Chhath Puja 2023: नहाय खाय थाली में क्या रखें और क्या नहीं? आशु कुमार दास से जानें छठ पूजा पर इस थाली का महत्व

Chhath Puja Thali: छठ पूजा में नहाय-खाय खाली का बहुत महत्व होता है, क्योंकि व्रत के दौरान स्वस्थ रहने और शरीर में एनर्जी बनाए रखने में मदद मिलती है। 
  • SHARE
  • FOLLOW
Chhath Puja 2023: नहाय खाय थाली में क्या रखें और क्या नहीं? आशु कुमार दास से जानें छठ पूजा पर इस थाली का महत्व

Chhath Puja Nahaye Khaye Thali: सनातन धर्म में छठ पर्व को लेकर लोगों में आस्था है, 4 दिन तक चलने वाले इस महापर्व में छठी मैया और भागवान सूर्य देव की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में छठ पूजा का व्रत सबसे ज्यादा कठिन माना जाता है, क्योंकि महिलाएं 48 घंटे तक निर्जला उपवास रखती हैं। व्रत की शुरुआत से पहले महिलाएं नहाय-खाय करती हैं। 

आशु कुमार दास हर साल अपने परिवार के साथ इस पर्व को धूम-धाम से मनाती हैं। उन्होने अपने इंस्टाग्राम पर लाइव के दौरान नहाय-खाय के बारे में जानकारी दी और बताया कि छठ पूजा का व्रत करने वाले लोगों के लिए इस थाली का क्या महत्व होता है। 

छठ पूजा में क्या है नहाय-खाय? 

छठ पूजा का व्रत करने वाले लोग नहाय खाय से छठ पूजा की शुरूआत करते हैं। इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं और पुरुष सिर्फ सात्विक भोजन करते हैं, ताकि वो अपने तन और मन दोनों को शुद्ध रख सकें। इस दिन लहसुन-प्याज, बैंगन जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना भी वर्जित होता है। नहाय-खाय में भात-कद्दू खाने की प्रथा प्राचीन समय से चलती आ रही हैं। इसमें शुद्ध देसी घी से तैयार भोजन ही व्रत रखने वाले लोगों को परोसा जाता है और सिर्फ हल्दी, नमक के साथ पकाया जाता है, जिसमें किसी तरह के अन्य तेल, मसालों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। 

नहाय-खाय थाली में मौजूद खाद्य पादर्थ

    1. मूंग या चने की दाल 
    2. आलू गोभी की सब्जी 
    3. लौकी की सब्जी
    4. चावल के पेस्ट से तैयार पकौड़े
    5. आंवले की चटनी
    6. भात/चावल 
 
 
 
View this post on Instagram

A post shared by Ashu Kumar Das (@alfaazashu)

छठ पूजा में नहाय-खाय थाली खाने के फायदे

  • व्रत रखने से पहले शरीर को साफ करने और टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
  • हल्दी, नमक के अलावा अन्य मसालों का इस्तेमाल न होने के कारण यह थाली आपके पाचन तंत्र को मजबूत रखती हैं। 
  • बिना मसाले और तेल से तैयार इस थाली को खाने से गैस, अपच जैसी पेट से जुड़ी समस्याएं कम होती है। 
  • डायबिटीज या थाइयारइड के मरीजों की सेहत के लिए तला-भूना खाना नुकसानदायक होता है, ऐसे में इस तरह के खाद्य पदार्थ का सेवन करने से उनका स्वास्थ्य बेहतर रहता है। 
  • कम मसाले का खाना खाने से 48 घंटे पानी के बिना रहने में मदद मिलती है। 
  • मूंग की दाल और आंवले की चटनी हाई प्रोटीन से भरपूर होती है, जो व्रत के दौरान पेट को भरा हुआ महसूस कराने में मदद करती है। 
  • नहाय-खाय थाली में मौजूद खाद्य सामग्री आपके शरीर को लंबे समय तक एनर्जी देने में मदद करती हैं।

छठ पर्व के दौरान व्रत रखने वाले लोगों के लिए यह थाली बहुत महत्वपूर्ण और हेल्दी होती है, क्योंकि इसे खाने के बाद ही उनका व्रत शुरु होता है और इस तरह के व्यंजनों को खाने से वो लंबे समय तक व्रत रखने में सक्षम रहते हैं, उनके शरीर को ताकत मिलती है। 

Image Credit: Freepik 

 

Read Next

बाजार में धड़ल्ले से बिक रहे नकली बादाम, जानें कैसे करें इसकी पहचान

Disclaimer