सोरायटिक अर्थराइटिस में व्यक्ति को हाथ-पैरों में तेज दर्द महसूस होता है। दरअसल, यह एक ऑटोइम्यून डिजीज है, इसमें व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता खुद व्यक्ति की स्वस्थ कोशिकाओं को डैमेज करने लगती है। इससे स्किन पर लाल व सफेद रंग के दाग होने लगते हैं। इसके अलावा, व्यक्ति को रोग में सूजन होने लगती है, जिसकी वजह से व्यक्ति को जोड़ों में दर्द, सूजन महसूस होती है। कई बार इसका दर्द इतना बढ़ जाता है कि रीढ़ की हड्डी, पीठ और गर्दन में अकड़न होने लगती है। साथ ही, व्यक्ति को झुकने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह समस्या मुख्य रूप से अधिक उम्र के लोगों में देखने को मिलती है। लेकिन, कुछ मामलों में यह छोटी उम्र के बच्चों को भी हो सकता है। इसके कारण कई हो सकते हैं, मैयो क्लीनिक के अनुसार जानते हैं सोरायटिक अर्थराइटिस के क्या कारण होते हैं?
सोरायटिक अर्थराइटिस कैसे फैलता है? How Psoratic Arthritis Occur In Body In Hindi
सोरियाटिक गठिया तब होता है जब आपके शरीर का इम्यून सिस्टम आपके हेल्दी सेल्स और टिश्यू पर हमला (डैमेज) करने लगता है। इसके साथ ही, व्यक्ति का इम्यून सिस्टम स्किन के सेल्स के ज्यादा बनने का कारण हो सकते हैं। इस रोग में इम्यून सिस्टम का डिसऑर्डर आनुवांशिक कारण और पर्यावरणीय कारकों की वजह से प्रभावित होता है।
सोरियाटिक गठिया के कारण - Causes Of Psoriatic Arthritis In Hindi
फिलहाल, सोरायटिक गठिया के स्पष्ट कारण का पता नही चला है। लेकिन, ऐसा माना जाता है कि आनुवांशिक, पर्यावरणीय और इम्यून सिस्टम इसके होने के मुख्य कारक होते हैं।
- आनुवांशिक कारक: सोरियाटिक अर्थराइटिस होने के पीछे आनुवंशिक कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। सोरायसिस या सोरियाटिक अर्थराइटिस यदि परिवार के किसी सदस्य को पहले हो चुका है, तो ऐसे में घर के अन्य सदस्यों को भी इसके होने का खतरा बढ़ जाता है।
- प्रतिरक्षा प्रणाली में गड़बड़ी : सोरियाटिक अर्थराइटिस को एक ऑटोइम्यून रोग के रूप में जाना जाता है, जिसका अर्थ है कि प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) गलती से स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है। इससे जोड़ो में सूजन व दर्द हो सकता है।
- पर्यावरणीय कारक: कुछ पर्यावरणीय कारक (Environmental Factor), जैसे इंफेक्शन या चोट लगना इससे भी सोरायटिक अर्थराइटिस ट्रिगर हो सकता है। इससे इम्यून सिस्टम में बदलाव हो सकते हैं। जिसके परिणामस्वरूप जोड़ों और त्वचा में सूजन हो जाती है।
सोरियाटिक गठिया के लक्षण - Symptoms Of Psoriatic Arthritis In Hindi
- जोड़ों का दर्द और सूजन
- सोरायसिस त्वचा पर घाव
- नाखून में बदलाव
- थकान
- टेंडन और लिगामेंट में दर्द
- आंखों में सूजन
- उंगलियों और पैर की उंगलियों में सूजन
सोरियाटिक अर्थराइटिस का इलाज - Treatment Of Psoriatic Arthritis In Hindi
सोरयाटिक अर्थराइटिस का इलाज कई तरह से किया जा सकता है। इसमें व्यक्ति के लक्षणों को कम करने पर जोर दिया जाता है। इसमें निम्न को शामिल किया जा सकता है।
- नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (एनएसएआईडी) - जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए डॉक्टर एंटी इंफ्लेमेटर ड्रग्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- बायोलॉजिक्स - टीएनएफ-अल्फा अवरोधक जैसी बायोलॉजिक दवाएं, सूजन को कम करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली में विशिष्ट प्रोटीन को लक्षित करती हैं।
- फिजिकल थेरेपी - फिजिकल थेरेपी जोड़ों की गतिशीलता में सुधार करने, मांसपेशियों को मजबूत करने और दर्द को कम करने में मदद कर सकती है। इसमें व्यक्ति की आवश्यकताओं के अनुसार एक्सरसाइज कराई जाती हैं।
इसे भी पढ़ें : मानसून में बढ़ जाता है गठिया का दर्द? तो आराम पाने के लिए आजमाएं ये 5 घरेलू उपाय
इसके अलावा, डॉक्टर मरीज की जीवनशैली में बदलाव करने की सलाह देते हैं। इससे मरीज को रोजाना के काम करने में परेशानी नहीं होती है। इसके साथ ही डाइट में भी बदलाव किए जाते हैं। डाइट में सूजन को ट्रिगर करने वाले आहार को कम किया जाता है।