सर्दी हो या गर्मी हर मौसम में त्वचा पर अलग-अलग तरह के प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। गर्मियों में पसीने और गंदगी के कारण त्वचा के पोर्स बंद हो सकते हैं। जिसकी वजह से रैशेज, एक्ने और अन्य समस्याएं शुरु हो सकती है। ठीक इसी तरह सर्दियों तेज ठंडी हवाएं त्वचा को नमी को सोखने और उसे ड्राई बनाने का काम करती है। यदि, आपको भी त्वचा पर बार-बार खुजली महसूस होती है और कई बार इस खुचली इतनी बढ़ जाती है कि त्वचा मोटी हो जाती है और उसमें से खून आने की पेरशानी होने लगती है। इस समस्या को मेडिकल भाषा में न्यूरोडर्माटाइटिस कहा जा जाता है। इस लेख में डॉ विजय सिंघल, सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजी, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट से जानते हैं कि न्यूरोडर्माटाइटिस क्या है, इसके लक्षण, कारण, जोखिम, और उपचार के उपाय क्या हैं।
न्यूरोडर्माटाइटिस क्या है? - What is Neurodermatitis in Hindi
न्यूरोडर्माटाइटिस एक त्वचा संबंधी स्थिति है जो त्वचा पर खुजली वाले स्थान से शुरू होती है। इस स्थिति में अधिक खुजलाने से यह समस्या बढ़ सकती है। इस समस्या में अधिक खुजलाने की वजह से त्वचा मोटी और चमड़े जैसी हो जाती है। यह स्थिति आपकी गर्दन, कलाई, बांहों, पैरों या कमर के क्षेत्र में होने की संभावना अधिक होती है। न्यूरोडर्माटाइटिस को लाइकेन सिम्प्लेक्स क्रॉनिकस (Lichen Simplex Chronicus) भी कहा जाता है। इस स्थिति में खुजली इतनी ज्यादा होती है,कि यह समस्या आपकी नींद और लाइफ की क्वालिटी को प्रभावित कर सकती है। न्यूरोडर्माटाइटिस आमतौर पर लंबे समय तक होने वाली स्थिति है। लेकिन इलाज से इसे दूर किया जा सकता है।
न्यूरोडर्माटाइटिस के मुख्य लक्षण - Symptoms Of Neurodermatitis in Hindi
- रात के समय मरीज को बार-बार खुजली (pruritus) होना
- स्किन पर ड्राई पैच्स बनने लगते हैं।
- त्वचा पर मोटी रेखाएं (Lichenification)
- स्ट्रेस की वजह से यह समस्या शुरु हो सकती है
- स्किन का कलर प्रभावित हिस्से में डार्क होना
- स्किन पर रैशेज और जलन होना आदि।
न्यूरोडर्माटाइटिस के कारण क्या हैं? - Causes Of Neurodermatitis in Hindi
न्यूरोडर्माटाइटिस का सटीक कारणों के बारे में अभी तक ज्यादा पता नहीं चला है। यह त्वचा में जलन पैदा करने वाली किसी चीज से हो सकता है, जैसे तंग कपड़े या कीड़े का काटना आदि। इस समस्या में मरीज स्किन के प्रभावित हिस्से में जितना ज्यादा आप खुजलाएंगे, उतनी ही ज़्यादा खुजली होगी। कभी- ड कभी, न्यूरोडर्माटाइटिस अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं, जैसे रूखी त्वचा, एटोपिक डर्माटाइटिस या सोरायसिस के साथ भी होता है। तनाव और चिंता भी खुजली का कारण बन सकते हैं। आगे जानते हैं इसके कारकों के बारे में।
- तनाव, चिंता, डिप्रेशन या भावनात्मक अस्थिरता इस रोग के ट्रिगर हो सकते हैं।
- अन्य त्वचा रोग जैसे कि एग्जिमा, सोरायसिस या एटॉपिक डर्माटाइटिस जैसी अन्य त्वचा समस्याएं भी न्यूरोडर्माटाइटिस का कारण बन सकती हैं।
- कुछ लोगों की स्किन ज्यादा सेंसिटिव होती है और वह साबुन, डियोड्रेंट या धूल-मिट्टी से प्रतिक्रिया कर सकते हैं।
- कभी-कभी कीड़े के काटने के बाद शुरू हुई खुजली एक आदत बन जाती है और वही आगे चलकर न्यूरोडर्माटाइटिस बन सकती है।
न्यूरोडर्माटाइटिस का उपचार - Treatment Of Neurodermatitis in Hindi
न्यूरोडर्माटाइटिस का मुख्य उद्देश्य खुजली को रोकना और त्वचा को रिपेयर करना माना जाता है है।
- इसमें डॉक्टर शुरुआती जांच के बाद एंटीबायोटिक्स, अच्छी नींद के लिए एंटीहिस्टामाइन और कॉर्टिकोस्टेरॉइड क्रीम को शामिल है।
- इसके अलावा त्वचा की देखभाल के लिए दिन में कई बार मॉइस्चराइजर लगाएं।
- इसके साथ ही स्किन केयर के लिए आप नेचुरल साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- शरीर पर ठंडी सिकाई कर सकते हैं।
- तनाव और चिंता को कम करने के लिए मेडिटेशन, योग या काउंसलिंग ले सकते हैं।
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न्यूरोडर्माटाइटिस एक जटिल लेकिन नियंत्रित किए जाने वाली त्वचा समस्या है। इसका इलाज संभव है बशर्ते आप समय पर जांच करवाएं और लगातार सावधानी बरतें। मानसिक और शारीरिक दोनों स्तरों पर इसकी देखभाल आवश्यक है। अगर किसी करीब को स्किन पर बार-बार खुजली होती है तो ऐसे में उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं।
FAQ
स्किन में बहुत खुजली हो तो क्या करें?
स्किन पर ड्राइनेस की वजह से खुजली की समस्या हो सकती है। ऐसे में आप स्किन को मॉइस्चराइज करें। इससे खुजली की समस्या में आराम मिल सकता है।क्या खून की समस्या से त्वचा में खुजली हो सकती है?
आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया से पीड़ित लोगों को त्वचा में खुजली हो सकती है, जो खुजलाने पर लाल, उभरी और दर्द का कारण बन सकती है।स्किन पर रैशेज क्यों हो रहे हैं?
इनका मुख्य कारण डर्मेटाइटिस है, जो स्थिति तब होती है जब आपकी त्वचा एलर्जी या जलन पैदा करने वाले तत्वों के प्रति रिएकशन करती है।