डायबिटीज कंट्रोल करने में इंसुलिन इंजेक्शन से ज्यादा बेहतर हो सकता है खानपान की आदतों में बदलाव: रिसर्च

हाल में हुए एक शोध के अनुसार स्‍वस्‍थ खानपान और डाइट पैटर्न बदलने से इंसुलिन इंजेक्‍शन की तुलना में डायबिटीज को बेहतर ढंग से कंट्रोल किया जा सकता है। 
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डायबिटीज कंट्रोल करने में इंसुलिन इंजेक्शन से ज्यादा बेहतर हो सकता है खानपान की आदतों में बदलाव: रिसर्च

आजकल डायबिटीज को काफी आम बीमारी माना जाता है, क्‍योंकि डायबिटीज की समस्‍या आजकल बुजुर्गों से लेकर नौजवान युवा पीड़ी में भी देखने को मिल रहा है। डायबिटीज को कंट्रोल करने और इस समस्‍या से निपटने के लिए कई लोग को इंसुलिन उत्पादन को बढ़ावा देने और अपने ब्‍लड शुगर के स्तर को स्थिर करने के लिए इंसुलिन इंजेक्शन पर निर्भर रहना पड़ता है।  लेकिन यह लिवर, मांसपेशियों और फैट सेल्‍स में शुगर गति को नियंत्रित करने में मदद करता है।

हालांकि, शरीर में इंसुलिन का इंजेक्शन लगाने से वजन बढ़ने और ब्‍लड शुगर को नियंत्रित करने मुश्किल भी हो सकती है। लेकिन आप बिना इंसुलिन इंजेक्‍शन के भी डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं, जो कि अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे में टाल सकता है। ऐसे में लोगों के लिए, एक नए अध्ययन के निष्कर्षों से कुछ राहत मिल सकती है, जो कि मधुमेह के प्रबंधन का एक बेहतर तरीका है।

Eating Small good For Diabetes

डायबिटीज केयर नामक पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, खाने का पैटर्न बदलने से इंसुलिन इंजेक्शन की तुलना में डायबिटीज को ज्‍यादा बेहतर ढंग से कंट्रोल किया जा सकता है। अध्‍ययन में यह भी कहा गया है कि इंसुलिन इंजेक्शन हाई इंसुलिन डोज के एक दुष्‍प्रभाव को भी ट्रिगर कर सकता है और यह वजन घटाने के अलावा हृदय रोग के विकास के खतरे को भी बढ़ा सकता है।  

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इस अध्‍ययन में शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि स्टार्च युक्त नाश्ता और हल्का डिनर खाने से इंसुलिन इंजेक्शन उपचार की तुलना में एक स्वस्थ विकल्प के रूप में काम कर सकता है।

टीएयू के सैकलर फैकल्टी ऑफ मेडिसिन एंड वोल्फसन मेडिकल सेंटर डायबिटीज यूनिट के प्रमुख लेखक प्रो. डेनिएला जकुबोविक्ज़ ने कहा, "पारंपरिक डायबिटिक डाइट पूरे दिन में छः कम मात्रा में भोजन करना है। लेकिन हमारे शोध में स्टार्च से भरपूर कैलोरी को दिन के शुरुआती घंटों में स्थानांतरित करने की बात है। यह टाइप 2 डायबिटीज रोगियों के बीच एक ग्लूकोज संतुलन और बेहतर ग्लाइसेमिक नियंत्रण का उत्पादन करता है। "

Changing_Eating_habit better than insulin injection

अध्‍ययन में शोधकर्ताओं ने टाइप -2 डायबिटीज वाले रोगियों को 3M खाने या तीन-मील डाइट पर रखा गया था और जो पहले एक दिन में छह मील खाते थे। उन्हें नाश्ते में स्टार्च से भरपूर (मुख्य रूप से ब्रेड और फल), हेल्दी लंच और बिना स्टार्च वाले हल्के डिनर के लिए कहा गया।

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उन्होंने अपने स्वास्थ्य आंकड़ों की तुलना 6M या छह-मील डाइट वाले लोगों से की। परिणाम आश्चर्यजनक था, जबकि दिन में छह बार खाने वालों ने अपने स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं देखा, खाने में कटौती करने से वजन में कमी के साथ ब्‍लड शुगर का स्तर काफी कम हो गया था। 

इसके माध्यम से डायबिटीज रोगियों के लिए ग्लूकोज के स्तर पर उत्कृष्ट नियंत्रण हासिल करने के लिए इंसुलिन के इंजेक्शन को कम करना या यहां तक कि ज्यादातर एंटीडायबिटिक दवाओं को रोकना संभव हो सकता है।

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