
Chemicals Used In Processed Foods: प्रोसेस्ड फूड्स का अधिक सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इनमें कई हानिकारक केमिकल्स और प्रिजर्वेटिव्स डालें जाते हैं, जिससे कि इन्हें लंबे समय खराब होने से बचाया जा सके। साथ ही चीनी, तेल, नमक और मसाले आदि का प्रयोग भी काफी किया जाता है। चिप्स, डिब्बाबंद और पैकेज्ड फूड आदि कई तरह से स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। लंबे समय तक इनके सेवन करने से मोटापा, हृदय रोग, हाई कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज आदि जैसे गंभीर रोगों का कारण बन सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, महिलाओं को इन प्रोसेस्ड फूड्स के सेवन सख्त परहेज करना चाहिए, क्योंकि इनके अधिक सेवन से हार्मोनल संतुलन की समस्या देखने को मिल सकती है। डायटीशियन मनप्रीत की मानें इसके कारण महिलाओं को पीरियड्स के दौरान गंभीर ऐंठन, असामान्य ब्लड फ्लो, पीसीओएस या पीसीओडी, इन्फर्टिलिटी, मूड में परिवर्तन, चिंता और तनाव जैसी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। इसलिए महिलाओं को इनसे सेवन से सख्त परहेज करना चाहिए या सीमित मात्रा में ही इनका सेवन करना चाहिए। इस लेख में हम आपको प्रोसेस्ड फूड्स में डाले जाने वाले ऐसे 5 केमिकल्स के बारे में बता रहे हैं, जो महिलाओं के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।
प्रोसेस्ड फूड्स में मौजूद ये 5 केमिकल बनते हैं हार्मोनल असंतुलन का कारण- Chemicals Used In Processed Foods That Can Cause Hormonal Imbalance In Hindi
ब्यूटिलेटेड हाइड्रॉक्सी टोलुइन (Butylated Hydroxytoluene-BHT)
इस केमिकल का प्रयोग फूड्स को लंबे समय तक ताजा बनाए रखने के लिए किया जाता है। यह किडनी और लिवर को नुकसान पहुंचाता है, हार्मोन्स के संतुलन को बिगाड़ता है, साथ ही कैंसर जैसे गंभीर रोगों के जोखिम को बढ़ाता है।
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ब्यूटाइल हाइड्रोक्विनोन (Butylhydroquinone-TBHQ)
इस केमिकल फ्राइड फूड्स में अधिक प्रयोग किया जाता है। यह तले हुए फूड्स में तेल और फैट को खराब होने से बचाता है। यह आंत के बैक्टीरिया में गड़बड़ का कारण बन सकता है, साथ ही इम्यून सिस्टम प्रतिक्रिया को भी प्रभावित कर सकता है।
कैल्शियम सल्फेट (Calcium Sulphate)
यह एक एंटी-कैकिंग एजेंट है, जिसका प्रयोग बेकरी आइटम्स को बनाने के लिए काफी प्रयोग किया जाता है। यह कैल्शियम की मात्रा को बढ़ाता है और हड्डियों में कैल्सीफिकेशन का कारण बन सकता है। यह किडनी फंक्शन को भी प्रभावित करता है।
हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप (High Fructose Corn)
यह हानिकारक शुगर का एक प्रकार है। यह बॉडी फंक्शन को प्रभावित करती है, साथ ही शरीर में फैट्स के रूप में स्टोर होता है। यह डायबिटीज रोगियों में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने का कम करती है। इसके अलावा यह हृदय रोग और कैंसर जैसे रोगों के जोखिम को बढ़ाने में मदद करती है।
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सोडियम नाइट्रेट (Sodium Nitrate)
इसका प्रयोग रेस्टोरेंट्स में फूड्स के फ्लेवर्स को बढ़ाने के लिए किया जाता है। चिप्स, कैन वाले फूड्स या ड्रिंक्स, नूडल्स आदि में इसका काफी प्रयोग किया जाता है। यह भूख बढ़ाता है और सिरदर्द, थकान, पेट में परेशानी जैसी समस्याओं का कारण बनता है। इसके कारण हार्ट रेट बढ़ने और सांस लेने में तकलीफ की समस्या भी हो सकती है।
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