Chhath Parv 2022: बिहार और उसके आसपास के इलाकों में मनाया जाने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ इस बार 28 अक्टूबर से मनाया जाएगा। ये त्योहार सिर्फ एक पर्व नहीं बल्कि बिहार के लोगों के लिए एक महा उत्सव है। व्रती महिलाएं महीनों पहले से ही छठ की तैयारियों में लग जाती है। छठ की शुरुआत के दिन से ही पूरा परिवार एक साथ जुटता है और सूर्य को अर्घ्य देता है। पूरे 4 दिन तक चलने वाले इस महापर्व में ऐसी कई चीजों का इस्तेमाल किया जाता है जो आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं. छठ पूजा में इस्तेमाल होने वाली सामग्री आपके स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होती है।
इन्हीं चीजों में से एक है ईख यानी की गन्ना। गन्ना छठ पूजा (sugarcane Health Benefits in Hindi) में विशेष तौर पर चढ़ाया जाता है। लोक कथाओं के अनुसार गन्ने का इस्तेमाल छठ में इसलिए भी किया जाता है, क्योंकि इस पर कोई भी पशु या पक्षी नहीं बैठ सकता है इसलिए इसे सबसे शुद्ध माना जाता है। लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं छठ पूजन सामग्री (Chhath Poojan Samagri) में इस्तेमाल होने वाले ईख के स्वास्थ्य लाभों के बारे में।
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ईख या गन्ना खाने के फायदे - Benefits of Sugarcane (Ganne ka Ras) in Hindi
ईख यानी की गन्ने को कुछ जगहों पर अंगलो भी कहा जाता है। छठ पूजा में बिहार में कुछ जगहों पर विशेष तौर पर गन्ने के रस की खीर भी बनाई जाती है। गन्ने में कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं। गन्ने में हड्डियां मजबूत करने की ताकत होती है। इसके साथ ही ये किडनी, स्किन, दांत और भी कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है। आइए जानते हैं ईख या गन्ने के स्वास्थ्य लाभ के बारे में।
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कैंसर से बचाव
ईख यानी की गन्ने के रस अपने एंटी-प्रोलाइफरेटिव गतिविधि के कारण शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को पनपने से रोक सकता है। नियमित तौर पर गन्ने के रस का सेवन करने से कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद मिल सकती है। हालांकि कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसका इलाज वक्त रहते करवाना बहुत जरूरी है। सिर्फ खानपान से इसे ठीक नहीं किया जा सकता है।
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यूरिन के दौरान दर्द से दिलाता है राहत
कुछ लोगों को यूरिन के दौरान दर्द, जलन और कई तरह की असहजता महसूस होती है। इस समस्या को मेडिकल की भाषा में डिसयूरिया कहा जाता है। डिसयूरिया होने का मुख्य कारण मूत्रमार्ग में संक्रमण हो सकता है। यूरिन त्यागने के दौरान होने वाली सभी समस्याओं से राहत पाने के लिए गन्ने का जूस काफी मददगार साबित हो सकता है। गन्ने के जूस के पोषक तत्व मूत्रमार्ग के संक्रमण को ठीक कर सकते हैं।
लंबे समय तक देता है एनर्जी
शरीर को लंबे समय तक ऊर्जावान बनाए रखने के लिए भी गन्ने का जूस काफी फायदेमंद हो सकता है। गन्ने के जूस में पर्याप्त मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स पाया जाता है, जो शरीर को लंबे समय तक एनर्जी देता है। जो लोग फिटनेस ट्रेनिंग करते हैं, जिम में घंटों एक्सरसाइज करते हैं उन्हें रिफ्रेश करने और हाइड्रेट रखने के लिए गन्ने का जूस पीने की सलाह दी जाती है।
मुहांसे ठीक करने में मददगार
गन्ने का जूस अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड (AHA) का सोर्स माना जाता है। अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड स्किन के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। जिन लड़कियों के चेहरे पर उम्र की वजह से मुंहासों के निशान हो जाते हैं, उन्हें प्रतिदिन गन्ने का जूस पीने की सलाह दी जाती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार
गन्ने में पाया जाने वाले हेपाटोप्रोटेक्टिव और एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। गन्ने के रस पर हुई एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि गन्ने का अर्क कई तरह के बैक्टीरियल व वायरल संक्रमण से बचाने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी मदद कर सकता हैं।