प्रेग्नेंसी के दौरान बहुत सी चीजों का सेवन फायदेमंद है तो कुछ नुकसानदायक भी। इसलिए अकसर इस दौरान बहुत सी चीजों को लेकर सचेत हो जाती हैं। ताकि कोई चीज उनको या उनके बच्चे को नुकसान न पहुंचा सके। ऐसा ही कुछ पहली तिमाही में चने के सेवन (Consumption Of Chickpeas) पर होता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि गर्भावस्था में चने बिल्कुल नहीं खाए जा सकते। इस दौरान चने के सेवन (Consumption Of Chickpeas) के बहुत से फायदे हैं जबकि इसके नुकसान बहुत कम। बस आपको इसके सेवन के समय इनकी मात्रा का ध्यान रखना होगा। यानी अगर आप प्रेगनेंट हैं तो आप चने खा सकती हैं और यह आपके लिए पूरी तरह से सुरक्षित भी हैं। लेकिन बस ये चने अच्छे से पके हुए हों और उन्हें एकदम से ज्यादा न खायें। यदि आप नहीं जानती कि प्रेग्नेंसी के समय चने किस प्रकार फायदेमंद है तो जानिए इसके सेवन के निम्न फायदे।
प्रेग्नेंसी के दौरान चने (छोले) खाने के फायदे
1. एनीमिया होने से बचाते हैं (Prevents Anaemia)
एनीमिया एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें आपके शरीर के अंदर हिमोग्लोबिन का लेवल कम हो जाता है और इससे बचने के लिए आपको आयरन से युक्त चीजों की जरूरत होती है। प्रेगनेंट महिलाओं को इसका अधिक रिस्क रहता है इसलिए उन्हें आयरन युक्त चीजों की अधिक जरूरत होती है। शोध बताते हैं कि लगभग 100 ग्राम चनों में कम से कम 20% आयरन होता है। जिसकी वजह से यह आपको एनीमिया जैसी बीमारी से बचा सकता है।
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2. ब्रेन के विकास में लाभदायक (Good For Brain)
100 ग्राम चनों में लगभग 40% कोलाइन नाम का एक तत्त्व होता है जो दिमाग और नसों के विकास के लिए लाभदायक माना जाता है। अगर आप प्रेग्नेंसी के दौरान चने खाती हैं तो इससे बच्चे का मस्तिष्क और रीढ़ अच्छे से विकसित हो पाएंगे।
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3. ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत (Gives Energy)
गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर को बहुत ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है क्योंकि आप इस स्थिति में बहुत जल्दी थक जाती हैं। अगर आप भी किसी ऐसी चीज की तलाश में है जिससे आप के अंदर ऊर्जा आए तो आप चने खा सकती हैं। यह आपको तुरंत ऊर्जा से भरपूर महसूस करवाएगा।
4. गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए लाभदायक (Good For Foetal)
चने कैल्शियम, जिंक, फॉस्फेट व मैंगनीज और विटामिन के से भरपूर खाद्य है। ये तत्व बच्चे की हड्डियों को मजबूती देते हैं और कार्टिलेज का निर्माण करने के साथ ही सभी कोशिकाओं को सुरक्षित रखते हैं। यही नहीं शरीर में मौजूद अमीनो एसिड व कार्बोहाइड्रेट मेटाबॉलिज्म में भी सहायक हैं। गर्भवती महिला को कम से कम रोजाना 1.8 मिली ग्राम से अधिक मैंगनीज की जरूरत होती है। 100 ग्राम चनों से लगभग एक सौ साठ मिलीग्राम मैंगनीज प्राप्त होती है।
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5. आपके वजन को नियंत्रित करता है (Controls Weight)
चना आपके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है। यही नहीं आपके बैड कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में सहायक है। साथ ही आपके शरीर की सूजन और ब्लड शुगर लेवल भी कम करने में सहायक होता है। चने में डाइट्री फाइबर की भी एक अच्छी खासी मात्रा होती है जो कब्ज आदि से बचाती है। प्रेग्नेंसी के दौरान न केवल आपकी ओवर ऑल हेल्थ को बेहतर बनाते हैं बल्कि चने वजन को नियंत्रित रखने में भी सहायक होते हैं। अब बात करते हैं इसके साइड इफैक्ट्स की।
प्रेग्नेंसी के दौरान चने (छोले) खाने के नुकसान
चने से जुड़े हुए निम्न साइड इफेक्ट्स हर गर्भवती महिला में देखने को नहीं मिलते। जिनमें यह साइड इफेक्ट नहीं होते वे आराम से चने का सेवन (Consumption Of Chickpeas) कर सकती हैं।
- चनों से आपको किडनी में पथरी हो सकती है अगर आप उन्हें सीमित मात्रा में नहीं खाती हैं तो।
- अगर आपको अधिक एलर्जिक रिएक्शन होते हैं तो चने से भी आपको यह समस्या हो सकती है।
- कुछ महिलाओं में चने खाने से एसिडिटी हो जाती है लेकिन अगर आप चनों को एक रात भिगो कर बनाती हैं तो इससे आपको यह समस्या नहीं होगी।
- चने में प्यूरिन होता है जिससे आपके शरीर में अधिक यूरिक एसिड बन जाता है और इससे गठिया हो सकती है।
- अगर आपको डायरिया जैसी समस्या है तो इस दौरान चनों के सेवन से बचें क्योंकि इनमें मौजूद डाइट्री फाइबर स्थिति को और खराब कर सकता है।
- अगर आप इसे ज्यादा मात्रा में खा लेती हैं तो पेट दर्द और गैस या पेट फूलने जैसी समस्या हो सकती है।
यह चने से जुड़े हुए कुछ फायदे और कुछ नुकसान है। जिन्हें जानने के बाद, आप अपनी और गर्भस्थ शिशु की सेहत का ध्यान रखते हुए ही इसका सेवन करेंगी।
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