सौंफ डालें।
- -अब गेहूं का आटा डालें। अच्छी तरह मिलाएं ताकि कोई गांठ न बने।
- -आटे को कम से मध्यम लौ पर भून लें, इसे लगातार हिलाते रहें।
- -इसे लगभग 10 मिनट तक सुनहरा होने दें।
- -अब एक अलग सॉस पैन में गुड़ को पानी में डाल कर उबाल लें और इसे पूरी तरह से घुलने दें।
- -एक बार जब गुड़ पूरी तरह से पानी में घुल जाए तो इस चाशनी को कड़ाही में भुने हुए आटा के साथ डाल दें।
- -जब तक गेहूं का आटा सिरप को पूरी तरह से अवशोषित नहीं कर लेता तब तक चलाते रहें और गांठ न बनने दें।
- -कड़ाही को ढक्कन से ढक कर रखें और हलवा को करीब 5-10 मिनट तक पकने दें।
- -इसमें कुछ इलायची पाउडर डालें, अच्छी तरह मिलाएं और गर्म परोसें।
इसे भी पढ़ें : ओटमील लेते समय आप भी करते हैं ये गलतियां?
बच्चों के लिए इस हलवा का बनाते समय एक बात का खास ध्यान रखें कि हलवा ज्यादा गाढ़ा न हो। वहीं जितना पतला और अच्छे से पका हुआ हलवा आप बनाएंगे, उतना ही ये आसानी से पच जाएगा। इसे बनाते समय गैस कम रखें वरना हलवा बर्तन में चिपक जाएगा। थोड़ा बदलाव लाने के लिए हलवा बनाते समय पानी की जगह दूध मिला सकते हैं। इस तरह आपके बच्चे को ये ज्यादा पोषण प्रदान करेगा।
Read more articles on Healthy-Diet in Hindi