Photosensitive Epilepsy In Hindi: कई कारणों के चलते ब्रेन में न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हो सकती हैं। ज्यादा स्ट्रेस, किसी भी चीज के बारे में बार-बार सोचना या किसी तरह की दवा के प्रभाव के चलते ब्रेन के न्यूरोफंक्शन प्रभावित हो सकते हैं। जब ब्रेन में न्यूरोलॉजिकल समस्या होती है तो ऐसे में व्यक्ति को मिर्गी के दौरे पड़ सकते हैं। यह मिर्गी एक मस्तिष्क विकार है जो बार-बार दौरे (दो से अधिक) का कारण बनता है। यह समस्या किसी भी समय किसी भी उम्र के लोगों में देखने को मिल सकते हैं। लेकिन, जानकार बताते हैं कि फोटोसेंसिटिव मिर्गी के दौरे के केस ज्यादातर बच्चों या किशोरों में पाए जाते हैं। फोटोसेंसिटिव मिर्गी में किसी तरह की चकमती या टिमटिमाती लाइट, कभी-कभी कुछ पैटर्न या आकृतियां इस समस्या को ट्रिगर कर सकती हैं। तनाव और थकान जैसे कारक भी दौरे की संभावना को बढ़ा सकते हैं। इस लेख में श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली, न्यूरोलॉजी, प्रिंसिपल कंसल्टेंट डॉ. संध्या कोचे से जानते हैं कि फोटोसेंसिटिव मिर्गी के दौरे के क्या कारण हो सकते हैं? साथ ही, इस समस्या को कैसे मैनेज किया जा सकता है?
मिर्गी होने के क्या कारण हो सकते हैं? - Causes Of Photosensitive Epilepsy In Hindi
फोटोसेंसिटिव मिर्गी होने के पीछे कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। आगे जानते हैं कि इनके बारे में।
- मस्तिष्क में अनियमितता
- न्यूरोट्रांसमीटर (मस्तिष्क में कैमिकल मैसेंजर) का असंतुलन
- फोटोसेंसिटिविटी मिर्गी में, आनुवंशिकी भी एक भूमिका निभाती है।
7 से 19 वर्ष की आयु के बच्चों और किशोरों में फोटोसेंसिटिव मिर्गी होने की संभावना अधिक होती है। लड़कियां लड़कों की तुलना में इस स्थिति से अधिक प्रभावित होती हैं। लेकिन लड़कों को दौरे अधिक पड़ते हैं। ऐसा शायद इसलिए होता है क्योंकि वे वीडियो गेम खेलने में अधिक समय बिताते हैं, जो कि दौरे का एक सामान्य कारण माना जा सकता है।
किन चीजों से ट्रिगर होती है फोटोसेंसिटिव मिर्गी - Triggers Of Photosensitive Epilepsy In Hindi
मिर्गी के दौरे के ट्रिगर हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। लेकिन कुछ सामान्य ट्रिगर आगे बताए गए हैं।
- चमकती रोशनी
- चमकीले, विपरीत पैटर्न जैसे कि काले बेस पर सफेद पट्टियां देखना।
- चमकती सफेद रोशनी के बाद अचानक अंधेरे में जाना।
- टीवी स्क्रीन के बहुत करीब होना
- कुछ रंग, जैसे कि लाल और नीला को देखना आदि।
फोटोसेंसिटिव मिर्गी को कैसे मैनेज किया जा सकता है? - How to Manage Photosensitive Epilepsy In Hindi
फोटोसेंसिटिव मिर्गी के लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए मरीज को लाइफस्टाइल में कई तरह के उपाय अपनाने चाहिए।
- चमकती या टिमटिमाती रोशनी के संपर्क में आने से बचना।
- विशेष लेंस वाले चश्मे को पहनने से बचना।
- नियमित रूप से स्क्रीन देखते समय ब्रेक लेना।
- एंटीग्लेयर सेटिंग वाली स्क्रीन का उपयोग करना।
- स्क्रीन की ब्राइटनेस को बैलेंस करना।
- स्क्रीन से दूरी बनाए रखना।
- जितना संभव हो सके तनाव कम करना।
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किसी भी तरह के मिर्गी के दौरे पड़ने पर आप तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर कुछ टेस्ट के बाद मरीज के लक्षणों को कम करने के लिए दवाएं दे सकते हैं। मिर्गी के ट्रिगर्स को पहचान कर उनसे दूरी बनाना और समय पर दवा खाने से आप कुछ ही सप्ताह में अपने अंदर बदलाव महसूस करने लगेंगे।